भारत आज यानि 14 जनवरी को मकर संक्रांति मना रहा है और इस बार ये त्योहार 15 जनवरी तक सेलिब्रेट किया जाएगा. भारत के सबसे बड़े त्योहारों में से एक मकर संक्रांति को पूरे देशभर में धूमधाम से मनाया जा रहा है. स्वादिष्ट खाना, लोक गीत और नृत्य इस त्योहार में चार चांद लगा देते हैं. अगर बात की जाए खाने से जुड़ी चीजों की तो इसके बारे में बात करना बेहद दिलचस्प होगा, क्योंकि मकर संक्रांति के दिन कई स्वादिष्ट व्यंजन बनाए जाते हैं. इनमें से एक है खिचड़ी, जिसके बीना मकर संक्रांति का त्योहार ज्यादातर फीका माना जाता है. खिचड़ी चावल, उड़द की दाल या काली उड़द, नमक, हल्दी, मटर और सब्जियां डालकर बनाई जाती है.
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खिचड़ी में इस्तेमाल की जाने वाला चावल, काली उड़द और हर सब्जियों का रिश्ता पुरानी मान्यताओं से भी है. देखा जाए तो चावल को चंद्रमा का प्रतीक और उड़द की दाल को शनि का प्रतीक माना जाता है. बताया जाता है कि कुंडली में ग्रहों की स्थिती को सामान्य करने के लिए इन खाद्य वस्तुओं का सेवन आवयशक है. इसलिए मकर संक्रांति पर खिचड़ी का सेवन अनिवार्य माना गया है.
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अब खिचड़ी को शरीर के हिसाब से देखा जाए तो यह उसके लिए भी फायदेमंद है. दरअसल, खिचड़ी सबसे लाइट्स फूड में से एक है. मकर संक्रांति के आने के बाद मौसम में बदलाव आना शुरू हो जाता है और बदलते मौसम के दौरान डाइट का ध्यान रखना बेहद जरूरी माना जाता है. इस दौरान ऐसे ही खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए जो आराम में डाइजेस्ट हो जाए और उनमें से एक है खिचड़ी.
खिचड़ी पेट के लिए काफी फायदेमंद होती है, क्योंकि इसमें मौजूद सब्जियां तंदरूस्त शरीर के लिए जरूरी होती हैं. खिचड़ी में इस्तेमाल होने वाली काली मिर्ची डाइजेशन सिस्टम के लिए बहुत अच्छी मानी जाती है. खिचड़ी हमारी इम्यूनिटी को बढ़ाने में भी मदद करती है. इसलिए मकर संक्रांति के मौके पर खिचड़ी का इस्तेमाल जरूर करें.
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