
Yoga For Upset Stomach: कहते हैं 'पेट सफा तो हर रोग दफा' लेकिन पेट ही साफ न रहे तो शरीर में बीमारियां बढ़ने का जोखिम भी बढ़ जाता है. ऐसे में सही खान-पान के साथ योग और प्राणायाम सेहत के लिए वरदान है. इन्हीं में शामिल है- मलासन वॉक, जिसे गारलैंड पोज भी कहते हैं. यह योगासन न केवल पेट को साफ रखता है, बल्कि पूरे शरीर को तंदुरुस्त बनाने में मदद करता है. खास बात यह है कि रोजाना कुछ मिनट मलासन का अभ्यास करने से कई स्वास्थ्य लाभ मिल सकते हैं. हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार, मलासन एक आसान और प्रभावी व्यायाम है, जिसका सुबह के समय कुछ मिनट अभ्यास करने से सेहत में सुधार होता है. यह पाचन तंत्र को मजबूत करने के साथ शरीर के लचीलेपन को भी बढ़ाता है और मानसिक शांति के लिए भी बेहतरीन है.
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मलासन कैसे करते हैं? (How To Do Malasana?)
भारत सरकार के आयुष मंत्रालय के अनुसार, मलासन एक योगासन है, जिसमें स्क्वाट की मुद्रा में बैठते हैं, यानी घुटने मोड़कर और कूल्हों को जमीन की ओर लाकर बैठते हैं. इसे करने के लिए पैरों को कंधों की चौड़ाई जितना फैलाकर, फिर धीरे-धीरे स्क्वाट करना चाहिए. मलासन पोज में छोटे-छोटे कदम चलते हैं.
कब और किस समय करना चाहिए?
यह सुबह के समय खाली पेट करने के लिए सबसे अच्छा आसन माना जाता है, क्योंकि यह पाचन तंत्र को सक्रिय करता है.
मलासन करने के फायदे (Benefits of Malasana)
- मलासन से पेट की मांसपेशियों पर दबाव पड़ता है, जिससे कब्ज, गैस और अपच की समस्या दूर होती है. यह आंतों को सक्रिय करता है और मल त्याग को आसान बनाता है.
- कूल्हों और टखनों को लचीला बनाता है. जोड़ों का दर्द कम होता है. मलासन वॉक रीढ़ और पैरों की मांसपेशियों को मजबूत करता है, जिससे पीठ दर्द में राहत मिलती है.
- यह आसन शरीर और दिमाग को शांत करता है, जिससे मानसिक तनाव और चिंता में कमी आती है.
- प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए भी मलासन लाभकारी है. पेल्विक मांसपेशियों को मजबूत करता है, जो प्रसव को आसान बना सकता है.
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इन बातों का रखें ध्यान?
हालांकि, हेल्थ एक्सपर्ट मलासन करने से पहले कुछ सावधानियां रखने को कहते हैं. मलासन करते समय घुटनों या पीठ में दर्द होने पर जबरदस्ती न करें. अगर आपको घुटनों या कूल्हों की सर्जरी हुई है, तो डॉक्टर की सलाह लें. शुरुआत में कम समय करें और धीरे-धीरे समय बढ़ाएं. इसे करने से पहले गलत मुद्रा से बचें और रीढ़ को सीधा रखें और सांस लेते रहें. वहीं, प्रेग्नेंट महिलाओं को योग प्रशिक्षक की देखरेख में मलासन करना चाहिए.
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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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