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Autistic Pride Day: ऑटिस्टिक बच्चों के 5 संकेत की वे आपसे कुछ कहना चाहते हैं, माता-पिता कर लें नोट

Autistic Pride Day 2025: ऑटिज्म एक न्यूरोडेवलपमेंटल स्थिति है, जो बच्चों के सामाजिक व्यवहार, कम्युनिकेशन और सोचने के तरीके को प्रभावित करती है. कई बार माता-पिता और देखभाल करने वाले इन संकेतों को समझ नहीं पाते.

Autistic Pride Day: ऑटिस्टिक बच्चों के 5 संकेत की वे आपसे कुछ कहना चाहते हैं, माता-पिता कर लें नोट
Autistic Pride Day 2025: ऑटिज्म एक न्यूरोडेवलपमेंटल स्थिति है.

Autistic Pride Day: ऑटिस्टिक बच्चे अक्सर अपनी भावनाओं और जरूरतों को सीधे व्यक्त नहीं कर पाते, लेकिन उनके व्यवहार में कुछ संकेत होते हैं, जो बताते हैं कि वे आपसे कुछ कहना चाहते हैं. ऑटिज्म एक न्यूरोडेवलपमेंटल स्थिति है, जो बच्चों के सामाजिक व्यवहार, कम्युनिकेशन और सोचने के तरीके को प्रभावित करती है. कई बार माता-पिता और देखभाल करने वाले इन संकेतों को समझ नहीं पाते, जिससे बच्चे को अपनी बात कहने में कठिनाई होती है. आंखों से संपर्क न बनाना, बार-बार एक ही गतिविधि दोहराना या अचानक संवेदनशीलता बढ़ जाना, ये सभी संकेत हो सकते हैं कि बच्चा कुछ व्यक्त करना चाहता है. इस लेख में हम ऑटिस्टिक बच्चों के 5 प्रमुख संकेत और उन्हें समझने के तरीकों के बारे में बता रहे हैं.

ऑटिस्टिक बच्चों के 5 प्रमुख संकेत (5 Major Signs of Autistic Children)

1. आंखों में आंखें डालकर न देखना

ऑटिस्टिक बच्चे अक्सर आंखों में आंखें डालकर देखने से बचते हैं. वे माता-पिता या अन्य लोगों से नजरें चुराते हैं और कम इंटरैक्शन करते हैं.

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2. देरी से बोलना या बिल्कुल न बोलना

अगर बच्चा 12-18 महीने की उम्र तक छोटे-छोटे शब्द भी नहीं बोलता या उसकी भाषा समझने में मुश्किल होती है, तो यह ऑटिज्म का संकेत हो सकता है.

3. एक ही काम को बार-बार करना

ऑटिस्टिक बच्चे अक्सर एक ही एक्टिविटी को बार-बार दोहराते हैं, जैसे हाथ हिलाना, घूमना या किसी खास खिलौने से ही खेलना.

4. सामाजिक जुड़ाव में कठिनाई

ऑटिस्टिक बच्चे आमतौर पर दूसरों के साथ घुलने-मिलने से बचते हैं. वे खेल में रुचि नहीं लेते, इमोशन्स नहीं समझते और किसी के बुलाने पर प्रतिक्रिया देने में परेशानी महसूस करते हैं.

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5. तेज आवाज या रोशनी से परेशान होना

अगर बच्चा हल्की आवाज, तेज रोशनी, गंध या स्पर्श से असहज महसूस करता है, तो यह ऑटिज्म का संकेत हो सकता है.

क्या करें?

अगर आपके बच्चे में ये संकेत दिख रहे हैं, तो बिना देर किए किसी चाइल्ड स्पेशलिस्ट या न्यूरोलॉजिस्ट से संपर्क करें. जल्दी पहचान होने से बच्चे को सही थेरेपी और ट्रेनिंग देकर उसकी जिंदगी को बेहतर बनाया जा सकता है.

ऑटिस्टिक बच्चों को समझने और उनका सपोर्ट करने से वे अपनी क्षमताओं को बेहतर तरीके से विकसित कर सकते हैं.

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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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