मैनचेस्टर युनाइटेड के पूर्व कप्तान गैरी नेविल का मानना है कि प्रीमियर लीग उन क्लबों के खिलाड़ियों के ट्रांसफर पर रोक लगा सकता है, जो कोविड-19 महामारी के कारण वेतन में कटौती कर रहे है. इंग्लैंड में घरेलू फुटबाल की शीर्ष लीग की कई टीमों ने अपने खिलाड़ियों से वेतन में 30 प्रतिशत की कटौती का निवेदन किया है. एक अनुमान के मुताबिक अगर सत्र पूरा नहीं होगा तो प्रीमियर लीग को 1.2 अरब डॉलर का नुकसान हो सकता है.
कुछ फुटबॉल क्लबों ने ब्रिटिश सरकार की योजना का लाभ उठाने के लिए गैर-खिलाड़ी सदस्यों को फर्लों पर भेज दिया. इस योजना के मुताबिक नौकरी गंवाने वाले कर्मचारियों को 2,500 डॉलर तक वेतन का 80 प्रतिशत मुआवजे के तौर पर मिलने का प्रावधान है. प्रशंसकों और मीडिया से आलोचना के बाद हालांकि लीवरपूल ने इससे जुड़े अपने फैसले को वापस ले लिया.
नेविल ने कहा, ‘प्रीमियर लीग में पिछले साल खिलाडियों के ट्रांसफर पर 1.4 अरब डालर खर्च हुआ था. इससे तीन साल पहले हर साल एक अरब डालर से अधिक खर्च हुआ है. ऐसे में अगर मौजूदा खिलाड़ियों के वेतन में 30 प्रतिशत काटौती होती है तो आपको ट्रांसफर पर रोक लगाना होगा.''
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