Vajrasana Health Benefits: वज्रासन घुटने टेककर की जाने वाली मुद्रा है और इसका नाम संस्कृत शब्द के वज्र से लिया गया है, जिसका अर्थ होता है हीरा या वज्र. आसन का अर्थ है मुद्रा और इस हीरे की मुद्रा को एडमिनटाइन पोज़ भी कहा जाता है. वज्रासन मोटापा के लिए (Vajrasana For Obesity) काफी फायदेमंद हो सकता है इससे आफ आसानी से वजन घटा (Weight Loss) सकते हैं. साथ ही वज्रासन पेट के लिए (Vajrasana For Stomach) भी लाभदायक माना जाता है. इसके साथ ही इस आसन के कई फायदे होते हैं, जैसे वज्रासन कब्ज से राहत (Vajrasana For Constipation) दिलाने में भी मदद कर सकता है. वज्रासन गैस से छुटकारा दिलाने के लिए (Vajrasana To Get Rid Of Gas) फायदेमंद हो सकता है. इसके साथ ही वज्रासन डायबिटीज के लिए (Vajrasana For Diabetes) भी असरदार हो सकता है. जो लोग अपने बढ़े हुए वजन को लेकर परेशान हैं वह भी वजन घटाने के लिए वज्रासन (Vajrasana For Weight Loss) कर सकते हैं. वज्रासन वज्र नाड़ी को सक्रिय करता है जो अच्छे पाचन को बढ़ावा देता है और लीवर को काम करने में मदद करता है. वज्रासन की स्थिति ऐसी है कि यह आपके शरीर के निचले हिस्से में ब्लड फ्लो (Blood Flow) को बाधित करता है जैसे जांघ और पैर. अगर आप वज्रासन करते हैं तो यह घुटनों (Vajrasana For Knee) के लिए भी फायदेमंद होता है.
Vajrasana: लाभ और आसन करने का तरीका
ऐसे करें वज्रासन | Formation Of Vajrasana
- - अपने शरीर के किनारों से अपनी बाहों के साथ सीधे खड़े हों.
- आगे झुकें और धीरे-धीरे अपने घुटनों को अपनी फैलाएं.
- अपनी एड़ी पर अपनी श्रोणि (कोख) रखें और अपने पैर की उंगलियों को बाहर की ओर करें.
- अपनी जांघों और पिंडली की मांसपेशियों को दबाना चाहिए.
- अपनी एड़ी को एक-दूसरे के करीब रखें.
- पैर की उंगलियों को दूसरे के ऊपर न रखें, इसके बजाय दाएं और बाएं एक दूसरे के बगल में होना चाहिए.
- अपनी हथेलियों को अपने घुटनों पर ऊपर की ओर रखें.
- अपनी पीठ को सीधा करें और आगे देखें.
- इस आसन को कुछ देर तक रोककर रखें.
सावधानियां- अगर आपके घुटने या टखने में चोट है तो इस आसन को करने से बचें
Breathing Methodology- धीरे-धीरे श्वास और साँस छोड़ें
वज्रासन के फायदे | Benefits Of Vajrasana
- यह आसन पाचन को ठीक कर सकता है. यह एकमात्र ऐसा आसन है जिसका भोजन करने के तुरंत बाद अभ्यास किया जा सकता है.
- वज्रासन आपके पिंडली की मांसपेशियों आराम देता है.
- आसन पैरों, टखने और घुटने के कैप को आराम और मजबूत करता है.
- यह आसन टखनों को फ्लेक्स कर सकता है.
- घुटने के कैप को लुब्रिकेट करता है.
- ध्यान या प्राणायाम के लिए यह एक अच्छा आसन है
वज्रासन सबसे बुनियादी आसन में से एक है, दिन में किसी भी समय इसका अभ्यास किया जा सकता है. हालांकि भोजन के बाद इस आसन को करने से सबसे ज्यादा फायदेमंद होगा क्योंकि यह खाने के पाचन में आपकी मदद कर सकता है. अगर आप अपने सूर्य नाड़ी (सूर्य चैनल) पर दबाव डालना चाहते हैं, तो बाएं पैर के अंगूठे को दाहिने बड़े पैर के अंगूठे पर रख सकते हैं और जब चंद्र नाड़ी पर दबाव की आवश्यकता हो, तो दाएं बड़े पैर की अंगुली को बाईं ओर रखें. यह भी है कब्ज से राहत देने के लिए फायदेमंद माना जाता है.
(ग्रैंड मास्टर अक्षर योग मास्टर के साथ आध्यात्मिक गाइड और लाइफस्टाइल कोच हैं)
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अस्वीकरण: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है. यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता. ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें. एनडीटीवी इस जानकारी की प्रमाणिकता की जिम्मेदारी नहीं लेता.
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