बोस्टन: 
                                        अगर आपको मछली खाना पसंद है, तो यह खबर आपको खुश कर सकती है. जी हां, हफ्ते में दो बार मछली खाने से दिल का दौरा कम होता है और हृदय को स्वस्थ रखने में मदद मिलती है. ऐसा मछली में काफी मात्रा में मौजूद ओमेगा 3 वसीय अम्लों के कारण होता है. अमेरिेकी हार्ट एसोसिएशन की वैज्ञानिक सलाह में यह दावा किया गया है. 
अमेरिका में हावर्ड टी एच चान स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के प्रोफेसर ऐरिक बी रिम ने बताया, ‘‘वैज्ञानिक अध्ययनों में ओमेगा 3 वसीय अम्लों में, सी फूड खाने से होने वाले फायदे की बात सामने आयी है.’’
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अमेरिकी हार्ट एसोसिएशन ने साढ़े तीन औंस बिना तली मछली का सेवन या तीन चौथाई कप के बराबर भुनी मछली हफ्ते में दो दफा खाने की अनुशंसा की है. शोधकर्ताओं ने कहा है कि उन मछलियों को खाना चाहिए जिसमें ओमेगा 3 वसीय अम्लों की अधिकता होती है.
आहार विशेषज्ञों के पैनल द्वारा संकलित ‘सर्कुलेशन जनरल’ में छपी सलाह में मछली के संबंध में अध्ययन सामने आया है. इसमें मछली में पाये जाने वाले पारे (मरकरी) पर फिर से अध्ययन की बात सामने आयी है. शोधकर्ताओं ने बताया कि अधिकतर सी फूड में पारा पाया जाता है. लेकिन बड़ी मछलियों में यह अधिक मात्रा में होता है जो स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होता है.
उन्होंने निष्कर्ष में कहा कि हालांकि दूषित पारे का संबंध नवजात शिशुओं में गंभीर न्यूरोलॉजिकल समस्याओं से हो सकता है. हालांकि वयस्कों में हृदय रोग पर इसका प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ता.
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                                अमेरिका में हावर्ड टी एच चान स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के प्रोफेसर ऐरिक बी रिम ने बताया, ‘‘वैज्ञानिक अध्ययनों में ओमेगा 3 वसीय अम्लों में, सी फूड खाने से होने वाले फायदे की बात सामने आयी है.’’
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अमेरिकी हार्ट एसोसिएशन ने साढ़े तीन औंस बिना तली मछली का सेवन या तीन चौथाई कप के बराबर भुनी मछली हफ्ते में दो दफा खाने की अनुशंसा की है. शोधकर्ताओं ने कहा है कि उन मछलियों को खाना चाहिए जिसमें ओमेगा 3 वसीय अम्लों की अधिकता होती है.
आहार विशेषज्ञों के पैनल द्वारा संकलित ‘सर्कुलेशन जनरल’ में छपी सलाह में मछली के संबंध में अध्ययन सामने आया है. इसमें मछली में पाये जाने वाले पारे (मरकरी) पर फिर से अध्ययन की बात सामने आयी है. शोधकर्ताओं ने बताया कि अधिकतर सी फूड में पारा पाया जाता है. लेकिन बड़ी मछलियों में यह अधिक मात्रा में होता है जो स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होता है.
उन्होंने निष्कर्ष में कहा कि हालांकि दूषित पारे का संबंध नवजात शिशुओं में गंभीर न्यूरोलॉजिकल समस्याओं से हो सकता है. हालांकि वयस्कों में हृदय रोग पर इसका प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ता.
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