मध्य प्रदेश के इंदौर में कोरोना वायरस संक्रमण (Corinavirus) की चपेट में आये 62 वर्षीय डॉक्टर की आज सुबह मौत हो गयी. इसके साथ ही, शहर में इस संक्रमण की चपेट (Corona Positive Doctor death) में आने के बाद दम तोड़ने वाले मरीजों की तादाद बढ़कर (Corona Cases in Madhya Pardesh) 22 पर पहुंच गयी है. मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रवीण जड़िया ने बताया कि 62 वर्षीय जनरल फिजिशियन ने एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान आखिरी सांस (Indore Doctor Passes Away) ली. वह जांच में कोरोना वायरस से संक्रमित पाये गये थे.
डॉक्टर कैसे आए कोरोना की चपेट में
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रवीण जड़िया ने कहा, " हमें संदेह है कि कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद दम तोड़ने वाले डॉक्टर कोविड-19 के किसी मरीज के इलाज के दौरान उसके संपर्क में आये होंगे. हम पता लगा रहे हैं कि वह इस संक्रमण की चपेट में कैसे आये थे." प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण की चपेट में आने से किसी डॉक्टर की मौत का संभवतः पहला मामला है. शासकीय महात्मा गांधी स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय के बुधवार शाम जारी बुलेटिन में शहर में कोविड-19 के जिन 40 नये मरीजों की जानकारी दी गयी थी, उनमें 62 वर्षीय डॉक्टर भी शामिल थे. बुलेटिन के मुताबिक 62 वर्षीय मरीज में कोरोना वायरस के लक्षण थे.
कोरोना के संक्रमण से डॉक्टर की मौत का पहला मामला
प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण की चपेट में आने से किसी डॉक्टर की मौत का संभवतः पहला मामला है. शासकीय महात्मा गांधी स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय के बुधवार शाम जारी बुलेटिन में शहर में कोविड-19 के जिन 40 नये मरीजों की जानकारी दी गयी थी, उनमें 62 वर्षीय डॉक्टर भी शामिल थे. बुलेटिन के मुताबिक 62 वर्षीय मरीज में कोरोना वायरस के लक्षण थे.
कुछ दिन पहले वीडियो बना कहा था 'ठीक हूं'
हालांकि, अब तक यह पता नहीं चल पाया है कि वे कोविड-19 के किस मरीज के संपर्क में आये थे. इस बीच, सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया है जो कुछ दिन पहले बनाया गया था. कोरोना वायरस संक्रमण के बाद बृहस्पतिवार सुबह दम तोड़ने वाले 62 वर्षीय डॉक्टर इस वीडियो में दावा कर रहे थे कि वह पूरी तरह स्वस्थ हैं और उनके घर में अपने परिवार के साथ बैठे हैं. इंदौर में अब तक कोरोना वायरस के 213 मामले सामने आए हैं. (भाषा)
कोरोनावायरस के लक्षण (Coronavirus Symptoms)
WHO ने भी कोरोनावायरस के लक्षणों में सूखी खांसी के साथ गले में दर्द, सांस लेने में तकलीफ, बुखार, थकान और शरीर में दर्द का जिक्र किया है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कोरोनावायरस के लक्षणों (Symptoms of Coronavirus) पर जानकारी देते हुए यह भी बताया है कि बहुत कम लोगों में दस्त, उल्टी और नाक के बहने जैसे लक्षण नजर आए हैं. कोरोना वायरस के लक्षण कई दिनों तक नहीं दिखते. और दिखते भी हैं तो यह आम फ्लू की तरह ही होते हैं. कोरोना वायरस के लक्षण (Covid-19 Symptoms) भले ही सामान्य फ्लू वाले हैं, लेकिन एक्सपर्ट्स के अनुसार यह आम फ्लू के मुकाबले कहीं ज़्यादा ख़तरनाक है. जब तक कोई संक्रमित व्यक्ति यह समझ पाएं कि उसे कोरोना वायरस है यह संभावना है कि वह कुछ और लोगों को संक्रमित कर चुका हो. ऐसे में ही सोशल डिस्टेंसिंग यानी सामाजिक दूरी (Social Distancing) जरूरी हो जाती है. कोरोना वायरस के शुरुआती और सबसे कॉमन लक्षणों में बुखार और सूखी खांसी (Cough during Coronavirus) का जिक्र बार-बार सुनने को मिल रहा है.
बहरहाल, इस तरह अगर आप आम फ्लू और कोरोनावायरस में फर्क (Deference Between Covid 19, Seasonal Flu And Allergy) करना चाहते हैं तो वह खांसी के जरिए हो सकता है. आम फ्लू यानी बदलते मौसम में होने वाले सर्दी-जुकाम के लक्षण आमतौर पर कोरोना जैसे ही हो सकते हैं. लेकिन इनमें एक फर्क है. वह है खांसी का. विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा बताए गए लक्षणों और दुनिया भर में सामने आए मामलों से जो एक बात पता चली है वह यह कि कोरोना वायरस में सूखी खांसी होती है.
विशेषज्ञों के अनुसार आम फ्लू और कोरोना में फर्क करने के लिए खांसी के फर्क को देखा जा सकता है. डॉक्टर्स के अनुसार कोरोना वायरस में सूखी खांसी होती है जबकि आम फ्लू में आमतौर पर बलगम वाली खांसी, जिसे गीली खांसी भी कहा जाता है, होती है.
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