अहमदाबाद:
गुजरात विधानसभा चुनावों में हैट्रिक बनाकर बीजेपी में प्रधानमंत्री पद के सशक्त उम्मीदवार बने मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यदि उनसे कोई 'गलती' हुई है, तो वह लोगों से माफी मांगते हैं।
मोदी ने देश के लोगों तक पहुंच बनाने की कोशिश के तहत हिन्दी में दिए अपने विजय भाषण में कहा, यदि कहीं किसी तरह की कोई गलती हुई है, तो मैं आपसे, छह करोड़ गुजरातियों से माफी मांगता हूं।
गोधरा कांड के बाद 2002 में हुए दंगों के कारण हमेशा हमलों का सामना करते रहे मोदी ने अपने 45 मिनट के भाषण में इसका कोई जिक्र नहीं किया। गुजरात के मुख्यमंत्री ने लोगों से कहा, आपने मुझे सत्ता दी है। अब आप मुझे अपना आशीर्वाद दीजिए, ताकि मैं कोई गलती नहीं करूं, कोई आहत नहीं हो और मुझसे अनजाने में भी कोई गलती नहीं हो। जब लोग, जो असल में भगवान हैं, अपना आशीर्वाद देते हैं, तो गलती की कोई संभावना नहीं रहती।
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पूरा भाषण सुनने के लिए यहां क्लिक करें।
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विश्लेषकों का कहना है कि चुनाव प्रचार के दौरान गुजराती में बोलते रहे मोदी का हिन्दी में बोलना उनकी राष्ट्रीय महत्वाकांक्षा का संकेत हो सकता है। अपने आलोचकों पर बरसते हुए मोदी ने कहा, जब लोगों ने मुझे सबसे बड़ा पदक दे दिया है, तो उन्हें किसी से कोई प्रमाणपत्र लेने की आवश्यकता नहीं है।
मोदी के लिए खुशी से 'पीएम-पीएम' का नारा लगा रही भीड़ को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने अपनी जीत का श्रेय छह करोड़ गुजरातियों और अपनी पार्टी को दिया तथा कहा कि यदि वह गुजरात की सेवा करने और राज्य को उंचाइयों पर ले जाने में सक्षम हुए हैं, तो यह लोगों और उनकी पार्टी की संयुक्त शक्ति की वजह से हुआ है। मोदी ने कहा कि वह 27 दिसंबर को एक दिन के लिए दिल्ली जाएंगे।
मोदी ने देश के लोगों तक पहुंच बनाने की कोशिश के तहत हिन्दी में दिए अपने विजय भाषण में कहा, यदि कहीं किसी तरह की कोई गलती हुई है, तो मैं आपसे, छह करोड़ गुजरातियों से माफी मांगता हूं।
गोधरा कांड के बाद 2002 में हुए दंगों के कारण हमेशा हमलों का सामना करते रहे मोदी ने अपने 45 मिनट के भाषण में इसका कोई जिक्र नहीं किया। गुजरात के मुख्यमंत्री ने लोगों से कहा, आपने मुझे सत्ता दी है। अब आप मुझे अपना आशीर्वाद दीजिए, ताकि मैं कोई गलती नहीं करूं, कोई आहत नहीं हो और मुझसे अनजाने में भी कोई गलती नहीं हो। जब लोग, जो असल में भगवान हैं, अपना आशीर्वाद देते हैं, तो गलती की कोई संभावना नहीं रहती।
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विश्लेषकों का कहना है कि चुनाव प्रचार के दौरान गुजराती में बोलते रहे मोदी का हिन्दी में बोलना उनकी राष्ट्रीय महत्वाकांक्षा का संकेत हो सकता है। अपने आलोचकों पर बरसते हुए मोदी ने कहा, जब लोगों ने मुझे सबसे बड़ा पदक दे दिया है, तो उन्हें किसी से कोई प्रमाणपत्र लेने की आवश्यकता नहीं है।
मोदी के लिए खुशी से 'पीएम-पीएम' का नारा लगा रही भीड़ को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने अपनी जीत का श्रेय छह करोड़ गुजरातियों और अपनी पार्टी को दिया तथा कहा कि यदि वह गुजरात की सेवा करने और राज्य को उंचाइयों पर ले जाने में सक्षम हुए हैं, तो यह लोगों और उनकी पार्टी की संयुक्त शक्ति की वजह से हुआ है। मोदी ने कहा कि वह 27 दिसंबर को एक दिन के लिए दिल्ली जाएंगे।
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