भारत में बहुत से लोग डायबिटीज से पीड़ित हैं. वास्तव में, लाखों लोग इस पुरानी बीमारी से प्रभावित होते हैं. जबकि कुछ लोग खराब लाइफस्टाइल के कारण डायबिटीज से ग्रसित हो जाते हैं, अन्य लोग इसे आनुवांशिक रूप से प्राप्त करते हैं. यदि डायबिटीज कंट्रोल नहीं होता है, तो यह किडनी फेल होने, हार्ट डिजीज, अंधापन और कई अन्य स्वास्थ्य स्थितियों का कारण बन सकता है. मधुमेय से बचने के लिए आप इन टिप्स को ट्राई कर सकते हैं-
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1. डेली करें एक्सरसाइज
नियमित रूप से व्यायाम करना या शारीरिक गतिविधि में खुद को शामिल करना प्रभावी रूप से मधुमेह के जोखिम को कम कर सकता है. ऐसा इसलिए है क्योंकि व्यायाम से आपकी कोशिकाओं की इंसुलिन की संवेदनशीलता बढ़ती है. यदि आप नियमित रूप से व्यायाम करते हैं तो आपके शरीर को अपने रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रण में रखने के लिए कम इंसुलिन की आवश्यकता होती है.
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2. मीठे और कार्बोहाईड्रेट को करें कम
डायबिटीज को कम करने के लिए आपको मीठा और कार्बोहाईड्रेट कम से कम लेना होगा. ऐसा इसलिए क्योंकि आपका शरीर चीनी और कार्बोस को छोटे अणुओं में परिवर्तित कर देता है. चीनी के ये अणु आपके रक्त प्रवाह को अवशोषित कर सकते हैं और आपके ब्ल्ड शूगर लेवल को बढ़ा सकते हैं. यह इंसुलिन का उत्पादन करने के लिए पैनक्रिया को प्रेरित करता है. इंसुलिन शरीर की कोशिकाओं में रक्त प्रवाह से चीनी निकालने में मदद करता है. प्री-डायबिटीज वाले लोगों के शरीर में मौजूद कोशिकाएं इंसुलिन की क्रिया में बाधक बन जाती हैं. जिस कारण ब्लड में शूगर बनी रहती है. इससे समय के साथ टाइप 2 मधुमेह होने का खतरा रहता है. जो लोग अधिक मीठा और कार्ब्स लेते हैं, उनमें डायबिटीज होने का अधिक खतरा रहता है.
टाइप 2 डायबिटीज वाले अधिकांश लोग या तो मोटापे या अधिक वजन वाले होते हैं. प्री-डायबिटीज वाले लोगों में पेट या आंतों पर वसा होने की अधिक संभावना होती है. आंतों की वसा सूजन और इंसुलिन प्रतिरोध का कारण बन सकता है, जिससे मधुमेह का खतरा बढ़ जाता है. वजन कम करने से भी डायबिटीज के खतरे को कम करने में मदद मिल सकती है. नियमित रूप से व्यायाम करना, प्रोटीन और फाइबर युक्त आहार और कम कार्बोस वजन कम करने में आपकी मदद कर सकते हैं.
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डायबिटीज से बचने के लिए आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि आप अधिक मात्रा में भोजन न खाएं. खासकर वह लोग जो मोटापे से ग्रस्त हैं. एक बार में अधिक भोजन खाने से आपके रक्त शर्करा और इंसुलिन के स्तर में वृद्धि हो सकती है, जिससे डायबिटीज का खतरा बढ़ सकता है. अध्ययनों से पता चला है कि कम मात्रा में भोजन रक्त शर्करा और इंसुलिन के स्तर को कम करने में मदद कर सकता है.
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5. पीएं ज्यादा पानी
शरीर से हानिकारक विषाक्त पदार्थों को दूर करने और वज़न कम करने के अलावा अधिक पानी पीने से मधुमेह को रोकने में मदद मिल सकती है. जब आप अधिक पानी पीते हैं, तो आपको प्रिजर्वेटिव ड्रिंक्स और शुगर ड्रिंक्स पीने से बचने में मदद मिलती है. शुगर ड्रिंक्स जैसे सोडा और सॉफ्ट ड्रिंक्स टाइप-2 डायबिटीज से खतरे को बढ़ाती हैं.
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6. स्मोकिंग
कैंसर के अलावा, स्मोकिंग से डायबिटीज होने का खतरा होता है. कई अध्ययनों में बताया गया है कि स्मोकिंग या धुआं टाइप 2 डायबिटीज से जुड़ा हुआ है.
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7. रहें एक्टिव
डेली एक्सरसाइज, हेल्दी डाइट और खूब पानी पीने के अलावा पूरे दिन एक्टिव रहें और अधिक देर तक बैठे रहने वाले काम करने से बचें. जितना हो सके पैदल चलें, सीढ़ियों का इस्तेमाल करें, लिफ्ट से बचें, क्योंकि ये एक्टिविटी डायबिटीज को रोकने में मदद करती हैं.
प्रोसेस्ड फूड सोडियम और कई तरह के प्रिजर्वेटिव के साथ आते हैं. इस तरह का खाना आपके ब्लड प्रेशर को बढ़ा सकता है, जिस कारण हार्ट डिजीज, मोटापा और डायबिटीज होने का खतरा बढ़ जाता है. इनमें सैचुरेटेड फैट काफी मात्रा में पाया जाता है, जो हमारे शरीर के लिए काफी नुकसानदायक होता है.