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पुदीना खाने से कौन सी बीमारी ठीक होती है? पुदीना खाने के फायदे और नुकसान

जानें पुदीना के स्वास्थ्य लाभ, सर्दी-जुकाम, पेट की बीमारी, सिरदर्द, त्वचा और वजन नियंत्रण में कैसे यह प्राकृतिक औषधि मदद करता है-

पुदीना खाने से कौन सी बीमारी ठीक होती है? पुदीना खाने के फायदे और नुकसान
पुदीना के फायदे: कौन सी बीमारियों में पुदीना कारगर है

Mint Benefits and Side Effects: पुदीना, जिसे आम बोलचाल में मिंट के नाम से जाना जाता है, एक सुगंधित औषधीय पौधा है. इसकी ताजगी, सुगंध और स्वास्थ्य लाभों के कारण यह दुनिया भर में लोकप्रिय है. पुदीना (Pudina ke Fayde)  की विभिन्न किस्में होती हैं, जैसे पेपरमिंट और स्पाइकमिंट, जो स्वाद और औषधीय गुणों में भिन्न होती हैं.

Pudina ke fayde aur nuksan: आयुर्वेद और यूनानी चिकित्सा में पुदीना का उपयोग सदियों से विभिन्न बीमारियों के इलाज और शरीर को स्वस्थ रखने के लिए किया जाता रहा है. इसमें उपस्थित मेंथॉल और फ्लेवोनॉयड जैसे सक्रिय तत्व इसे औषधीय गुण प्रदान करते हैं.

पुदीना खाने से कौन सी बीमारी ठीक होती है?

1. पाचन संबंधी रोगों में पुदीना के फायदे

पुदीना का सबसे प्रमुख लाभ इसके पाचन संबंधी गुणों में निहित है. यह पेट की गड़बड़ी, अपच, पेट में गैस, ब्लोटिंग और एसिडिटी जैसी समस्याओं को कम करने में मदद करता है. पुदीना में उपस्थित मेंथॉल पेट की मांसपेशियों को आराम पहुँचाता है और गैस बनने की प्रक्रिया को रोकता है. इसका पुदीने का चाय के रूप में सेवन करना या पुदीना के पत्तों को चबाना अपच और पेट की जलन को कम करता है.

2. सर्दी-जुकाम और श्वसन संबंधी रोगों में पुदीना के फायदे

सर्दियों में या मौसम बदलने पर सर्दी, जुकाम, खांसी और गले की खराश आम समस्याएं होती हैं. पुदीना श्वसन तंत्र के लिए बहुत फायदेमंद है. पुदीना की तासीर ठंडी होती है, और इसमें प्राकृतिक एंटीवायरल गुण पाए जाते हैं. पुदीना की भाप लेने से नाक की बंदी खुलती है, गले में खराश कम होती है और खांसी में राहत मिलती है. आयुर्वेद में पुदीना का सिरदर्द और माइग्रेन में भी प्रयोग किया जाता है क्योंकि यह शरीर को ठंडक और मानसिक ताजगी प्रदान करता है.

3. त्वचा रोगों में पुदीना के फायदे

पुदीना का प्रयोग त्वचा के लिए भी लाभकारी है. इसमें एंटीबैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो मुंहासे (एक्ने), दाने और त्वचा की जलन को कम करने में मदद करते हैं. पुदीना का पेस्ट या पुदीने का तेल त्वचा पर लगाने से सूजन और लालिमा कम होती है. यह त्वचा को ठंडक और ताजगी भी प्रदान करता है.

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4. सिरदर्द और माइग्रेन में पुदीना के फायदे

पुदीना का उपयोग सिरदर्द, विशेषकर तनाव और माइग्रेन से होने वाले सिरदर्द में राहत देने के लिए किया जाता है. पुदीना के तेल की मालिश सिर और गर्दन पर करने से रक्त संचार बेहतर होता है और सिरदर्द में आराम मिलता है. इसकी ताजगी और ठंडक मस्तिष्क को शांति और मानसिक स्पष्टता प्रदान करती है.

5. मानसिक स्वास्थ्य और ताजगी में पुदीना के फायदे

पुदीना सिर्फ शारीरिक स्वास्थ्य के लिए ही नहीं बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है. पुदीने की खुशबू मानसिक थकान और तनाव को कम करती है. यह तंत्रिका तंत्र को शांत करने और मस्तिष्क की एकाग्रता बढ़ाने में मदद करता है. पुदीना चाय या पुदीना के तेल की सुगंध का उपयोग करने से मूड हल्का और मन प्रसन्न रहता है.

6. मोटापा और वजन नियंत्रण में पुदीना के फायदे

हाल ही के शोधों में पता चला है कि पुदीना शरीर में वसा के जमा होने को नियंत्रित करने और मेटाबोलिज्म बढ़ाने में मदद कर सकता है. पुदीना के सेवन से भूख पर नियंत्रण रहता है और यह शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मदद करता है. इसे ग्रीन टी के साथ मिलाकर पीने से वजन नियंत्रण में सहायता मिलती है.

7. ओरल हेल्थ (मुँह और दांत) में पुदीना के फायदे

पुदीना मुँह की दुर्गंध को दूर करने और दांतों को स्वस्थ रखने में सहायक है. पुदीना में एंटीसेप्टिक गुण होते हैं, जो मुँह में बैक्टीरिया को मारते हैं और मसूड़ों की सूजन को कम करते हैं. यही कारण है कि पुदीना टूथपेस्ट और माउथवॉश में आमतौर पर पाया जाता है.

8. पुदीना के अन्य स्वास्थ्य लाभ

  •  पुदीना का सेवन उच्च रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है.
  •  इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाते हैं.
  •  पुदीना के सेवन से मतली, उल्टी और यात्रा के दौरान होने वाली बीमारी में राहत मिलती है.

पुदीना का सेवन और उपयोग के तरीके

पुदीना के कई रूप उपलब्ध हैं- ताजा पत्ते, सूखे पत्ते, पुदीना तेल, पुदीना चाय और पुदीना पेस्ट. ताजे पत्तों का सेवन सीधे या सलाद, सब्ज़ियों, सूप और शरबत में किया जा सकता है. पुदीना चाय बनाने के लिए पत्तों को उबालकर पीना फायदेमंद होता है. पुदीना तेल का उपयोग त्वचा और सिरदर्द में मालिश के लिए किया जा सकता है.

अंत में समझ लें 

पुदीना एक प्राकृतिक औषधि है, जो पेट, त्वचा, मस्तिष्क, श्वसन तंत्र और मानसिक स्वास्थ्य सभी के लिए लाभकारी है. यह सर्दी-जुकाम, अपच, गैस, सिरदर्द, माइग्रेन, त्वचा की जलन और मानसिक तनाव जैसी कई समस्याओं में राहत प्रदान करता है. नियमित और सही तरीके से पुदीना का सेवन स्वास्थ्य को बेहतर बनाने और बीमारियों से लड़ने में मदद करता है. प्राकृतिक और हर्बल उपायों में पुदीना एक सशक्त और बहुमुखी विकल्प है.

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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