Hair Loss in Children: उम्र बढ़ने पर बालों का गिरना सामान्य है लेकिन कभी-कभी बच्चों के बाल गिरने लगते हैं हालांकि यह बिलकुल सामान्य नहीं है. कम उम्र में बालों के गिरने का कारण वयस्क के बालों के गिरने के कारण से अलग होते हैं. बच्चों के बालों के गिरने का सबसे सामान्य कारण स्कैल्प से जुड़े डिस्आर्डर होते हैं. इस तरह के डिस्आर्डर के कारण कम उम्र के बच्चों में बाल झड़ने, हेयरलेस पैचेज बनने जैसी समस्याएं होने लगती हैं. भले ही यह समस्या जीवन के लिए खतरनाक नहीं हो लेकिन इसका बच्चों के इमोशनल हेल्थ पर गंभीर असर होता है. आइए जानते हैं बच्चों में बाल गिरने का क्या-क्या कारण हो सकते हैं और उनका उपचार....
बच्चों के बाल क्यों झड़ते हैं | Hair Loss in Children: Common and Uncommon Causes
1. टीनिया केपिटिस (Tinea Capitis) :
कंघी और टोपी जैसी चीजें शेयर करने के कारण होने वाले फंगल इंफेक्शन के कारण बच्चों को टिनिया कैपिटिस हो सकता है जिसके कारण तेजी से बाल गिरने लगते हैं. इसे स्कैल्प का रिंगवर्म या दाद भी कहा जाता है. इसमें स्कैल्प पर बाल रहित पैचेज बन जाते हैं. सिर की स्किन रेड और पपड़ीदार हो जाती है. कभी कभी बुखार हो सकता है. इसके उपचार के लिए डॉक्टर एंटीफंगल दवा और एंटीफंगल शैम्पू यूज करने की सलाह देते हैं.
2. एलोपेशिया एरियाटा (Alopecia Areata) :
ऑटो इम्यून बीमारी एलोपेशिया एरियाटा के कारण भी बच्चों के बाल झड़ने लगते हैं. इसमें इम्यून सिस्टम बालों के फॉलिकल पर हमला करता है जिसके कारण बाल गिरने लगते हैं. सही उपचार के बाद एक साल के अंदर बाल फिर उग आते हैं.
3. ट्राइकोटिलोमेनिया (Trichotillomania) :
ट्राइकोटिलोमेनिया एक ऐसा डिस्आर्डर है जिसमें बच्चे अपने बाल उखाड़ने लगते हैं. इसके उपचार के लिए बच्चे को थेरेपी की जरूरत होती है. थेरेपी में उन्हें अपने इमोशंस को समझने में मदद मिलती है.
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4. टेलोजेन इफ्लूवीअम (Telogen effluvium)
तेज बुखार, सर्जरी गंभीर चोट या किसी की मौत का बच्चों के बाल उगने की प्रक्रिया पर असर पड़ता है जिसके कारण बाल गिरने और नए बाल उगने का बैलेंस बिगड़ जाता है. समय के साथ संबंधित कारण का असर कम हो जाता है और बाल सामान्य रूप से उगने लगते हैं.
5. पोषण की कमी (Nutritional deficiency)
बच्चों की बॉडी में आयरन, जिंक, नियासिन, बायोटिन, प्रोटी, अमीनो एसिड और विटामिंस की कमी का असर बालों के झड़ने के रूप में सामने आ सकता है. जरूरी पोषण वाली डाइट से इस परेशानी को दूर किया जा सकता है.
6. हाइपोथायरायडिज्म (Hypothyroidism)
हाइपोथायरायडिज्म की स्थिति में थायराइड ग्लैंड बॉडी में सही मात्रा में हार्मोन नहीं बना पाता है जिसके कारण विकास में गड़बड़ी आने लगती है. इसके कारण थकान, वजन नहीं बढ़ने की परेशानी के साथ साथ बाल भी गिरने लगते हैं.
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कीमोथेरेपी (Chemotherapy)
कीमोथेरेपी लेने वाले बच्चों में भी बाल गिरने की समस्या सामने आती है. कीमो में काफी स्ट्रॉग दवाओं का यूज किया जाता है जिसका असर बालों की जड़ों पर पड़ता है.
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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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