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हल्का बुखार उतारने के लिए दमदार साबित होंगे ये आयुर्वेदिक उपाय, एक बार जरूर करें ट्राई

Bukhar Utarne Ke Ayurvedic Upay: बुखार दूर करने में गिलोय का काढ़ा बेहद फायदेमंद साबित हो सकता है. बुखार होते ही आप कुछ गिलोय के पत्ते लेकर उन्हें साफ कर लें. फिर गैस पर पानी गर्म करने के लिए रख दें. इसमें ये पत्ते डाल दें. 10 मिनट तक पानी को उबलें. काढ़ा बनाकर तैयार है.

हल्का बुखार उतारने के लिए दमदार साबित होंगे ये आयुर्वेदिक उपाय, एक बार जरूर करें ट्राई
Bukhar Utarne Ke Gharelu Upchar: लहसुन में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं जो बुखार उतारने में कारगर साबित हो सकते हैं.

Bukhar Utarne Ke Gharelu Upay: बुखार चढ़ने पर शरीर का तापमान एकदम से बढ़ जाता है और कई लोगों को दर्द और ठंड लगने की शिकायत भी होती है. कहते है कि हल्का बुखार होने पर तुरंत दवाई नहीं लेनी चाहिए. अधिक दवाई खाने से लिवर पर असर पड़ता है. अगर आपको हल्का बुखार चढ़े तो नीचे बताए गए घरेलू उपाय करके देखें. इनकी मदद से शरीर के तापमान को सही कर सकते हैं और हल्के बुखार से निजात पा सकते हैं. 

बुखार उतारने के आयुर्वेदिक उपाय (Bukhar Utarne Ke Ayurvedic Upay)

तुलसी की चाय

आयुर्वेद में ऐसी कई पौधों का जिक्र हैं, जिनकी मदद से बुखार को कम किया जा सकता है. तुलसी भी इन्हीं पौधों में से एक है. तुलसी की चाय पीने से बुखार उतारा जा सकता है. बुखार होने पर आप एक कप पानी को उबाल लें और इसमें तुलसी के पत्ते डाल दें. जैसे पानी का रंग हरा हो जाए, गैस बंद कर इस पानी को पी लें. गर्म-गर्म तुलसी की चाय पीने से शरीर का दर्द भी सही हो जाएगा.

लहसुन का पानी

लहसुन में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं जो कि बुखार को उतारने में कारगर साबित हो सकते हैं. बुखार होने पर लहसुन का सेवन कर लें. बुखार होते ही लहुसन की तीन कलियों को पीस लें और फिर इसे गुनगुने पानी में मिक्स कर लें. आप चाहें तो शहद के साथ भी लहुसन की कलियां खा सकते हैं.

गिलोय का काढ़ा

बुखार को दूर करने में गिलोय का काढ़ा बेहद फायदेमंद होता है.  बुखार होते ही आप कुछ गिलोय के पत्ते लेकर उन्हें साफ कर लें. फिर गैस पर पानी गर्म करने के लिए रख दें और इसमें ये पत्ते डाल दें. 10 मिनट तक पानी को उबलें. काढ़ा बनाकर तैयार है. अगर आपको काढ़ा पीना पसंद नहीं तो  गिलोय के पत्तों का जूस भी पी सकते हैं. 

गिलोय के पत्तों को पानी के साथ मिक्सी में पीस लें. फिर इसको छान लें. गिलोय का जूस तैयार है. इसके अलावा बाजार में गिलोय के जूस की बोलत भी मिलती है.

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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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