विज्ञापन
This Article is From May 14, 2024

Mumbai dust storm: धूल भरे आंधी-तूफान में बढ़ सकते हैं अस्थमा अटैक? मौसम बन सकता है विलेन, किन बातों का रखें ख्याल

स्टडी के दौरान "थंडरस्टॉर्म अस्थमा" नाम के दुर्लभ घटना को देखा गया. इसमें कहा गया है कि कई हालातों में तूफान सच में अस्थमा के दौरे को ट्रिगर कर सकता है.

Mumbai dust storm: धूल भरे आंधी-तूफान में बढ़ सकते हैं अस्थमा अटैक? मौसम बन सकता है विलेन, किन बातों का रखें ख्याल
आंधी तूफान और अस्थमा में क्या है सच में कोई संबंध?

Can Thunderstorm Trigger Asthma Attack: आंधी-तूफान और आसमान से बिजली की गिरने वक्त होने वाली गड़गड़ाहट की आवाज सुनकर कई लोग डर और घबरा जाते हैं, लेकिन क्या यह आपको बीमार भी कर सकता है? हाल ही में सामने आई एक स्टडी रिपोर्ट में इसका जवाब हां में दिया गया है. स्टडी के दौरान "थंडरस्टॉर्म अस्थमा" नाम के दुर्लभ घटना को देखा गया. इसमें कहा गया है कि कई हालातों में तूफान सच में अस्थमा के दौरे को ट्रिगर कर सकता है.

कब सामने आई थी थंडरस्टॉर्म अस्थमा की पहली और दूसरी घटना

थंडरस्टॉर्म अस्थमा की पहली घटना बर्मिंघम, इंग्लैंड में 1983 में और दूसरी 1987 में मेलबर्न, ऑस्ट्रेलिया में होने की बात कही गई है. उस वक्त हिंसक तूफान और उसके साथ अस्थमा अटैक की व्यापक लहर से जुड़ी कई खबर सामने आई थी. उस समय से, इंग्लैंड और इटली में कई और मामले भी सामने आए हैं. दक्षिणपूर्वी ऑस्ट्रेलिया में साल 2016 में सिलसिलेवार तेज़ तूफ़ान आने से जाहिर तौर पर अस्थमा अटैक की एक और लहर शुरू हो गई थी. इससे मेलबर्न में आठ लोगों की मौत हो गई और 8,000 से अधिक लोग इमरजेंसी में भर्ती किए गए थे. Also Read: खांसी के लिए नेबुलाइजर देने से बच्चों में अस्थमा का खतरा बढ़ता है? डॉक्‍टर से जानें क्‍यों, कब करें बच्‍चों के लिए नेबुलाइजर का इस्तेमाल

एलर्जी के कारण अस्थमा से पीड़ित लोगों की मदद करती है बारिश

थंडरस्टॉर्म अस्थमा के बारे में एक हैरान करने वाली बात यह है कि बारिश आम तौर पर हवा से पराग को धोकर एलर्जी के कारण अस्थमा से पीड़ित लोगों की मदद करती है. तो फिर कुछ भयंकर तूफानों का उल्टा असर क्यों होता है? एक और हैरान करने वाली बात यह थी कि अस्थमा के प्रकोप वाले क्षेत्रों में राई घास के परागकणों की उपलब्धता थी. आमतौर पर अस्थमा के लक्षण पैदा करने के लिए ये परागकण बहुत बड़े होते हैं, क्योंकि वे फेफड़ों तक पहुंचने से पहले आमतौर पर नाक और साइनस में फंस जाते हैं. Also Read: जरा सा चलने पर फूल जाती है सांस, तो जानें क्‍या हो सकते हैं कारण, इस गंभीर बीमारी के हो सकते हैं लक्षण

हवा के बहने का खास पैटर्न निकला थंडरस्टॉर्म अस्थमा का बड़ा कारण

जॉर्जिया यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स ने ऑस्ट्रेलिया में 2016 की घटना का अध्ययन किया और इस रहस्य को सुलझाने का दावा किया है. उनका स्टडी रिपोर्ट एप्लाइड मौसम विज्ञान और जलवायु विज्ञान जर्नल में प्रकाशित हुआ था. इसमें पाया गया कि हवा के बहने का एक खास पैटर्न थंडरस्टॉर्म अस्थमा का प्राथमिक कारण था. इसे मौसम की आर्द्रता और बिजली गिरने की आवाज से मदद मिलती थी. आंधी के भीतर ठंडी हवा के डाउनड्राफ्ट पराग और मोल्ड बीजाणुओं के कणों को इकट्ठा करते हैं और फिर उन्हें बादलों की उच्च आर्द्रता में ले जाते हैं. वहां, हवा, नमी और कुछ हद तक बिजली मिलकर पराग और बीजाणुओं को बहुत छोटे टुकड़ों में तोड़ देती है जो नाक और साइनस से होते हुए फेफड़ों में जा सकते हैं.

क्या तूफान और गड़गड़ाहट के वक्त अस्थमा पीड़ितों को सांस रोकनी चाहिए?

क्या इसका मतलब यह है कि अस्थमा से पीड़ित लोगों को हर बार गड़गड़ाहट सुनते समय अपनी सांस रोक लेनी चाहिए? स्टडी के मुताबिक, ऐसा जरूरी नहीं है. क्योंकि सबसे पहले तो मौसम संबंधी ये बेहद खास घटना बहुत दुर्लभ हैं और थंडरस्टॉर्म की घटना मौसम, एलर्जी और संवेदनशील आबादी के सही अनुपात पर निर्भर करती हैं. स्टडी से जुड़े लेखकों का कहना है कि उनकी फाइंडिंग्स और उनके मॉडल किसी दिन भविष्यवाणी करने का एक तरीका तैयार कर सकते हैं कि थंडरस्टॉर्म अस्थमा कब हो सकता है. इससे स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को संवेदनशील लोगों के लिए चेतावनी जारी करने का मौका मिल सकता है.

What is Asthma: Types, Causes, Symptoms, Diagnosis, Treatment | दमा के लक्षण, कारण और इलाज

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com