
लोकसभा में कांग्रेस (Congress) पार्टी के नेता और बंगाल के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी (Adhir Ranjan Chaudhary) ने संसद का शीतकालीन सत्र (Winter Session) न बुलाए जाने से नाराज हैं. उन्होंने आज कहा कि साल में तीन बार सदन बुलाने की परंपरा है. मानसून सत्र में भी सदन ठीक से नहीं चला. मानसून सत्र पूरे समय भी नहीं चला. हमने सरकार (Government) को समझाने की कोशिश की कि जब देश में सारे काम चल रहे हैं, तो संसद क्यों नहीं चल रही? सदन बुलाने में आखिर क्या हर्ज है? हम किसानों (Farmers) का मुद्दा सदन में उठाना चाहते हैं.
अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि हिंदुस्तान के किसानों की सरकार के ख़िलाफ़ जंग जारी है. लाखों की तादाद में किसान प्रदर्शन कर रहे हैं, सरकार के खिलाफ आंक्रोश जाहिर कर रहे हैं. हम किसानों का मुद्दा सदन में उठाना चाहते हैं. किसानों के लिए कोई रास्ता तो निकालना होगा. सरकार को कृषि कानून वापस लेना चाहिए.
उन्होंने कहा कि सदन बुलाना बहुत ज़रूरी है. इस कानून को वापस लेना बहुत ज़रूरी है. जाड़े के मौसम में अन्नदाता खुले आसमान के नीचे है. हम सब आम लोगों के प्रतिनिधि हैं. तीन बार सदन बुलाना ज़रूरी है.
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बंगाल के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की रणनीति को लेकर पूछे गए सवाल पर अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि आलाकमान जैसा निर्देश देंगे, वैसा ही करेंगे. ममता बनर्जी के साथ अभी तक कोई बातचीत नहीं हुई है. आगे भी बातचीत होने की संभावना नहीं है. बीजेपी का हम राष्ट्रीय स्तर पर विरोध करते हैं. बंगाल में बीजेपी के ताकत बढ़ाने में ममता बनर्जी मददगार साबित हुई हैं. हमें बीजेपी और तृणमूल, दोनों के ख़िलाफ़ लड़ना है.
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