इन चार Genetic Disease के बारे होना चाहिए आपको पता, अनजाने में बच्चों तक फैल सकती हैं ये

Genetic Disorder: जीन डीएनए (डीऑक्सीराइबोन्यूक्लिक एसिड) से बने होते हैं, जिसमें सेल्स फंक्शनिंग के निर्देश होते हैं और ये ही आपको दूसरों से अलग यानी यूनिक बनाते हैं. कुछ ऐसी बीमारियां होती हैं जो इन जीन्स के माध्यम से पीढ़ी दर पीढ़ी सर्कुलेट होती हैं.

इन चार Genetic Disease के बारे होना चाहिए आपको पता, अनजाने में बच्चों तक फैल सकती हैं ये

कुछ ऐसी बीमारियां होती हैं जो इन जीन्स के माध्यम से पीढ़ी दर पीढ़ी सर्कुलेट होती हैं.

Genetic Diseases: जेनेटिक डिसऑर्डर या आनुवंशिक विकार तब होते हैं जब म्यूटेशन (जीन में एक हानिकारक परिवर्तन, जिसे रोगजनक प्रकार के रूप में भी जाना जाता है) आपके जीन को प्रभावित करता है या जब आपके पास जेनेडिक मटेरियल की गलत मात्रा होती है. जीन डीएनए (डीऑक्सीराइबोन्यूक्लिक एसिड) से बने होते हैं, जिसमें सेल्स फंक्शनिंग के निर्देश होते हैं और ये ही आपको दूसरों से अलग यानी यूनिक बनाते हैं. कुछ ऐसी बीमारियां होती हैं जो इन जीन्स के माध्यम से पीढ़ी दर पीढ़ी सर्कुलेट होती हैं.

ये हैं पीढ़ी दर पीढ़ी चलने वाली बीमारियां | These are diseases passed On From Generation

1) डायबिटीज

डायबिटीज स्थितियों का एक समूह है जहां शरीर पर्याप्त या फिर बिल्कुल ही इंसुलिन का प्रोडक्शन नहीं कर सकता है या फिर उत्पादित इंसुलिन का ठीक से उपयोग नहीं कर पाता. जब इनमें से कुछ भी होता है, तो शरीर ब्लड में मौजूद सर्करा यानी शुगर को आपकी कोशिकाओं में नहीं पहुंचा पाता है. इससे ब्लड शुगर का लेवल हाई हो जाता है, इस स्थिति को डायबिटीज कहते हैं. अगर परिवार में किसी को खासकर माता-पिता को डायबिटीज है जो उनके बच्चों में भी डायबिटीज होने का जोखिम होता है.

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2) मानसिक रोग

कई मानसिक रोग की वजह भी जेनेटिक हो सकती हैं. अगर फैमिली में कोई एंग्जायटी, डिप्रेशन, ओब्सेसिव कंपल्सिव डिसऑर्डर या डिमेंशिया से पीड़ित रहा है तो ये बीमारी म्यूटेट हो सकती है.

3) हाइपरटेंशन

हाइपरटेंशन यानी हाई ब्लड प्रेशर की बीमारी भी जीन्स के जरिए ट्रांसफर हो सकती है. कई बार माता-पिता या दादा-दादी या फिर नाना-नानी को हाइपरटेंशन की समस्या होने से उनकी अगली पीढ़ी में भी इस बीमारी के संकेत नजर आ सकते हैं, हालांकि अपनी जीवनशैली में सुधार कर इससे बचा जा सकता है.

4) आंत से जुड़ी बीमारी

आंत से जुड़ी बीमारियों में भी ट्रांसफर होने का खतरा होता है. जेनेटिक बीमारियों की श्रेणी में इसे भी गिना जाता है. अगर किसी को आंत में सूजन आदि की समस्या है तो उसकी आने वाली पीढ़ी में भी ये परेशानी देखी जा सकती है.

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अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए जिम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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