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नई दिल्ली:
जंजीर खींच कर ट्रेन को रोकना जल्द ही बीते दिनों की बात हो जाएगी क्योंकि रेलवे ने इससे पीछा छुड़ाने का फैसला किया है। दरअसल, इसका बराबर दुरूपयोग होता है और सार्वजनिक परिवहन को राजस्व का नुकसान होता है। इसके बजाय यात्रियों को आपात स्थिति में लोको पायलट से संपर्क करना पड़ेगा। उन्हें चालक का संपर्क नंबर मुहैया किया जाएगा।
अधिकारियों ने बताया कि रेलवे ने मौजूदा डिब्बों से जंजीर को हटाने का कदम उठाना शुरू कर दिया है। इस बारे में कोच निर्माण फैक्टरी को भी पत्र भेजा जा रहा है।
रेलवे नेटवर्क में जंजीर खींचना एक बड़ी समस्या है, खासतौर पर उत्तर प्रदेश और बिहार जैसे राज्यों में, जिससे ट्रेनें लेट होती हैं और रेलवे को आर्थिक नुकसान होता है। विशेष चिंता शरारती तत्वों द्वारा इसके दुरूपयोग करने की है। अधिकारियों ने बताया कि इस सुविधा को हटाने को प्रस्ताव कुछ समय से विचाराधीन था और इस पर लंबी चर्चा हुई।
अधिकारियों ने बताया कि रेलवे ने मौजूदा डिब्बों से जंजीर को हटाने का कदम उठाना शुरू कर दिया है। इस बारे में कोच निर्माण फैक्टरी को भी पत्र भेजा जा रहा है।
रेलवे नेटवर्क में जंजीर खींचना एक बड़ी समस्या है, खासतौर पर उत्तर प्रदेश और बिहार जैसे राज्यों में, जिससे ट्रेनें लेट होती हैं और रेलवे को आर्थिक नुकसान होता है। विशेष चिंता शरारती तत्वों द्वारा इसके दुरूपयोग करने की है। अधिकारियों ने बताया कि इस सुविधा को हटाने को प्रस्ताव कुछ समय से विचाराधीन था और इस पर लंबी चर्चा हुई।
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