Autism Symptoms: ऑटिज्म दिमाग संबंधी ऐसी बीमारी है जो ज्यादातर बच्चों में देखी जाती है. इसके चलते मरीज का दिमाग दूसरों के मुकाबले अलग तरह से काम करता है जिससे उन्हें सामाजिक मेलजोल बनाने में दिक्कत आती है. देखा जाए तो ये आनुवांशिक मानसिक विकार है जिसे मेडिकल में ऑटिज्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर कहा जाता है. हालांकि ऑटिज्म केवल बच्चों में ही डेवलप नहीं होता है ये वयस्कों में भी होता है, लेकिन वयस्कों में ऑटिज्म के लक्षण बच्चों के ऑटिज्म से कुछ जुदा किस्म के होते हैं. हेल्थ एक्सपर्ट कह चुके हैं कि इस बीमारी का कोई सटीक कारण अब तक ज्ञात नहीं हो पाया है लेकिन इसके शुरुआती लक्षणों को पहचान लिया जाए तो काफी हद तक मरीज को सामाजिक ढांचे में ढालने में मदद मिल सकती है. चलिए जानते हैं कि वयस्कों में ऑटिज्म के क्या बड़े लक्षण हो सकते हैं.
वयस्कों में ऑटिज्म के लक्षण | Common Symptom of Autism In Adulthood
हालांकि वयस्कों में ऑटिज्म के कम ही मामले सामने आते हैं लेकिन ये सच है कि वयस्क भी ऑटिज्म के शिकार होते हैं और उनके कम्युनिकेशन और व्यावहारिक पर्सपेक्टिव में इसका असर देखने को मिलता है. वयस्कों को जब ये विकार होता है तो वो ऑटिज्म होने की दिशा में बढ़ जाते हैं, बातचीत में दिक्कत होती है और व्यवहार संबंधी बदलाव देखने को मिलते हैं. ऐसे लोग समाज में घुलने मिलने की बजाय अकेले रहना पसंद करते हैं. वयस्कों में ऑटिज्म की पहचान के लिए कुछ लक्षण बताए गए हैं.
- इस बीमारी के शिकार वयस्क किसी से बातचीत करते वक्त परेशान हो जाते हैं.
- वो सही से अपनी बात सामने वाले से कह नहीं पाते.
- ऑटिज्म से पीड़ित लोग बार बार अपने व्यवहार को दोहराते हैं, यानी एक ही काम को बार बार करते हैं.
- वयस्कों में ऑटिज्म की दिक्कत होने पर वो अपने शरीर पर नियंत्रण रखने में दिक्कत महसूस करते हैं.
- अपने व्यवहार को दूसरों की तरह सामान्य रखने की कोशिश में कई बार ये इतने परेशान हो जाते हैं कि चिड़चिड़ापन इन पर हावी हो जाता है.
- कई बार ऑटिज्म से पीड़ित व्यक्ति की आवाज असामान्य हो जाती है, वो हकलाने लगता है, आवाज कांपती है और अजीब लगती है.
- अपने आस पास काफी समय से रहने वालों के साथ भी इनका व्यवहार अजीब हो जाता है और ये बातचीत से कतराने लगते हैं.
- ऑटिज्म से पीड़ित वयस्क हेल्प मांगने में शर्म महसूस करते हैं, अपनी दिक्कत छिपाने और खुद को अकेला रखने की कोशिश करते हैं.
- ऑटिज्म के बड़े लक्षणों में मरीज की चुप्पी बहुत मायने रखती है, ऐसे लोग एकाएक चुप हो जाते हैं, बातचीत बंद कर देते हैं.
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अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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