Mother's Day 2020: मदर्स डे साल 2020 में कब है (Mother's Day 2020 Date) अगर आप नहीं जानते हैं, तो आपको बता दें कि 10 मई (10 May) रविवार को मातृ दिवस 2020 (Mothers Day 2020) मनाया जाएगा. कई लोग सवाल कर रहे हैं कि मदर्स डे कब है (When Is Mother's Day) क्योंकि मातृ दिवस (Mother's Day) हर साल मई महीने के दूसरे रविवार को मनाया जाता है. पिछले साथ मदर्स डे 12 मई को मनाया गया था. 10 मई को 'मदर्स डे' है. इसकी शुरुआत को लेकर विशेषज्ञों में मतभेद है, जिसके चलते यह कई देशों में अलग-अलग तारीखों को मनाया जाता है. इस मौके पर बच्चे अपनी मां के साथ खास पल बिताएंगे. कोई उन्हें गिफ्ट दे रहा होगा तो कोई उनकी ममता को पंक्तियों के जरिए साझा कर रहा होगा.
इस खास दिवस को मनाने के लिए बच्चे अलग-अलग तरीके अपनाएंगे. आपके मन में भी सवाल आ रहा होगा कि मदर्स डे की शुरुआत कब और कहां से हुई. साथ ही आपको मां की सेहत का ख्याल रखने के लिए टिप्स यानि मां को सेहतमंद रखने वाले तरीके (Health Tips For Mother) बता रहे हैं. मां बच्चों की देखभाल और फिक्र तो करती है लेकिन खुद की देखभाल करना भूलल जाती है ऐसे में आपका भी तो फर्ज बनता है मां की सेहत की फिक्र करना. सेहतमंद रहने के लिए आप मां को कुछ योगासन के बारे में बता सकते हैं. यहां हम कुछ योगसनों (Yogasanas) के बारे में भी बता रहे हैं जिससे मां हमेशा हेल्दी रहेंगी.
कब और क्यों मनाया जाता है मदर्स डे | When And Why Mother's Day Is Celebrated
मदर्स डे की तिथि को लेकर दुनियाभर में हमेशा ही मतभेद रहा है. मदर्स डे बोलीविया में 27 मई को मनाया जाता है. इसकी वजह 27 मई, 1812 की क्रांति है, जिसमें स्पेन की सेना ने बॉलीविन महिलाओं की नृसंश हत्या कर दी थी, जो आजादी के लिए लड़ रही थीं. उन महिलाओं के सम्मान में 27 मई को 'मदर्स डे' मनाया जाता है. वहीं, ग्रीस के लोग अपनी मां के प्रति स्नेह और सम्मान के लिए इस पर्व को हर साल मई महीने के दूसरे रविवार को मनाते हैं. भारत में भी इसी तिथि को मदर्स डे मनाया जाता है.
मदर्स डे का एक और इतिहास भी है कहा जाता है कि 1912 में मदर्स डे की शुरूआत अमेरिका से हुई. एना जार्विस नाम की अमेरिकी कार्यकर्ता अपनी मां से बेहद प्यार करती थीं. उन्होंने कभी शादी नहीं की. मां की मौत होने के बाद प्यार जताने के लिए उन्होंने इस दिन की शुरुआत की. जिसे बाद में 10 मई को पूरी दुनिया में मनाया जाने लगा.
रोजाना इन योगासनों का अभ्यास मां की सेहत के लिए है जरूरी
1. गोमुखासन
गोमुखासन महिलाओं के लिए बेहद लाभकारी माना जाता है. यह महिलाओं की कई समस्याओं को आसानी से दूर कर सकता है. जाहिर सी बात है आप भी अपनी मां की फिक्र करते होंगे या आप कुद मां होंगी तो गोमुखासन आपके स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद हो सकता है. रोजाना इस आसन का अभ्यास करना न भूलें.
योगासन करने का तरीका
- सबसे पहले सुखासन में बैठें.
- अपने बाएं पैर की एड़ी को दाहिने नितंब के पास रखिए.
- इसके बाद दाहिने पैर को बाएं जांघ के ऊपर इस तरह रखें कि दोनों घुटने एक-दूसरे के ऊपर आएं.
- इसके बाद बाएं हाथ को पीठ के पीछे ले जाएं.
- साथ ही दाहिने हाथ को भी दाहिने कंधे से पीछे ले जाएं.
- दोनों हाथों को एक-दूसरे से जोड़कर रखें, लेकिन ध्यान रखें कि इस आसन को करते समय आपकी गर्दन सीधी हो.
- आंखें बंद रखें और इस अवस्था में जितनी देर हो,रुके रहें.
2. सर्वांगासन
सर्वांगासन करने से कई स्वास्थ्य होते हैं. अगर आप रोजाना इस आसन का अभ्यास करते हैं तो आपका ब्लड सर्कुलेशन बेहतर हो सकता है. साथ ही आपको संपूर्ण स्वास्थ्य लाभ मिल सकते हैं.
ऐसे करें सर्वांगासन
- सबसे पहले पीठ के बल जमीन पर सीधे लेट जाएं.
- इसके बाद अपने दोनों पैरों को ऊपर की ओर कुछ इस तरह उठाएं कि जमीन से 90 डिग्री का कोण बन जाए.
- इसके बाद कमर को हाथों का सपोर्ट देते हुए ऊपर की ओर उठाएं और पैरों को सिर की तरफ पीछे से धकेलें.
- इस अवस्था में पैर, पीठ और कमर सीधे तने होने चाहिए.
- कुछ क्षण इसी अवस्था में रुकें.
- अब धीरे-धीरे पहले की अवस्था में वापस लौट आएं.
3. वृक्षासन
वृक्षासन पांवों की मांस-पेशियों को मजबूत करने के लिए फायदेमंद माना जाता है. साथ ही वृक्षासन रीढ़ और पेट को स्वस्थ रखने में भी मदद कर सकता है. यह आसन मानसिक एकागरता के लिए भी बहुत उपयोगी साबित हो सकता है.
वृक्षासन करने का तरीका
- सबसे पहले एकदम सीधे सावधान मुद्रा में खड़े हो जाएं.
- अपने बाएं पैर के घुटने को सीधा रखें और दाएं हाथ से दाएं पैर को उठाकर बाएं पैर के घुटने के जोड़ पर रखें.
- पैरों की अंगुलियां नीचे की ओर झुकी होनी चाहिए.
- इसके बाद बाएं पैर से अपने शरीर का बैलेंस बनाने की कोशिश करें.
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