रामविलास पासवान के निधन के बाद मोदी सरकार में अब सहयोगी दल से सिर्फ एक मंत्री

शिवसेना के पिछले साल नवंबर में एनडीए छोड़ने पर अरविंद सावंत ने मंत्री पद से त्यागपत्र दे दिया था, सितंबर में शिरोमणि अकाली दल की हरसिमरत कौर बादल ने इस्तीफा दे दिया था

रामविलास पासवान के निधन के बाद मोदी सरकार में अब सहयोगी दल से सिर्फ एक मंत्री

रामविलास पासवान (फाइल फोटो).

नई दिल्ली:

उपभोक्‍ता मामले तथा खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री रामविलास पासवान (Ram Vilas Paswan) के निधन के बाद मोदी सरकार (Modi Government) में कैबिनेट में अब सहयोगी दल से कोई मंत्री नहीं है. मंत्रिपरिषद में सहयोगी दल से केवल एक राज्यमंत्री आरपीआई (ए) के रामदास अठावले हैं. वे सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्री हैं. शिवसेना ने पिछले साल नवंबर में एनडीए छोड़ दिया था. तब अरविंद सावंत ने कैबिनेट में भारी उद्योग मंत्रालय के मंत्री पद से त्यागपत्र दे दिया था. इस साल सितंबर में शिरोमणि अकाली दल की हरसिमरत कौर बादल ने कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया था. 

NDA में एक दर्जन से अधिक पार्टियां हैं लेकिन जेडीयू जैसी बड़ी पार्टी केंद्रीय मंत्रिपरिषद में शामिल नहीं है. पासवान दो महत्वपूर्ण कैबिनेट समितियों के सदस्य भी थे. पासवान राजनीतिक मामलों की कैबिनेट समिति और संसदीय मामलों की कैबिनेट समिति के सदस्य थे. 

लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) के वरिष्‍ठ नेता और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान (Ram Vilas Paswan) का गुरुवार को अस्‍पताल में  निधन हो गया है. वे पिछले कुछ समय से बीमार चल रहे थे. पासवान की हाल ही में हार्ट सर्जरी हुई थी. वे 74 वर्ष के थे. उनके बेटे चिराग पासवान ने एक ट्वीट करके पिता के निधन की जानकारी दी. उन्‍होंने लिखा, ''पापा....अब आप इस दुनिया में नहीं हैं लेकिन मुझे पता है आप जहां भी हैं हमेशा मेरे साथ हैं. Miss you Papa.''पासवान, नरेंद्र मोदी के नेतृत्‍व वाली एनडीए सरकार में उपभोक्‍ता मामले तथा खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री मंत्रालय की जिम्‍मेदारी संभाल रहे थे.

राम विलास पासवान के निधन के बाद पीयूष गोयल बनाए गए उपभोक्ता मामलों के नए मंत्री

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

पांच जुलाई 1946 को खगरिया जिले के शाहरबन्‍नी के एक दलित परिवार में जन्‍मे रामविलास पासवान की गिनती बिहार ही नहीं, देश के कद्दावर नेताओं में की जाती थी.जेपी के दौर में वे भारतीय राजनीति में उभरे.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मंत्रिमंडलीय सहयोगी रामविलास के निधन पर शोक जताते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की है. पीएम ने अपने ट्वीट में लिखा, 'रामविलास जी ने कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्‍प के जरिये राजनीति में कदम रखा. एक युवा नेता के रूप में उन्‍होंने इमरजेंसी के दौरान अत्‍याचार और लोक‍तंत्र की हुए हमले का जमकर विरोध किया. वे एक असाधारण सांसद और मंत्री थे और उन्‍होंने नीतिगत क्षेत्र में अहम योगदान दिया.' केंद्र सरकार के कई मंत्रियों, कांग्रेस अध्‍यक्ष राहुल गांधी ने भी पासवान के निधन पर दुख जताते हुए उन्‍होंने श्रद्धासुमन अर्पित किए हैं.