Tampons, sanitary pads or period cups: पीरियड्स आने पर लड़कियों को क्या यूज करना ज्यादा बेहतर होता है, पैड, टैंपून या फिर मेंस्ट्रुअल कप. एक जमाना था जब पीरियड्स के दिनों में महिलाओं के पास कपड़ा यूज करने के अलावा कोई और ऑप्शन नहीं होता था. लेकिन अब बहुत सारे किस्म के ऑप्शन हैं. जो कई बार कंफ्यूज भी करते हैं कि किस तरह का ऑप्शन यूज किया जाना ज्यादा बेहतर है. और, कोई भी पीरियड प्रोटेक्शन कितनी देर तक इस्तेमाल किया जा सकता है. सेक्सुअल हेल्थ एक्सपर्ट डॉक्टर निधि झा ने इस बारे में कई जरूरी जानकारी शेयर की हैं. अगर आप भी किसी ग्रोइंग गर्ल के पेरेंट या परिचित हैं तो इसे आपको भी समझ लेना जरूरी है. तो चलिए जानते हैं पैड, टैंपून या मेंस्ट्रुअल कप, किसे चुनना है सही-
टैम्पोन, सैनिटरी पैड या पीरियड कप: कौन सा बेहतर है? | Tampons, sanitary pads or period cups: Which is better?
पैड्स, टैंपून या मेंस्ट्रुअल कप किसे चुनना है सही?
डॉ. निधि झा के मुताबिक अगर कपड़ा यूज करते हैं तो उससे बेहतर है पैड यूज करना. जो सबसे सेफ तरीका माना जा सकता है. ये ऑप्शन कपड़े से ज्यादा हाईजीनिक है. लेकिन अगर स्विमिंग करते हैं या कोई स्पोर्ट्स एक्टिविटी करते हैं तो पैड्स यूज करना मुश्किल होता है. क्योंकि पैड्स गीले हो जाते हैं. स्पोर्ट्स में एक्टिव गर्ल्स टैंपून या फिर मेंस्ट्रुअल कप भी यूज कर सकती हैं.
एनवायरनमेंट प्रोटेक्शन को देखते हुए अब ऐसे ऑप्शन्स पर भी जोर दिया जा रहा है जो रीयूजेबल हों और कचरा कम से कम बढ़े. ऐसे में मेंस्ट्रुअल कप को यूज किया जा सकता है.
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इंफेक्शन हो तो क्या करें?
डॉ. निधि झा ने बताया कि कुछ लड़कियों को इंफेक्शन होने की भी संभावना है. अगर किसी भी तरह का इंफेक्शन होता है तो ऐसा कोई साधन उपयोग न करें जो शरीर के अंदर इंसर्ट हो रहा है. जैसे टैंपून या फिर मेंस्ट्रुअल कप इंफेक्शन के दौरान यूज करना खतरनाक हो सकता है. ऐसे में पैड सबसे सेफ ऑप्शन है. रीयूजेबल ऑप्शन चुनना है तो पीरियड पेंटीज यूज कर सकते हैं, जो रीयूजेबल भी होती हैं.
क्या टैम्पोन या कप मेरी वर्जिनिटी तोड़ सकता है? | Do tampons take your virginity?
कई बार पेरेंट्स को, खासतौर से माओं को ये डाउट होता है कि बच्ची ने अगर टैम्पून्स या फिर मेंस्ट्रुअल कप यूज किए तो वो वर्जिनिटी लूज कर सकती हैं. लेकिन ये वर्जिनिटी लूज करना नहीं कहलाता है. डॉ. निधि झा के मुताबिक यूटरस में एक झिल्ली होती है जिसे हाइमन कहते हैं. सेक्स के दौरान यही झिल्ली ब्रेक होती है. जिसकी वजह से ब्लीडिंग भी होती है. टैम्पून्स या मेंस्ट्रुअल कप यूज करने से ये झिल्ली टूट भी सकती है या नहीं भी टूट सकती है. लेकिन वर्जिनिटी लूज करने जैसी कोई बात नहीं है. पर ये हर केस में जरूरी नहीं है कि टैम्पून्स या मेंस्ट्रुअल कप से हाइमन ब्रेक होगा भी. इसके ब्रेक होने के बहुत से और भी कारण हो सकते हैं.
पैड, टैम्पोन या कप कितनी देर में बदलें
अक्सर पैड्स के एड में कहा जाता है कि ये ज्यादा ऑब्जॉर्ब्शन वाले पैड हैं या इन्हें ज्यादा देर तक यूज किया जा सकता है. डॉ. निधि झा की सलाह है कि कोई भी पीरियड प्रोटेक्शन छह घंटे से ज्यादा किसी भी सूरत में इस्तेमाल न करें. उन पर दाग आया हो या न हो. डॉ. निधि झा ने कहा कि जमा हुआ ब्लड इंफेक्शन का कारण बनता है. यूटरस के जरिए ये चीजें शरीर के अंदर जाती हैं और फिर शरीर के किसी अन्य हिस्से में भी इंफेक्शन का कारण बन सकती हैं. इसलिए इन्हें छह घंटे से ज्यादा उपयोग नहीं करना चाहिए.
दिन में कितनी बार पैड बदलना चाहिए? : पैड को आम तौर पर हर 3 से 4 घंटे में बदलना चाहिए. पैड को पूरी तरह से भरा होने से पहले ही बदल लेना चाहिए.
टैम्पोन : टैम्पोन को हर 4 से 5 घंटे में बदलना चाहिए. टैम्पोन को 5 घंटे से ज़्यादा समय तक न रखें, क्योंकि इससे आपको बीमार होने का ख़तरा हो सकता है.
मासिक धर्म कप : मासिक धर्म कप को 6 घंटे तक पहना जा सकता है. हालांकि, ज़्यादा रक्तस्राव वाले दिनों में इसे ज़्यादा बार बदलना पड़ सकता है.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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