Winter Food: सर्दी के मौसम को खानपान के मामले में सबसे ज्यादा पसंद किया जाता है. लोग ठंडे दिनों के दौरान मौसमी सब्जियों और फलों के साथ ही उनसे बनने वाले फूड आइटम्स का जमकर लुत्फ लेते हैं. सेहत के लिए फायदेमंद, स्वाद में बढ़िया और बनने में आसान ऐसी ही एक चीज का नाम कांजी (Kanji) है. आमतौर पर हर उत्तर भारतीय परिवारों की रसोई में मिलने वाली सिर्फ दो-तीन चीजों से तैयार होने वाली मौसमी सब्जियों की इस हेल्दी ड्रिंक को सर्दियों में जरूर आजमाकर देखना चाहिए.
सेहत के लिए कैसे और कितनी फायदेमंद है कांजी? (Kanji Health Benefits)
डाइटिशियन और न्यूट्रिशनिस्ट के मुताबिक, गट हेल्थ यानी डाइजेशन सिस्टम, बाल और स्किन के साथ ही ओवरऑल सेहत के लिए बेहद फायदेमंद कांजी को अपने खानपान में शामिल करनी चाहिए. वजन घटाने और शरीर को डिटॉक्स करने में मददगार कांजी भारतीय परिवारों के लिए सर्दियों में पीया जाने वाला पसंदीदा ड्रिंक बन चुका है. इसे बनाने की प्रक्रिया भी बेहद आसान है. आइए, मौसमी सब्जियों से बनने वाली कांजी की रेसिपी के बारे में जानते हैं.
कांजी बनाने की रेसिपी क्या है? (Recipe Of Traditional Indian Winter Drink Kanji?)
- पारंपरिक भारतीय विंटर ड्रिंक कांजी को वैसे तो काले गाजर से बनाया जाता है, लेकिन लाल गाजर, चुकंदर, मूली, आंवला, कच्ची हल्दी, चावल दूसरी मौसमी सब्जियों से भी आसानी से तैयार किया जा सकता है.
- इनमें बस मुख्य सब्जी में बदलाव किया जाता है. बाकी सामान लगभग एक जैसे होते हैं.
- इनमें स्वाद के लिए सेंधा, काला या सफेद नमक, लाल मिर्च पाउडर, पानी,सरसों पाउडर, करी पत्ता वगैरह मिलाया जाता है.
- बाद में कुछ दिनों तक शीशे के जार में इसके मिश्रण में खमीर उठने के लिए बाहर धूप में रखा जाता है.
रखें ध्यान :
बनाने में माहिर लोगों का कहना है कि सावधानी के तौर पर धूप में रखते वक्त जार में रखे मिश्रण को अच्छे से हिलाना चाहिए. हल्के गर्म होने के बाद इस मिश्रण को चम्मच, कलछी या वैसे ही किसी बर्तन की मदद से अच्छे से चलाना चाहिए. कांजी तैयार होने जाने के बाद उसे ठंडा होने देना चाहिए. फिर मिल-जुलकर इसके स्वाद का मजा लेना चाहिए. बेहतरीन कांजी बनाने के लिए सामग्रियों की मात्रा और उसके अनुपात का पूरा ध्यान रखना चाहिए.
पके चावल की कांजी में क्या अलग होता है? (What is different about cooked rice kanji?)
इस हेल्दी ड्रिंक कांजी को तैयार करने में पानी का खास ख्याल रखा जाता है.वहीं, सब्जियों से अलग पके हुए चावल से बनाए जाने वाली कांजी में ऊपर बताई जरूरी चीजों के अलावा स्वाद के मुताबिक छाछ यानी मट्ठा, हरी मिर्च और अदरक वगैरह भी मिलाया जाता है. साथ ही धूप में रखने के बाद मिश्रण में खमीरीकरण की खुश्बू से पहचान की जाती है. पके चावल की कांजी को शीशे के जार के अलावा मिट्टी के बर्तन में भी तैयार किया जा सकता है.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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