स्वीडन के नए अध्ययन में पाया गया है कि संज्ञानात्मक व्यवहार थेरेपी (सीबीटी) के दोनों रूप, पारंपरिक और एक्सपोज़र-बेस्ड, फ़ाइब्रोमाइल्गिया के लक्षणों को काफी कम करते हैं, थकान, बिगड़ी हुआ नींद और संज्ञानात्मक गड़बड़ी से जुड़ी एक पुरानी दर्द की स्थिति.
सीबीटी एक सॉइकोलॉजिकल ट्रीटमेंट है जो पेशेंट को उनकी परेशानियों को सॉल्व करने के लिए लड़ने की ताकत को विकसित करने में मदद करने के लिए विचारों, दृष्टिकोण और विश्वासों और उनसे जुड़े व्यवहार को बदलने पर केंद्रित है.
फाइब्रोमायल्गिया के कॉनटेक्स्ट में, ट्रेडिशनल सीबीटी में पेशेंट को निगेटिव सोच को रोकने और नींद में सुधार के लिए कई प्लैनिंग के साथ प्रेसेंट करना शामिल है, जिसमें आराम, एक्टिविटी शामिल है. हालाँकि, एक्सपोज़र-बेस्ड सीबीटी, रोगी को उन सिचुएशन और एक्टिविटीस के लिए बार-बार 'एक्सपोज़' करता है जिनसे वे पहले बचते रहे हैं क्योंकि ये एक्सपीरियंस दर्द, सॉइकोलॉजिकल डिसकंफर्ट या थकान जैसे लक्षणों से जुड़े होते हैं.
करोलिंस्का इंस्टिट्यूट के शोधकर्ताओं ने पाया कि सीबीटी के ये दोनों टाइप समग्र फाइब्रोमायल्गिया की गंभीरता को कम करने में असरदायी थे - दर्द, फिजिकली और मेंटली सभी आपस में जुड़े हुए हैं. उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें फाइब्रोमायल्गिया के ट्रीटमेंट में नए एक्सपोजर-आधारित सीबीटी और पारंपरिक सीबीटी के बीच कोई गहरा अंतर नहीं मिला. उनके निष्कर्ष PAIN पत्रिका में प्रकाशित हुए हैं.
कैरोलिंस्का इंस्टीट्यूट के क्लिनिकल न्यूरोसाइंस विभाग में लाइसेंस प्राप्त मनोवैज्ञानिक और शोधकर्ता, अध्ययन लेखक मारिया हेडमैन-लेगरलोफ़ ने कहा,"यह रिजल्ट चौंका देने वाला था क्योंकि पिछले रिसर्च के बेस पर हमारी इमेजिशन यह थी कि नया एक्सपोज़र-आधारित रूप अधिक प्रभावी होगा."
इस अध्ययन के लिए, रिसर्चस ने फाइब्रोमायल्गिया से जूझ रहे 274 लोगों को शामिल किया और उन्हें पारंपरिक या एक्सपोज़र-आधारित सीबीटी के साथ इलाज करने के लिए नियुक्त किया - दोनों बैच में 137 लोग थे.
शोधकर्ताओं ने कहा कि 10 सप्ताह के ट्रीटमेंट के बाद, पारंपरिक सीबीटी प्राप्त करने वाले 59 प्रतिशत और एक्सपोज़र-बेस्ड सीबीटी प्राप्त करने वाले 60 प्रतिशत लोगों ने बताया कि मनोचिकित्सा ने उनकी मदद की है.
हेडमैन-लेगरलोफ ने कहा,हालांकि, उन्होंने कहा कि दोनों उपचारों में शुरुआत में उच्च गंभीरता वाले रोगियों में फाइब्रोमायल्जिया की गंभीरता में अधिक कमी देखी गई. "यह अच्छी खबर है क्योंकि यह अधिक लोगों को इलाज तक पहुंचने में सक्षम बनाता है."
शोधकर्ताओं ने अपने अध्ययन में कहा कि इस परीक्षण के नतीजे पुराने दर्द के लिए मनोवैज्ञानिक उपचार अनुसंधान के अंदर चर्चा को बेहतर बनाने में योगदान देते हैं. उन्होंने लिखा, यह अध्ययन फाइब्रोमायल्गिया के लिए दूसरा सबसे बड़ा मनोवैज्ञानिक उपचार परीक्षण है और दो सक्रिय वास्तविक उपचारों की तुलना करने वाला पहला है. पीटीआई केआरएस एसएआर केआरएस
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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