एफएसएसएआई के वकील व महाराष्ट्र एडवोकेट अनिल सिंह ने कहा कि खाद्य नियामक ने मैगी की विनिर्माता नेस्ले इंडिया द्वारा दिए गए बयान का अध्ययन किया है और वह कंपनी को अपनी बात रखने का मौका देने को तैयार है।
ताजा लेख-
Get Fair Skin: दो हफ्तों में निखरेगा त्वचा का रंग, ये 4 चीजें आएंगी काम, आसान घरेलू नुस्खे...
Benefits of Cloves: लौंग के फायदे, ये 5 परेशानियां होंगी दूर
Dhanteras 2018: कब है धनतेरस, पूजा विधि, मुहूर्त, जानें धनतेरस पर क्यों खरीदते हैं सोना
हुमा कुरैशी को बेहद पसंद हैं कबाब, यहां पढ़ें सीख कबाब की रेसिपी
Karva Chauth 2018 (Karwa Chauth): सरगी में क्या खाएं कि पूरा दिन रहें एनर्जी से भरपूर
इस त्योहारी सीजन में फिट रहने के लिए आपके काम आएंगे ये टिप्स...
Karwa Chauth 2018: तिथि, पूजा विधि, चांद निकलने का समय, शुभ मुहूर्त और स्पेशल फूड
Diabetes: ये 3 ड्राई फ्रूट करेंगे ब्लड शुगर लेवल को नेचुरली कंट्रोल
उन्होंने कहा, ‘‘हमने अभी तक उत्पाद को दी गई मंजूरी वापस नहीं ली है। हम उनको सुनने को तैयार हैं। यदि वे कानून के तहत शर्तों का पालन करने को तैयार हैं, तो उन्हें इस उत्पाद के विनिर्माण और बाजार में बिक्री की अनुमति दी जाएगी।''
जज वी एम कनाडे और बी पी कोलाबावाला की डिवीज़न बैंच, नेस्ले इंडिया की याचिका पर सुनवाई कर रही थी, जिसमें एफएसएसएआई ने 5 जून को मैगी के नौ तरह के उत्पादों पर प्रतिबंध लगाने आदेश दिए थे। याचिका में महाराष्ट्र सरकार के मैगी की बिक्री पर रोक लगाने के आदेश को भी चुनौती दी गई है।
सुबह की ये गलती पड़ सकती है भारी, बढ़ा सकती है वजन
क्यों जीभ पर रखते ही पल भर में पिघल जाती है चॉकलेट?
सिंह ने तर्क दिया कि एफएसएसएआई ने विभिन्न राज्यों से मैगी के विभिन्न बैचों के नमूने लिए। कुल 72 नमूनों की जांच की गई। इसमें से 30 में लैड की मात्रा तय सीमा से अधिक पाई गई। जज कोलाबावाला के सवाल पर सिंह ने कहा कि एफएसएसएआई ने मैगी के तीन तरह के उत्पादों की जांच की। इस बात का जवाब देते हुए जज ने कहा कि यदि तीन संस्करण का परीक्षण किया गया, तो सभी नौ संस्करणों पर प्रतिबंध क्यों लगाया गया। इसके अलावा सिर्फ मैगी का ही परीक्षण क्यों किया गया, अन्य कंपनियों के नूडल्स की जांच क्यों नहीं की गई।
Arhar Dal For Health: अरहर दाल के फायदे, जानें कैसे झटपट बनाएं रेस्तरां स्टाइल दाल फ्राई
Raita For Weight Loss: ये 3 रायते कम करेंगे वजन और डाइटिंग भी बनेगी जायकेदार...
नेस्ले ने सपाई देते हुए कहा कि हो सकता है मैगी के कुछ बैच में लैड की मात्रा तय सीमा से अधिक हो, लेकिन उत्पाद पर पूरी तरह रोक लगाना ‘‘अनुचित और गैर-कानूनी है।'' कंपनी का दावा है कि उसने भारत और विदेशों में 2,700 लैब में उत्पाद की जांच की, जिसमें पाया गया कि लैड की मात्रा 0.5 प्रतिशत स्वीकृति सीमा से कम थी।
और खबरों के लिए क्लिक करें.