
- अरविंद केजरीवाल ने राजू करपड़ा की गिरफ्तारी का विरोध जताते हुए कहा कि सच्चाई को जेल में बंद नहीं कर सकते.
- AAP ने कहा कि राजू करपड़ा ने बोटाद मार्केटिंग यार्ड में किसानों के साथ चल रहे घोटाले का पर्दाफाश किया.
- राजू करपड़ा हजारों किसानों के साथ धरने पर बैठे गए, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया.
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने पार्टी के किसान नेता राजू करपड़ा की गिरफ्तारी को लेकर विरोध जताया है. केजरीवाल ने कहा कि सच्चाई को जेल में बंद नहीं किया जा सकता है. केजरीवाल ने कहा कि गुजरात के मार्केटिंग यार्डों में किसानों के साथ खुला अन्याय हो रहा है. साथ ही उन्होंने राज्य की भाजपा सरकार पर भी जमकर हमला बोला और कहा कि किसानों की लड़ाई अब रुकने वाली नहीं है.
केजरीवाल ने एक्स पर राजू करपड़ा की वीडियो को पोस्ट करते हुए लिखा, " भाजपा के राज में अगर कोई किसानों की आवाज उठाए, तो उसे जेल भेज दिया जाता है. रात के 3 बजे आम आदमी पार्टी के किसान नेता राजू करपड़ा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया, उनका कुसूर सिर्फ इतना था कि वो किसानों के हक की लड़ाई लड़ रहे थे, कपास का सही दाम मांग रहे थे. गुजरात में जो किसानों के साथ खड़ा होगा, भाजपा उसकी आवाज कुचल देगी ... लेकिन याद रखिए, सच्चाई को जेल में बंद नहीं किया जा सकता. किसानों की लड़ाई अब रुकने वाली नहीं है."
वीडियो के माध्यम से घोटाले का किया था पर्दाफाश: AAP
आम आदमी पार्टी ने कहा कि पार्टी के गुजरात किसान सेल के प्रदेश प्रमुख और किसान नेता राजू करपड़ा ने एक वीडियो के माध्यम से बोटाद मार्केटिंग यार्ड में चल रहे घोटाले का पर्दाफाश किया था और बताया था कि बोटाद मार्केटिंग यार्ड में “कळदा” (कटौती) के नाम पर किसानों को लूटने का षड्यंत्र पिछले कई वर्षों से जारी है.
पार्टी की ओर से बताया कि किसानों के साथ किस तरह का षड्यंत्र रचा जा रहा था. पार्टी की ओर से कहा गया कि बोली लगने के बाद एक व्यापारी किसान से कहता है कि “हमारा जिन (गिन्निंग फैक्ट्री) 10-15 किमी दूर है, कपास वहीं ले जाओ.” जब किसान अपने खर्च पर कपास वहां ले जाता है, तो वहां मौजूद व्यक्ति कपास को खराब क्वालिटी क बता देता है और 100-200 रुपये कम दाम देता है. (1500 दाम तय होता तो कभी 1100-1200 भी कर देते और इसमें भी बिचौलिए आ जाते) यही “कळदा” कहा जाता है.
धरने पर बैठे राजू करपड़ा को पुलिस ने किया गिरफ्तार
पार्टी ने कहा कि राजू करपड़ा 10 अक्टूबर को किसानों के साथ बोटाद यार्ड पहुंचे. इस पर APMC अधिकारियों ने मीटिंग बुलाकर मीडिया में बयान दिया कि अब “कळदा” नहीं होगा. मार्केटिंग यार्ड के चैयरमेन ने सबके सामने इसे दोहराया. हालांकि जब मार्केटिंग यार्ड के अध्यक्ष से जब राजू करपड़ा ने इसे लिखित में देने के लिए कहा तो उन्होंने मना कर दिया और इस कारण राजू करपड़ा हजारों की संख्या में किसानों के साथ धरने पर बैठे गए.
हालांकि मामला शांत न होता देखकर कल देर रात 3 बजे गुजरात पुलिस ने राजू करपड़ा को गिरफ्तार कर लिया.
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