टोरंटो:
गर्मियां शुरू होते ही मेरे शरीर में पानी की कमी होने लगती है, जिसकी वजह से कई बार में डायरिया का शिकार हो चुकी हूं। बचपन में जब हम गर्मियों के मौसम में बाहर खेला करते थे, तो हमारे पैरेंट्स हमें छाछ, लस्सी, आमपन्ना, पानी की कमी पूरी करने वाले फल और सब्जियां खिलाते-पिलाते रहते थे। जैसे-जैसे गर्मियां बढ़ती थीं, मेरे साथ खेलने वाले बच्चों में आंत्रशोध और पानी की कमी के मामले बढ़ते जाते थे और हमारा बाहर खेलना बंद होता जाता था।
ऐसे में वे घर पर आराम करने के साथ कोई इलेक्ट्रोलाइट पेय पदार्थ पिया करते थे। लेकिन आज के समय में कई ऐसी चीज़ें आ गई हैं, जिनकी मदद से आप शरीर में पानी की कमी को पूरा कर सकते हैं।
एक नए शोध से पता चला है कि डायरिया होने पर किसी इलेक्ट्रोलाइट पेय पदार्थ की जगह अगर सेब का पतला जूस पिया जाए, तो उससे अच्छा और बेहतर इलाज कोई नहीं है। शोधकर्ताओं ने बताया कि उनके निष्कषों से पता चला है कि सेब के पतले जूस से पानी की कमी का इलाज करने पर महज 17 प्रतिशत बच्चों में यह कारगर नहीं रहा। जबकि इलेक्ट्रोलाइट पेय से इलाज करने पर यह संख्या 25 फीसदी थी।
कनाडा के यूनिवर्सिटी ऑफ केलगरी के स्टीफन बी. फ्रीडमैन का कहना है कि “पतला सेब का जूस इलेक्ट्रोलाइट पेय का अच्छा विकल्प हो सकता है। यह आंत्रशोध और पानी की कमी दोनों बीमारियों में कारगर है”।
यह अध्ययन जेएएमए नामक जर्नल में प्रकाशित किया गया है। यह शोध छह महीने से लेकर पांच साल के बच्चों पर किया गया। इसमें सेब के पतले जूस से इलाज किए गए बच्चों में महज 2.5 फीसदी पानी चढ़ाने की ज़रूरत पड़ी।
ऐसे में वे घर पर आराम करने के साथ कोई इलेक्ट्रोलाइट पेय पदार्थ पिया करते थे। लेकिन आज के समय में कई ऐसी चीज़ें आ गई हैं, जिनकी मदद से आप शरीर में पानी की कमी को पूरा कर सकते हैं।
एक नए शोध से पता चला है कि डायरिया होने पर किसी इलेक्ट्रोलाइट पेय पदार्थ की जगह अगर सेब का पतला जूस पिया जाए, तो उससे अच्छा और बेहतर इलाज कोई नहीं है। शोधकर्ताओं ने बताया कि उनके निष्कषों से पता चला है कि सेब के पतले जूस से पानी की कमी का इलाज करने पर महज 17 प्रतिशत बच्चों में यह कारगर नहीं रहा। जबकि इलेक्ट्रोलाइट पेय से इलाज करने पर यह संख्या 25 फीसदी थी।
कनाडा के यूनिवर्सिटी ऑफ केलगरी के स्टीफन बी. फ्रीडमैन का कहना है कि “पतला सेब का जूस इलेक्ट्रोलाइट पेय का अच्छा विकल्प हो सकता है। यह आंत्रशोध और पानी की कमी दोनों बीमारियों में कारगर है”।
यह अध्ययन जेएएमए नामक जर्नल में प्रकाशित किया गया है। यह शोध छह महीने से लेकर पांच साल के बच्चों पर किया गया। इसमें सेब के पतले जूस से इलाज किए गए बच्चों में महज 2.5 फीसदी पानी चढ़ाने की ज़रूरत पड़ी।
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