COVID-19 XEC Variant: कोविड ने एक बार फिर से लोगों के बीच दहशत पैदा कर दी है. बता दें कि कोविड एक बार फिर से नए वैरिएंट के साथ वापस आ गया है. इस नए वैरिएंट को XEC कहा जा रहा है. बता दें कि कोविड का ये वेरिएंट ठंड से समय में काफी तेजी से फैल सकता है. बता दें कि अब तक कोरोना के इस नए वेरिएंट ने जर्मनी, डेनमार्क, यूके, और नीदरलैंड जैसे देशों में अपने पैर पसारने शुरू कर दिए हैं.
कब आया था पहला मामला
बता दें कि इस वैरिएंट का पहला मामला इस साल जून के महीने में जर्मनी में देखने को मिला था. ऐसा भी कहा जा रहा है कि ये ‘KS.1.1 और KP.3.3' का सबवैरिएंट हो सकता है.
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कितना खतरनाक
इस वैरिएंट को बेहद खतरनाक बताया जा रहा है, इसलिए इस वैरिएंट को हल्का समझने की भूल बिल्कुल भी ना करें. इस वेरिएंट से संभलकर और सुरक्षित रहने की जरूरत है. आइए जानते हैं इस वेरिएंट के बारे में कुछ और बातें.
कोविड XEC वैरिएंट क्या है?
ऐसा बताया जा रहा है कि XEC KS.1.1 और KP.3.3 का सबवैरिएंट है , जो सर्दियों में और तेजी से फैल सकता है. बता दें कि XEC वैरिएंट को FLuQE वैरिएंट के सब वेरिएंट KP.3.1.1 या deFLuQE वैरिएंट के बराबर ही माना जा रहा है. ऐसा माना जा रहा है कि यह वैरिएंट आगे चलकर काफी गंभीर रूप ले सकता है, इसलिए लोगों को अभी से ही सावधानी बरतना जरूरत है.
XEC वैरिएंट के लक्षण
हालांकि अभी तक ऐसा सामने नहीं आया है कि इसके लक्षण पहले के लक्षणों से अलग है या नहीं. फिलहाल अभी कोविड के पुराने लक्षण हैं-
- खाँसी
- गला में खराश होना
- नाक बहना
- छींक आना
- थकान
- सिरदर्द
- मांसपेशियों में दर्द
- स्मेल नहीं आना
- टेस्ट में बदलाव या टेस्ट नहीं समझ आना
- बंद नाक
- बुखार या ठंड लगना
- सांस लेने में तकलीफ होना
- मतली या उलटी
- दस्त
- भूख न लगना
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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