World Oral Health Day: आज वर्ल्ड ओरल हेल्थ डे है. हर साल 20 मार्च को ओरल हेल्थ और ओरल हाइजिन के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए वर्ल्ड ओरल हेल्थ डे मनाया जाता है. यह दिन पहली बार 2013 में मनाया गया था और अब यह दुनिया भर के 140 से अधिक देशों में मनाया जाता है. यह दिन FDI वर्ल्ड डेंटल फेडरेशन (FDI World Dental Federation) द्वारा आयोजित किया जाता है, जो दुनिया में सबसे बड़ा मेंबरशिप बेस्ड डेंटल आर्गेनाइजेशन है.
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इस दिन का इतिहास (History)
लोगों को मुंह की सफाई के प्रति जागरूक करने के लिए वर्ल्ड ओरल हेल्थ डे की शुरुआत की गई. वर्ल्ड ओरल हेल्थ डे का विचार पहली बार एफडीआई वर्ल्ड डेंटल फेडरेशन द्वारा 2011 में अपनी वार्षिक वर्ल्ड डेंटल कांग्रेस के दौरान प्रस्तावित किया गया था. प्रस्ताव सर्वसम्मति से पास हुआ और 20 मार्च, 2013 को पहली बार वर्ल्ड ओरल हेल्थ डे मनाया गया. यह दिन एक वार्षिक उत्सव की तरह होता है जब सभी को ओरल हेल्थ और हाइजिन के महत्व को बताया जाता है.
2023 का थीम (Theme)
हर साल, वर्ल्ड ओरल हेल्थ डे की एक स्पेशल थीम होती है जो वर्तमान मौखिक स्वास्थ्य प्राथमिकताओं और चुनौतियों को दर्शाती है. वर्ल्ड ओरल हेल्थ डे की साल 2021, 2022 और 2023 की थीम "बी प्राउड ऑफ योर माउथ" है. यह थीम का मुख्य फोकस हमारे मौखिक स्वास्थ्य की देखभाल के महत्व पर ध्यान केंद्रित करना है.
इस दिन का महत्व (Significance)
वर्ल्ड ओरल हेल्थ डे अभियान अच्छी मौखिक स्वच्छता प्रथाओं को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित है. इसमें फ्लोराइड टूथपेस्ट के साथ दिन में दो बार दांतों को ब्रश करना, नियमित रूप से फ्लॉसिंग करना और चेक-अप और सफाई के लिए नियमित रूप से डेंटिस्ट के पास जाना शामिल है. इन प्रथाओं से दांतों की सड़न, मसूड़ों की बीमारी और अन्य मौखिक स्वास्थ्य समस्याओं को रोका जा सकता है.
खराब मौखिक स्वास्थ्य हमारे समग्र स्वास्थ्य और जीवन की गुणवत्ता पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकता है. इससे दर्द, बेचैनी और चबाने और बोलने में कठिनाई हो सकती है, जो हमारे खाने और संवाद करने की क्षमता को प्रभावित कर सकती है. यही नहीं ओरल हेल्थ हृदय रोग, श्वसन संक्रमण और मधुमेह जैसी अधिक गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं के जन्म का भी कारण हो सकता है. वर्ल्ड ओरल हेल्थ डे का उद्देश्य मौखिक स्वास्थ्य देखभाल की पहुंच में असमानताओं को दूर करना और बुनियादी मानव अधिकार के रूप में मौखिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देना है.
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