
गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी की फाइल तस्वीर
- चुनाव के ऐलान के साथ ही उम्मीदवार चुनने में जुटी बीजेपी
- बीजेपी के मौजूदा विधायक डरे हुए हैं
- यूपी, दिल्ली एमसीडी का फॉर्मूला लागू हुआ तो कई के टिकट कट सकते हैं
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बीजेपी के उलट कांग्रेस को राज्य में एक तरह से बिल्कुल नई शुरुआत करनी है. पाटीदार आंदोलन, पिछड़ा आंदोलन और दलित आंदोलन के युवा उसके सथ जु़ड़ रहे हैं. इसके अलावा कांग्रेस को बीजेपी के अंदरूनी टकराव से उम्मीद है.
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बीजेपी चुनावों में नए चेहरों को मौका देना चाहती है, ऐसे में पुराने नेताओं में खलबली लाजिमी है. क्रिकेट में कहावत है कि कप्तान अपने विनिंग फॉर्मूले को तक तक नहीं बदलता जब तक जरूरत न हो.
VIDEO : क्या गुजरात में यूपी, दिल्ली एमसीडी के फॉर्मूले पर चलेगी बीजेपी?
नए चेहरों पर दांव लगाना यूपी और दिल्ली में पार्टी को जीत दिला गया, लेकिन अब इसी विनिंग फॉर्मूले ने गुजरात में टिकट की आस लगाए बैठे उम्मीदवारों की बेचैनी बढ़ा दी है.
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