Male Infertility Causes: अब तक समाज में यह माना जाता रहा है कि बच्चा न होने की समस्या ज्यादातर महिलाओं से जुड़ी होती है, लेकिन मेडिकल साइंस कुछ और ही तस्वीर दिखा रही है. हाल के सालों में पुरुषों में इनफर्टिलिटी के मामले तेजी से बढ़े हैं. यह समस्या न सिर्फ शारीरिक, बल्कि मानसिक और सामाजिक तनाव भी पैदा करती है. बदलती लाइफस्टाइल, देर से शादी और खराब खान-पान ने पुरुषों की रिप्रोडक्टिव हेल्थ को गंभीर रूप से प्रभावित किया है.
एनडीटीवी से बातचीत में डॉ. राजेश सेठिया ने बताया कि आज पुरुषों में इनफर्टिलिटी के पीछे कई कारण जिम्मेदार हैं, जिनमें स्पर्म से जुड़ी समस्याएं, बढ़ती उम्र में शादी, लाइफस्टाइल से जुड़ी गलत आदतें, ब्लड वेसल्स में सूजन और हार्मोनल बदलाव प्रमुख हैं. अच्छी बात यह है कि समय पर कारण पहचान लिए जाएं, तो कई मामलों में इलाज संभव है.
पुरुष इनफर्टिलिटी के कारण क्या हैं? | What Are the Causes of Male Infertility?
1. स्पर्म में गड़बड़ी सबसे बड़ा कारण
डॉ. सेठिया के अनुसार पुरुषों में इनफर्टिलिटी का सबसे आम कारण स्पर्म काउंट, स्पर्म मूवमेंट और स्पर्म की क्वालिटी में कमी है. स्पर्म की संख्या कम होना, स्पर्म का सही दिशा में न चल पाना, कमजोर या असामान्य आकार के स्पर्म. ये सभी कंडीशन्स गर्भधारण में बाधा बनती हैं. लंबे समय तक तनाव, खराब डाइट और प्रदूषण भी स्पर्म हेल्थ को नुकसान पहुंचाते हैं.
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2. ज्यादा उम्र में शादी करना
आज करियर और जिम्मेदारियों के कारण पुरुष 35–40 साल की उम्र के बाद शादी कर रहे हैं. डॉ. सेठिया बताते हैं कि उम्र बढ़ने के साथ स्पर्म की क्वालिटी धीरे-धीरे घटने लगती है. इससे जेनेटिक रिस्क बढ़ सकता है और प्रेग्नेंसी में समय लग सकता है.
3. लाइफस्टाइल से जुड़ी गलत आदतें
स्मोकिंग, शराब और ड्रग्स पुरुषों की फर्टिलिटी के सबसे बड़े दुश्मन हैं. स्मोकिंग से स्पर्म डीएनए को नुकसान होता है. ज्यादा शराब हार्मोनल बैलेंस बिगाड़ देती है. ड्रग्स स्पर्म प्रोडक्शन को कम कर देते हैं. हालांकि इन आदतों को कंट्रोल किया जा सकता है. आप धूम्रपान, शराब और ड्रग्स जैसी आदतों को छोड़ सकते हैं. इसके अलावा घंटों बैठकर काम करना, मोटापा और एक्सरसाइज की कमी भी फर्टिलिटी पर असर डालती है.

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4. ब्लड वेसल्स में सूजन और वरिकोसील
कुछ पुरुषों में टेस्टिस की नसों में सूजन आ जाती है, जिसे वरिकोसील कहा जाता है. इससे टेस्टिस का तापमान बढ़ता है और स्पर्म प्रोडक्शन प्रभावित होता है. यह समस्या कई बार बिना लक्षणों के रहती है, इसलिए जांच बेहद जरूरी है.
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5. हार्मोनल बदलाव भी जिम्मेदार
टेस्टोस्टेरोन, थायरॉयड और अन्य हार्मोन में गड़बड़ी भी इनफर्टिलिटी का कारण बन सकती है. हार्मोनल असंतुलन से स्पर्म बनना रुक सकता है या उनकी क्वालिटी खराब हो सकती है.
डॉ. राजेश सेठिया के मुताबिक पुरुषों में इनफर्टिलिटी कोई शर्म की बात नहीं, बल्कि एक मेडिकल कंडीशन है. सही समय पर जांच, हेल्दी लाइफस्टाइल और डॉक्टर की सलाह से कई पुरुष पिता बनने का सपना पूरा कर सकते हैं. जरूरी है कि समस्या को नजरअंदाज न किया जाए और समय रहते कदम उठाए जाएं.
(यह लेख डॉ. राजेश सेठिया, यूरोलॉजिस्ट, एआईएमएस फरीदाबाद से बातचीत पर आधारित है)
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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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