
Ahmedabad Plane Crash: गुजरात के आणंद में बदरुद्दीन हालानी की पहचान एक समाजसेवी की थी. उनका सपना सिलवासा में आरएसएस से जुड़े सैनिक स्कूल को और बड़ा बनाने का था. बदरुद्दीन हालानी अपनी इच्छा को लेकर अहमदाबाद से लंदन जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट में चढ़े थे. लेकिन अब वो इस दुनिया में नहीं हैं. बदरुद्दीन हालानी उन लोगों में शामिल हैं, जिन्होंने इस विमान हादसे में जान गंवा दी है. एनडीटीवी ने बदरुद्दीन हालानी के छोटे भाई राजूभाई हालानी से बात की. राजूभाई हालानी ने अब अपने भाई के सपने को पूरा करने का बीड़ा उठाया है.
बदरुद्दीन हालानी अपने पोतियों के साथ समय बिताने के लिए लंदन जा रहे थे. लंदन में कुछ दिन बिताने के बाद बदरुद्दीन हालानी ने सिलवासा में आरएसएस से जुड़े सैनिक स्कूल के लिए फंड इकट्ठा करने के लिए अमेरिका जाने की योजना बनाई थी, जो उनका ड्रीम प्रोजेक्ट था. इस प्रोजेक्ट को अब उनके भाई आगे बढ़ाएंगे. हलानी परिवार के 3 सदस्य (बदरुद्दीन हालानी, पत्नी यास्मीन हालानी और बहू मालेक हालानी ) विमान में सवार थे. इन तीनों की विमान हादसे में मौत हो गई है.

पूर्व सीएम विजय रूपानी सहित प्रमुख हस्तियों के साथ बदरुद्दीन की तस्वीरें आज भी उनके सोशल मीडिया अकाउंट पर मौजूद हैं. एनडीटीवी ने बदरुद्दीन हालानी के छोटे भाई राजूभाई हालानी और बदरुद्दीन हालानी के बेटे असीम हालानी से बात की, जिन्होंने बताया कि वह इस समय किस दुख की घड़ी से गुजर रहे हैं. बदरुद्दीन हालानी आणंद और गुजरात में समाज सेवा के क्षेत्र में एक जाना-माना नाम थे. हलानी ट्रस्ट के माध्यम से उन्होंने सामाजिक सेवाएं कीं. वह सिलवासा में आरएसएस से जुड़े सैनिक स्कूल के लिए समर्पित रूप से काम कर रहे थे और इसके विस्तार के लिए धन जुटाने हेतु लंदन के बाद अमेरिका जाने की योजना बना रहे थे.

NDTV से बातचीत में राजूभाई ने अपने भाई बदरुद्दीन के साथ अपनी आखिरी कॉल (फ्लाइट से 1:27 बजे) का जिक्र किया. उन्होंने फेसबुक पर बदरुद्दीन की आखिरी पोस्ट भी दिखाई (जो 1:17 बजे फ्लाइट के अंदर से उनकी पत्नी यास्मीन के साथ पोस्ट की गई थी). उन्होंने समाज सेवा के प्रति अपने समर्पण, सिलवासा में सैनिक स्कूल के अपने ड्रीम प्रोजेक्ट और एक भावुक बड़े भाई के बारे में भी बात की, जो लंदन में अपनी पोतियों के साथ समय बिताने जा रहे थे. उन्होंने पूर्व सीएम विजय रूपानी के साथ बदरुद्दीन के जुड़ाव के बारे में भी बात की, जो उसी फ्लाइट में थे.
बदरुद्दीन के बेटे असीम हालानी ने शनिवार को लंदन से आकर डीएनए टेस्ट के लिए अपना ब्लड सैंपल दिया. NDTV से बात करते हुए उन्होंने कहा, 'मेरी दोनों बेटियां बहुत उत्साहित थीं, क्योंकि उनके दादा-दादी लंदन आ रहे थे. दादा-दादी के लिए उन्होंने ग्रीटिंग कार्ड बनाए थे. अब वे कार्ड किसे देंगे? हमारे परिवार में यह बहुत मुश्किल स्थिति है.'
असीम ने कहा, 'मेरे पास भी बचपन की बहुत अच्छी यादें हैं... मेरे पिता (बदरुद्दीन) ने मुझे कभी नहीं डांटा, अगर मैंने एक खिलौना मांगा, तो वे कई लाकर देते थे. मैं चाहता था कि मेरी बेटियों को भी ऐसा ही प्यार और स्नेह उनसे मिले. मुझे अभी भी याद है, जब मेरी बड़ी बेटी यहां पैदा हुई थी, तो वे (बदरुद्दीन) उसे अपने कंधे पर उठाकर घुमाते थे. (असीम इस दौरान भावुक हो गए और बोलना बंद कर दिया...)'. बाद में उन्होंने कहा कि सरकार इस मामले की जांच कर रही है और जल्द ही सामने आ जाएगा कि आखिर इस विमान हादसे की वजह क्या है.
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