
Survive A Heart Attack When Alone : दिल का दौरा एक ऐसी स्थिति है, जिसमें हर सेकंड कीमती होता है. कई बार ये हमला अचानक आता है और अगर उस वक्त आप अकेले हों तो खतरा और भी बढ़ जाता है. मगर कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखकर आप अपनी जान बचा सकते हैं. इस तरह की समस्या से बचने के लिए अमेरिका के डॉक्टर ने ऐसे ही कुछ सरल और असरदार उपाय बताए हैं, जिन्हे फॉलो करके आप अकेले होने पर भी खुद की मदद कर सकते हैं. क्या हैं वे 4 उपाय आइए जानते हैं आज के इस आर्टिकल में.
दुनिया भर में लाखों लोग दिल के दौरे से प्रभावित हैं. बीते कुछ सालों से युवाओं में भी सडन हार्ट अटैक के मामले देखने को मिले हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, साल 2019 में दिल के रोगों से तकरीबन 1.79 करोड़ लोगों की मौत हुई. हैरानी की बात यह है कि इनमें से 85 फीसदी दिल के दौरे (Heart Attack) और स्ट्रोक (Strok) के चलते हुईं. हालांकि हार्ट अटैक कई बार बिना किसी पूर्व लक्षण (Heart Attack) के आते हैं और अचानक होते हैं, लेकिन क्या कभी आपके मन में भी यह ख्याल आया है कि कहीं कभी आपको अकेले में हार्ट अटैक आज जाए तो! ऐसे में आप क्या कर सकते हैं यह बताया 25 से ज्यादा क्लिनिकल एक्सपीरियंस वाले बोर्ड-प्रमाणित अमेरिकी हृदय शल्य चिकित्सक डॉ. जेरेमी लंदन ने एक पॉडकास्ट में बताया.
अकेले हों तो हार्ट अटैक से कैसे बचें (Survive A Heart Attack When Alone | Dil Ka Daura Aaye to Kya Kare)
1. तुरंत एम्बुलेंस को कॉल करें :
अगर आपको सीने में दबाव महसूस हो रहा है, हाथों में कमजोरी लग रही है या अचानक पसीना आ रहा है, तो इसे नजरअंदाज न करें. ये संकेत हार्ट अटैक के हो सकते हैं. ऐसी हालत में सबसे पहले अपने मोबाइल से एम्बुलेंस को फोन करें. कॉल करते समय अपनी स्थिति और लोकेशन साफ़-साफ़ बताएं. हो सके तो फोन कॉल को चालू रखें ताकि मदद जल्दी पहुंच सके.
2. अपने घर तक पहुंच आसान बनाएं :
डॉक्टर अनुसार जब आप किसी की मदद का इंतज़ार कर रहे हों, तो कुछ जरूरी तैयारियां कर लें. अगर आपको कोई समस्या हो री है और रात का समय है तो घर की सभी लाइट्स जला दें. घर का मैन गेट खोल दें ताकि मेडिकल टीम आसानी से अंदर आ सके. इस दौरान अगर आप नीचे गिर गए या जवाब नहीं दे पा रहे तो बंद दरवाज़ा परेशानी पैदा कर सकता है.
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3. खुद को आराम की स्थिति में रखें :
मेडिकल मदद आने तक अपनी ऊर्जा बचाना ज़रूरी है. ऐसी स्थिति में अगर आप खड़े हैं तो तुरंत बैठ जाना या लेट जाना आपके लिए फायदेमंद रहेगा. सबसे बेहतर है कि पीठ के बल लेट जाएं और पैरों को थोड़ा ऊपर रखें. इससे दिल पर दबाव थोड़ा कम होता है और ब्लड सर्कुलेशन सुधरता है. अगर लेटना संभव न हो तो आराम से बैठ जाएं, लेकिन ज़्यादा हिलने-डुलने से बचें. इससे आपको चक्कर आने या गिरने से भी बचाव होगा.
4. अपने किसी करीबी को फोन करें :
हार्ट अटैक जैसी गंभीर स्थिति में अगर आप अकेले हैं तो सबसे पहले किसी भरोसेमंद व्यक्ति को कॉल करें - जिसमे परिजन, पड़ोसी या मित्र शामिल हो सकते हैं. उन्हें बताएं कि आपने एम्बुलेंस को बुलाया है और आपकी हालत कैसी है. इससे वे आपके मेडिकल हिस्ट्री या ज़रूरी जानकारी डॉक्टरों को दे सकते हैं, जिससे इलाज बेहतर हो सके.
दिल का ख्याल कैसे रखें?
यह जानना भी जरूरी है कि ऐसे हालात से कैसे बचा जाए. रोज़ाना टहलना, धूम्रपान से दूर रहना, ज्यादा नमक और चिकनाई वाली चीज़ों से परहेज़ करना और तनाव कम करना दिल को मजबूत बनाने में मदद करते हैं. साथ ही, अगर आपको हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज या कोलेस्ट्रॉल की दिक्कत है, तो डॉक्टर से नियमित जांच कराते रहें.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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