कोरोना संकट (Corona crisis) में सीबीएसई बोर्ड (CBSE Board) के अड़ियल रवैये पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Congress Leader Rahul Gandhi) ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने एक ट्वीट करते हुए कहा कि, “कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामले को देखते हुए सीबीएसई बोर्ड की परीक्षाएं कराने के निर्णय पर पुनर्विचार करना चाहिए.” उन्होंने कहा कि, “कोई भी व्यापक निर्णय लेने से पहले सभी पक्षकारों से परामर्श लेना चाहिए.” राहुल गांधी ने कहा कि, “भारत सरकार कितनी बार भारत के युवाओं के भविष्य के साथ खेलना चाहती है?”
In the light of the devastating Corona second wave, conducting #CBSE exams must be reconsidered. All stakeholders must be consulted before making sweeping decisions.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) April 11, 2021
On how many counts does GOI intend to play with the future of India's youth?
वहीं, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक से कक्षा 10वीं और 12वीं के सीबीएसई स्कूल के छात्रों की बोर्ड परीक्षाओं पर फिर से विचार करने का आग्रह किया है, क्योंकि देश में रोजाना नए कोविड मामलों की संख्या- 1.5 लाख से अधिक है. उन्होंने शिक्षा मंत्री को लिखे पत्र में कहा है, "... छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए व्यावहारिक रूप से यह असंभव है... जोखिम सिर्फ छात्रों के लिए नहीं है बल्कि उनके शिक्षक, निरीक्षक और परिवार के सदस्य भी जोखिम में होंगे... जैसा कि हरेक राज्य दिशा-निर्देश जारी कर बड़ी संख्या में लोगों के पब्लिक प्लेसेज पर इकट्ठा होने से रोक रहे हैं फिर हम बच्चों को ऐसा करने के लिए मजबूर कर किस नैतिक आधार पर खड़े हो सकते हैं..."
देश भर में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच छात्रों व उनके अभिवावकों ने CBSE परीक्षा 2021 को लेकर कुछ वाजिब चिंताएं जाहिर की हैं।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) April 11, 2021
My letter to the Minister of Education @DrRPNishank asking him to reconsider allowing the CBSE to conduct board exams under the prevailing COVID wave. pic.twitter.com/Ai4Zl796il
उन्होंने अपनी चिट्ठी सोशल मीडिया पर भी साझा की हैं और लिखा है, "देश भर में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच छात्रों व उनके अभिवावकों ने CBSE परीक्षा 2021 को लेकर कुछ वाजिब चिंताएं जाहिर की हैं.. मैंने शिक्षा मंत्री @DrRPNishank को पत्र लिखकर उनपर गंभीरता से पुनर्विचार करने को कहा है." उन्होंने आगे लिखा है, "इसके अलावा (वायरस फैलने का खतरा), बच्चों को एक उग्र महामारी के दौरान इन परीक्षाओं में बैठने के लिए मजबूर करके, सरकार और CBSE बोर्ड को किसी भी परीक्षा केंद्र के (कोविड) हॉटस्पॉट बनने के लिए जिम्मेदार ठहराया जाएगा." उन्होंने जोर देकर कहा, "वे मौजूदा परिस्थितियों में परीक्षा को रद्द करने का अनुरोध कर रही हैं."
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