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World Malaria Day 2025: किस मच्छर के काटने से होता है मलेरिया, जान लें कैसे बचा सकते हैं खुद को, रिकवरी के लिए घरेलू उपाय

World Malaria Day 2025: आज विश्व मलेरिया दिवस मनाया जा रहा है. आइए जानते हैं मलेरिया कैसे फैलता है और इसके लक्षण क्या हैं. साथ ही मलेरिया से रोकथाम के लिए क्या घरेलू उपायों के बारे में भी जानिए.

World Malaria Day 2025: किस मच्छर के काटने से होता है मलेरिया, जान लें कैसे बचा सकते हैं खुद को, रिकवरी के लिए घरेलू उपाय
World Malaria Day 2025: मलेरिया बीमारी फैलाने वाला मच्छर मादा एनाफिलीज है.

World Malaria Day 2025: विश्व मलेरिया दिवस हर साल 25 अप्रैल को मनाया जाता है. इस दिन का उद्देश्य लोगों में मलेरिया के बारे में जागरूकता बढ़ाने और बीमारी को कंट्रोल करने को बढ़ावा देने के लिए मनाया जाता है. हर साल मलेरिया से सैकड़ों से संक्रमित होते हैं. आज हम इस लेख में जानेंगे कि मलेरिया किस कारण से होता है और घरेलू उपचारों की मदद से मलेरिया को कैसे रोका जा सकता है.

मलेरिया क्या है और कैसे फैलता है? (What Is Malaria And How Is Malaria Transmitted)

मलेरिया एक संभावित रूप से जानलेवा संक्रामक रोग है जो प्लास्मोडियम प्रजाति के परजीवी प्रोटोजोआ के कारण होता है, जो संक्रमित मादा एनाफिलीज मच्छरों के काटने से मनुष्यों में फैलता है. वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) की रिपोर्ट 2017  के अनुसार, मलेरिया के कारण संक्रमित होने और मरने वालों की दर के मामले में भारत दुनिया में चौथे स्थान पर है. एक बार संक्रमित मच्छर के काटने पर व्यक्ति को मलेरिया जैसी जानलेवा बीमारी का सामना करना पड़ जाता है. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो साल 2010 से भारत में मलेरिया के मामले बढ़ोतरी देखी गई है.

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बता दें, मलेरिया बीमारी फैलाने वाला मच्छर मादा एनाफिलीज मच्छर अपनी लार से परजीवियों को व्यक्ति के खून में ट्रांसफर करता है, जिसके बाद संक्रमित परजीवी लिवर तक चले जाते हैं. प्लास्मोडियम की कई उप-प्रजातियां हैं, लेकिन उनमें से केवल 5 को सबसे खतरनाक माना गया है, जिनके नाम हैं पी. फाल्सीपेरम, पी. विवैक्स, पी. ओवले, पी. मलेरिया और पी. नॉलेसी. ये सभी मलेरिया के मुख्य कारण हैं. आइए जानते हैं इनके बारे में.

पी. फाल्सीपेरम (P. Falciparum): यह मृत्यु का एक प्रमुख कारण है क्योंकि इसके लक्षण अत्यंत गंभीर होते हैं.
पी. विवैक्स (P. Vivax): मलेरिया के दोबारा होने का कारण बनता है. यह मलेरिया का सबसे आम कारण है.
पी. ओवेल (P. Ovale): तृतीयक मलेरिया का कारण बनता है.
पी. मलेरिया (P. Malarie): यह मलेरियाा का लॉन्ग टर्म इंफेक्शन का कारण बनता है.
पी. नॉलेसी (P. Knowlesi): धीरे-धीरे बढ़ने वाले मलेरिया संक्रमण से जटिल गंभीर मलेरिया संक्रमण में बदल सकता है.

मलेरिया के संकेत और लक्षण (Signs and Symptoms of Malaria|)

मलेरिया के लक्षण और इलाज के बारे में हर किसी को पता होना चाहिए, खासकर बरसात के मौसम में. इसके कारण बिना किसी वायरस बीमारी के भी हो सकते हैं. आइए जानते हैं.

हल्का बुखार: शुरुआत में आपको हल्का बुखार हो सकता है और फिर ठंड लगने के साथ-साथ सिरदर्द के साथ मतली की भावना हो सकती है.

मांसपेशियों में दर्द: मलेरिया से पीड़ित लोगों को  मांसपेशियों में दर्द और थकान महसूस होती है. जिसके कारण वह अपने रूटीन के काम भी ठीक से नहीं कर पाते हैं.

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बच्चों के लिए बरतें सावधानी

बच्चों को मलेरिया के खतरों से बचाने के लिए उनके कपड़ों पर मच्छर भगाने वाले पैच चिपकाएं या मच्छर भगाने वाला रोल ऑन लगाएं.  बता दें, मलेरिया मुख्य रूप से मलेरिया के लक्षणों को 2  कैटेगरी में विभाजित किया जा सकता है, जिसमें हल्का मलेरिया और गंभीर मलेरिया है.

हल्का मलेरिया क्या है?

हल्के यानी माइल्ड मलेरिया में कोई गंभीर संक्रमण के लक्षण नहीं होते हैं. इसमें हल्का बुखार देखा जा सकता है. ऐसे में अगर आपकी इम्यूनिटी कमजोर है तो हल्के मलेरिया के लक्षण दिखने पर भी आपको डॉक्टर के पास जाने की सलाह दी जाती है. ताकि बाद में गंभीर मलेरिया का संकट न आ जाए. बता दें, हल्के मलेरिया के लक्षण 6-10 घंटे बाद नहीं दिखाई दे सकते हैं, लेकिन यह दूसरे दिन फिर से हो सकता है. इसलिए इसे नजरअंदाज न करें.

गंभीर मलेरिया के लक्षण

जब कोई व्यक्ति गंभीर मलेरिया से पीड़ित होता है, तो उसे कुछ ऐसे लक्षण अनुभव होते हैं जो आसानी से ठीक नहीं होते. आइए जानते हैं इस बारे में.

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ठंड लगना और सांस लेने में कठिनाई: गंभीर मलेरिया के लक्षण में व्यक्ति को बुखार के साथ- साथ जोरों से ठंड भी लगती है. आपको बता दें, गंभीर मलेरिया संक्रमण जानलेवा भी हो सकता है. इस दौरान  स्वास्थ्य में तेजी से गिरावट देखी जाती है और अगर सही समय पर इलाज न किया गया तो ये बीमारी संभावित रूप से मृत्यु का कारण भी बन सकती है. गंभीर मलेरिया के लक्षण थकावट, सांस लेने में परेशानी, दौरे के आना, एनीमिया होना और किडनी फंक्शन में परेशानी होना शामिल हैं. इसी के साथ बता दें, गंभीर मलेरिया के दौरान पीड़ित व्यक्ति को खुद के बारे में और आस-पास के माहौल के बारे में समझना मुश्किल हो जाता है.

मलेरिया के गंभीर लक्षण (Severe Symptoms of Malaria)

हार्ट फेल भी शामिल है. इसी के साथ और ब्लड शुगर लेवल (Low Blood Sugar) कम होने की भी संभावना रहती है. खासकर गर्भवती महिला के मामले में संभावना सबसे ज्यादा रहती है.

दौरे पड़ना- गंभीर मलेरिया के लक्षण में पीड़ित व्यक्ति को दौरे भी पड़ते हैं. जिस दौरान उन्हें काफी बेचैनी भी महसूस होती है.

सांस लेने में समस्या:- ठीक से सांस न ले पाना भी गंभीर मलेरिया का एक लक्षण है.

मलेरिया रोग का घरेलू उपचार (Home Remedies For Malaria Disease)

एक बार जब लक्षण स्पष्ट हो जाएं, तो मलेरिया का इलाज कराना जरूरी है. आज हम यहां घरेलू उपचार के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसमें मलेरिया से रोकथाम के लिए सेब का सिरका, अदरक का पानी, दालचीनी और शहद का पानी
ताजा जूस, हर्बल चाय और दूध का उपयोग कर सकते हैं.

  • सेब के सिरके को पानी में मिलाकर तौलिए में भिगोकर 10-12 मिनट तक पिंडलियों पर रखें. इससे मांसपेशियों के दर्द से राहत मिलेगी.
  • अदरक का पानी- अदरक को पानी में उबालें और रोजाना 1-2 कप पिएं. इससे मलेरिया के लक्षण कम हो जाएंगे.
  • दालचीनी और शहद का पानी- दालचीनी और काली मिर्च पाउडर को पानी में उबालें. छानने के बाद इसमें शहद मिलाएं और दिन में 1-2 बार पीएं.
  • ताजा जूस- रोजाना 2-3 गिलास संतरे का जूस, मौसमी का जूस या अंगूर का जूस पी सकते हैं.
  • हर्बल चाय और दूध-प्रतिदिन 2 कप हर्बल चाय या हल्दी वाला दूध पिएं. इससे मलेरिया से पीड़ित व्यक्ति को काफी राहत मिलेगी.

मलेरिया से कैसे बचा जा सकता है? (How Can Malaria Be Prevented)

मलेरिया को खुद को बचाने का सबसे पहला तरीका है, कि सबसे पहले व्यक्ति बरसात के मौसम में मलेरिया के कीड़ों के काटने से खुद को बचाएं. अगर आप किसी ऐसी जगह पर जा रहे हैं, जहां पेड़- पौधे ज्यादा है, वहां लंबी बाजू वाले कपड़े और पैंट पहनकर ही जाएं, ताकि अधिक से अधिक त्वचा ढकी रहने के कारण मच्छर आपको न काट सके.  

रात को सोते समय मच्छरदानी का इस्तेमाल करें: इसी के साथ प्राकृतिक मच्छर भगाने वाली क्रीम की एक पतली लेयर शरीर पर लगाएं. वहीं घर, छत, बालकनी में ठहरा हुआ पानी जमा न होने दें, ताकि मच्छर की प्रजनन प्रक्रिया को रोका जा सके.

मच्छर भगाने वाला स्प्रे: मच्छरों के काटने से बचने के लिए बाजार में खास तौर पर बिकने वाले स्प्रे मिलता है. आप उसे लेकर आ सकते हैं.

मच्छर भगाने वाला लोशन: पूरे शरीर पर लगाया जाने वाला लोशन खुद को संक्रमित होने से बचाने का एक बहुत अच्छा तरीका है. यह मच्छर भगाने वाली क्रीम लोगों की देखभाल करने में बहुत कारगर है. यह बच्चों और बड़ों दोनों के लिए एक अच्छा ऑप्शन है. क्रीम लेते समय ब्रांड जरूर देखें.

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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)