Best Type Of Roti: भारतीय थाली रोटियों के बिना अधूरी है. चाहे सुबह का नाश्ता हो, दोपहर का भोजन हो या रात का खाना, गरमागरम और फूली हुई रोटी हमारी परंपरा, स्वाद और रोज़मर्रा के पोषण का प्रतीक है. रोटियां सिर्फ सब्ज़ियों और करी के साथ खाने का ज़रिया नहीं हैं, बल्कि ये ऊर्जा और आवश्यक पोषक तत्वों का एक मजबूत स्रोत भी हैं.
लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपकी रोज़ खाई जाने वाली साधारण गेहूँ की रोटी के अलावा, भारत में 7 प्रकार की लोकप्रिय रोटियां खाई जाती हैं, और हर रोटी की अपनी एक अलग पोषण शक्ति (Nutrition Profile) है?
Jawar, Bajra, Makka, Ragi or Gehun? Kaun Si Roti Hai Best : आज हम आपको भारत में खाई जाने वाली 7 सबसे लोकप्रिय रोटियों और उनमें मौजूद प्रोटीन की मात्रा के बारे में विस्तार से बताएंगे. यह जानकारी आपको अपनी सेहत के लक्ष्य (जैसे: वज़न घटाना या मांसपेशियों को मज़बूत बनाना) के हिसाब से सही रोटी चुनने में मदद करेगी.
आयुर्वेद क्या कहता है रोटियों के बारे में?
आयुर्वेद में रोटी को केवल भोजन नहीं, बल्कि शरीर को शक्ति देने वाले माध्यम के रूप में देखा जाता है.
गेहूँ की रोटी: आयुर्वेद के अनुसार, साबुत गेहूँ की रोटी वात (Vata) और पित्त (Pitta) दोषों को संतुलित करने में मदद करती है, जबकि कफ (Kapha) प्रकृति वाले लोगों को इसे सीमित मात्रा में खाने की सलाह दी जाती है.
गुण: इसे 'गुरु' (पचने में भारी लेकिन पौष्टिक), 'मधुर' (मीठा), और 'स्निग्ध' (चिकना/ऊर्जा देने वाला) माना जाता है, जो शरीर को मज़बूती और जीवन शक्ति (Vitality) प्रदान करता है.
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भारत की 7 सबसे लोकप्रिय रोटियाँ और उनमें पोषण | 7 Types of Roti and How Much Protein They Contain | Kis Roti Me Kitna Protein Hota Hai
यह ध्यान रखना ज़रूरी है कि ये आंकड़े अनुमानित गणना पर आधारित हैं. आटे की गुणवत्ता, पानी की मात्रा, गूंदने का तरीका और अन्य सामग्री (जैसे घी या तेल) के उपयोग के आधार पर पोषण मूल्यों में थोड़ा अंतर आ सकता है.
| रोटी का प्रकार | प्रति 40g (लगभग) कैलोरी | प्रोटीन (ग्राम | फाइबर (ग्राम) | पाचन समय (Digestion Time) |
| साबुत गेहूँ की रोटी | 120 कैलोरी | 3.1 ग्राम | 2.4 ग्राम | 2-3 घंटे |
| मल्टीग्रेन रोटी | 70-80 कैलोरी | 5.4 से 6.1 ग्राम | 4.7 से 5.6 ग्राम | 2-3 घंटे |
| मक्के की रोटी | 145 कैलोरी | 3.2 ग्राम | 2.9 ग्राम | 3-4 घंटे |
| ज्वार की रोटी | 120-140 कैलोरी | 2.5-3 ग्राम | 4 ग्राम | 2 घंटे |
| रागी की रोटी | 130-140 कैलोरी | 3-4 ग्राम | 1.4-3.5 ग्राम | 2.5-3 घंटे |
| बेसन की रोटी | 150 कैलोरी | 9 ग्राम | 4.3 ग्राम | 2 घंटे |
| जौ की रोटी | 140-145 कैलोरी | 6.9 ग्राम | 4.2 ग्राम | 2-3 घंटे |
| मिस्सी रोटी | अनुमानित | 3-4.5 ग्राम | 2-3 ग्राम | 2-3 घंटे |
(नोट: मिस्सी रोटी का पोषण मूल्य, बेसन और मसालों के अनुपात पर निर्भर करता है.)
प्रोटीन और फाइबर का किंग कौन?
अगर हम प्रोटीन और फाइबर की मात्रा के हिसाब से देखें, तो कुछ रोटियां बाकियों से आगे निकल जाती हैं:
प्रोटीन का बादशाह: बेसन की रोटी (Besan Roti) : बेसन (चने का आटा) प्रोटीन का एक बेहतरीन प्लांट-बेस्ड स्रोत है. लगभग 40 ग्राम की एक बेसन की रोटी आपको लगभग 9 ग्राम प्रोटीन दे सकती है. यह मांसपेशियों को मज़बूत बनाने वालों (Bodybuilders) और शाकाहारियों के लिए एक शानदार विकल्प है. यह वज़न घटाने में भी तेज़ी से मदद करती है.
फाइबर का सुपरस्टार: जौ की रोटी (Barley Roti) : जौ की रोटी, फाइबर के मामले में सभी को पछाड़ देती है. इसमें प्रति सर्विंग लगभग 6.9 ग्राम डाइटरी फाइबर होता है. यह पेट को साफ रखने, कब्ज दूर करने और डायबिटीज को नियंत्रित करने में बहुत प्रभावी है.
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मल्टी-पोषक तत्व की चैंपियन: मल्टीग्रेन रोटी (Multigrain Roti) : मल्टीग्रेन रोटी विभिन्न अनाजों (जैसे गेहूँ, ज्वार, बाजरा, चना) के गुणों को एक साथ लाती है. यह प्रोटीन और फाइबर का एक संतुलित मिश्रण प्रदान करती है और हृदय स्वास्थ्य के लिए बेहतरीन मानी जाती है.
पाचन समय के अनुसार चुनाव
रोटी का चुनाव करते समय, उसका पाचन समय (Digestion Time) भी देखना ज़रूरी है:
- तेज़ पाचन (2 घंटे): ज्वार और बेसन की रोटी सबसे जल्दी पचती है. ये उन लोगों के लिए अच्छी हैं जिन्हें जल्दी ऊर्जा की ज़रूरत होती है या जिनका पाचन कमजोर है.
- मध्यम पाचन (2-3 घंटे): गेहूँ, मल्टीग्रेन, रागी और जौ की रोटी. इनका फाइबर आपको धीरे-धीरे ऊर्जा देता है.
- धीरे पाचन (3-4 घंटे): मक्के की रोटी. इसे पचने में सबसे ज़्यादा समय लगता है, क्योंकि इसमें जटिल कार्बोहाइड्रेट (Complex Carbs) अधिक होते हैं, इसलिए यह लंबे समय तक पेट भरा रखती है.
अपनी डाइट के लिए सही रोटी कैसे चुनें?
वज़न घटाना (Weight Loss): बेसन, जौ या मल्टीग्रेन रोटियों को प्राथमिकता दें. इनमें फाइबर और प्रोटीन अधिक होता है, जिससे भूख कम लगती है.
डायबिटीज कंट्रोल: जौ (Barley) और ज्वार (Jowar) की रोटी सबसे अच्छी हैं क्योंकि इनका ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) कम होता है.
हड्डियों की मज़बूती: रागी (Ragi) कैल्शियम का भंडार है, जो बच्चों और महिलाओं की हड्डियों के लिए बेहतरीन है.
सामान्य स्वास्थ्य: साबुत गेहूँ की रोटी एक अच्छा संतुलित विकल्प है, लेकिन बेहतर परिणाम के लिए इसे मल्टीग्रेन से बदलते रहें.
हर भारतीय रोटी अपनी जगह ख़ास है. अपनी रोटी का चुनाव अपने स्वास्थ्य लक्ष्य (जैसे वज़न घटाना या प्रोटीन बढ़ाना) और अपने शरीर की प्रकृति के अनुसार करें. रोटियों में बदलाव करते रहने से शरीर को अलग-अलग पोषक तत्व मिलते रहते हैं, जिससे आप सक्रिय और सेहतमंद बने रहते हैं.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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