नोबल पुरस्कार की गिनती दुनिया के सर्वोच्च सम्मानों में होती है. ऐसे में इस बात की कल्पना की जा सकती है इसे पाने वाले शख्स का रिएक्शन कैसा होता होगा. दुनिया भर में चर्चा पाने के बाद किसी भी व्यक्ति के लिए सामान्य रह पाना आसान नहीं होता. भावनाओं का ज्वर कभी आंखों के रास्ते खुशी के आंसू बनकर तो कभी होठों पर मुस्कान बनकर नजर आता है लेकिन अभिजीत बनर्जी के साथ ऐसा बिल्कुल भी नहीं हुआ. सोमवार की सुबह स्टॉकहोम से नोबेल पुरस्कार प्राप्त होने की खबर मिली तब वह सोने चले गए.
Nobel विजेता अर्थशास्त्री अभिजीत बनर्जी बोले- 'डगमगाती स्थिति में है भारतीय अर्थव्यवस्था'
अभिजीत बनर्जी और उनकी पत्नी एस्थर डुफ्लो और हार्वर्ड के प्रोफेसर माइकल क्रेमर के साथ अर्थशास्त्र के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित करने का फैसला किया गया है. बनर्जी ने नोबेलप्राइज डॉट ऑर्ग को दिए इंटरव्यू में कहा, ''हां, अहले सुबह की बात है. मैं इतनी सुबह नहीं जगता, मैंने सोचा कि अगर मैं सोया नहीं तो गड़बड़ हो जाएगी.' न्यूयॉर्क के समय के मुताबिक सोमवार सुबह छह बजे तीनों को 2019 के अर्थशास्त्र के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित करने की घोषणा की गई.
पति-पत्नी के अलावा Nobel Prize जीतने वाले अभिजीत बनर्जी और एस्थर डुफलो में है एक और दिलचस्प कनेक्शन
उन्होंने कहा कि वह ज्यादा नहीं सो पाए क्योंकि उनको सम्मानित करने की खबर भारत से यूरोप तक फैल गई और उन्हें फोन आने लगे. यह पूछने पर कि बनर्जी और डुफ्लो को विवाहित दंपति के तौर पर नोबेल हासिल हुआ है तो उन्होंने इसे 'स्पेशल' करार दिया, नोबेल पुरस्कार के इतिहास में केवल पांच अन्य विवाहित दंपतियों को यह प्राप्त हुआ है.
Video:भारतीय मूल के अभिजीत बनर्जी को मिला अर्थशास्त्र का नोबेल
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