मुंबई:
मुंबई विश्वविद्यालय में इंजीनियरिंग की परीक्षा के तीन प्रश्नपत्रों लीक होने के मामले में 14 लोगों को गिरफ्तार गया है।
गिरफ्तार किए गए लोगों में एक कॉलेज के दो प्रोफेसर, मुंबई विश्वविद्यालय के चतुर्थ वर्ग के चार कर्मचारी और पांच छात्र शामिल हैं।
कुछ आरोपी सोमवार को गिरफ्तार किए गए जबकि अन्य को मंगलवार को पकड़ा गया। पुलिस ने बताया कि आरोपियों को एक स्थानीय अदालत में पेश किया गया जहां उन्हें 8 जून तक की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।
प्रश्नपत्रों के लीक होने की खबर मीडिया में प्रकाशित होने के बाद मुंबई विश्वविद्यालय के उप रजिस्ट्रार ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। मामला दर्ज होने के बाद अपराध शाखा ने मामले की जांच शुरू की।
बीईईई प्रश्नपत्र लीक का ब्यौरा देते हुए संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) हिमांशु रॉय ने कहा कि निजी कोचिंग चलाने वाले प्रोफेसर मिलिंद लाद और श्रीकंद मोरे ने यादवराव तासगांवकर कॉलेज के लैब सहायक विवेक गायकवाड से पूछा कि क्या वह प्रश्नपत्र लीक कर सकता है। गायकवाड़ इसके बाद सचिन लाड का रुख किया जो प्रोफेसरों के कॉलेज में लैब ऑपरेटर का काम करता है।
गिरफ्तार किए गए लोगों में एक कॉलेज के दो प्रोफेसर, मुंबई विश्वविद्यालय के चतुर्थ वर्ग के चार कर्मचारी और पांच छात्र शामिल हैं।
कुछ आरोपी सोमवार को गिरफ्तार किए गए जबकि अन्य को मंगलवार को पकड़ा गया। पुलिस ने बताया कि आरोपियों को एक स्थानीय अदालत में पेश किया गया जहां उन्हें 8 जून तक की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।
प्रश्नपत्रों के लीक होने की खबर मीडिया में प्रकाशित होने के बाद मुंबई विश्वविद्यालय के उप रजिस्ट्रार ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। मामला दर्ज होने के बाद अपराध शाखा ने मामले की जांच शुरू की।
बीईईई प्रश्नपत्र लीक का ब्यौरा देते हुए संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) हिमांशु रॉय ने कहा कि निजी कोचिंग चलाने वाले प्रोफेसर मिलिंद लाद और श्रीकंद मोरे ने यादवराव तासगांवकर कॉलेज के लैब सहायक विवेक गायकवाड से पूछा कि क्या वह प्रश्नपत्र लीक कर सकता है। गायकवाड़ इसके बाद सचिन लाड का रुख किया जो प्रोफेसरों के कॉलेज में लैब ऑपरेटर का काम करता है।
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