Weight Loss Ka Sahi Tarika: जरूरत से ज्यादा वजन का बढ़ना सेहत के लिए बिल्कुल भी अच्छा नहीं माना गया है, वहीं मार्केट में कई ऐसे तरीके मौजूद है जिसमें कम समय में आप अपना कई किलो वजन कम कर सकते हैं. हालांकि देखने और सुनने में ये तरीके अच्छे लगते हैं, लेकिन असल जिंदगी में प्रैक्टिकल नहीं होते हैं. साथ ही यह सेहत के लिए नुकसानदायक भी है, ऐसे में सेलिब्रिटी फिटनेस कोच शिवोहम भट्ट ने ऐसे मिथकों के बारे में बताया है, जिन्हें बिल्कुल भी सच न मानें. आइए जानते हैं इस बारे में.
फिट शरीर पाने का कोई शॉर्टकट नहीं
सेलिब्रिटी फिटनेस कोच शिवोहम भट्ट आमिर खान, अमिताभ बच्चन, रणबीर कपूर, जैकलीन फर्नांडीज को ट्रेनिंग दे चुके हैं. उनका कहना है कि फिट शरीर पाने के लिए कोई गोली या शॉर्टकट नहीं है, बल्कि फिटनेस विज्ञान पर आधारित है, न कि सोशल मीडिया के मिथकों पर. हाल ही में एक पोस्ट में, शिवोहम ने फैट लॉस के बारे में तीन सबसे आम गलत धारणाओं के बारे में बताया है, जिसे आज भी कई लोग आंख बंद कर फॉलो करते हैं.
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मिथक 1: भूखा रहने से वजन तेजी से कम होता है.
सेलिब्रिटी फिटनेस कोच शिवोहम भट्ट ने बताया कि पतला होने के लिए लोग जो सबसे बड़ी गलतियां करते हैं, उनमें से एक है चर्बी घटाने के नाम पर कैलोरी में भारी कटौती करना. उन्होंने कहा, भूखा रहने से सिर्फ चर्बी ही नहीं जलती. इससे मांसपेशियां भी कमजोर होती हैं. जब आप बहुत कम खाते हैं, तो आपका शरीर सर्वाइवल मोड में चला जाता है. आपकी मांसपेशियां कम हो जाती हैं, आपका मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है, और आप और भी तेजी से चर्बी जमा कर लेते हैं. ऐसे में भूखे रहने से तेजी से वजन कम नहीं होता है.
मिथक 2: कार्डियो ही सबसे बेहतरीन फैट बर्निंग एक्सरसाइज है
कार्डियो हार्ट हेल्थ और कैलोरी बर्न के लिए फायदेमंद है, लेकिन यह फैट बर्न करने का सबसे कारगर तरीका नहीं है. शिवोहम बताते हैं कि कार्डियो केवल तब ही कैलोरी बर्न करता है जब आप इसे कर रहे होते हैं. इसके विपरीत, स्ट्रेंथ ट्रेनिंग आपके वर्कआउट खत्म होने के काफी समय बाद तक कैलोरी बर्न करती रहती है. वे बताते हैं, "मांसपेशियां मेटाबॉलिक रूप से एक्टिव होती हैं. आप जितनी ज्यादा मांसपेशियां बनाते हैं, उतनी ही ज्यादा कैलोरी बर्न करते हैं, यहां तक कि आराम करते समय भी."
मिथक 3: मोटिवेशन एंड डिसिप्लिन ही काफी है
शिवोहम के अनुसार, फिटनेस का सफर सिर्फ मोटिवेशन से नहीं चलता. उनका मानना है कि अपनी फिटनेस जर्नी को पूरा करने में ज्यादातर लोग डिसिप्लिन की कमी के कारण असफल नहीं होते, बल्कि वे व्यवस्था की कमी के कारण असफल होते हैं. ऐसे में ऐसी आदतें बनाएं जो आपके लक्ष्यों को पूरा करने में सपोर्ट करें. नींद और अच्छे खाने- पीने को प्राथमिकता दें. 'फैट बर्नर' और बनावटी बातों को भूल जाएं. अपने रूटीन में बदलाव करें.
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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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