एकता कपूर (फाइल फोटो)
मुंबई:
बॉलीवुड का दस्तूर है, देरी से सोना और देरी से जागना। अक्षय कुमार, सनी देओल या अमिताभ बच्चन जैसे कुछ सितारों को छोड़ दें तो बॉलीवुड के ज्यादातर लोग देरी से सोते हैं और देरी से जागते हैं। मगर इसी फिल्मी दुनिया के एक स्टार ऐसे भी हैं जो सुबह 8 बजे सोने जाते थे जब आम लोगों के जागने का समय होता है।
फिल्में देखते हुए गुजर जाती रात
अर्जुन कपूर जब फिल्मों में नहीं आए थे तब सोने के लिए सुबह 8 बजे बिस्तर पर जाते थे। अब पूरी रात वे करते क्या थे? तो जनाब अर्जुन साहब पूरी रात फिल्में देखा करते थे और सुबह 8 बजे सोते थे। अर्जुन की फिल्मों के प्रति दीवानगी का यह आलम था कि वह रात-रात भर फिल्में देखा करते थे। सिनेमा हॉल से ज्यादा घर पर पूरी रात अलग-अलग तरह की फिल्में देखना उनका शौक था। यही फिल्में देखकर अर्जुन ने निर्देशक बनने का मन बनाया था और कुछ समय सहनिर्देशक भी रहे थे।
अर्जुन ने अपनी आने वाली फ़िल्म 'की एंड का' के प्रचार के दौरान कहा कि "मैं बहुत फिल्में देखा करता था। पूरी रात जागकर फिल्में देखता और सुबह 8 बजे सोने जाता था।"
धारावाहिकों के लिए कड़ी मेहनत की एकता कपूर ने
अर्जुन के अलावा एकता कपूर भी पूरी-पूरी रात जागती थीं। खास तौर पर उस दौर में जब वे डेली सोप की क्वीन थीं और उस समय में जब उनके 20-20 धारावाहिक चलते थे। एकता उस समय पूरी रात काम करती थीं। सभी धारावाहिकों के शूट किए हुए टेप देखती थीं, कहानियां सुनती थीं और योजनाएं बनाती थीं। एक बार एकता के पिता जीतेन्द्र ने एक इंटरव्यू में कहा था कि 'एकता की सफलता के पीछे उसकी बड़ी मेहनत है। वह पूरी रात काम करती है। मैं जब सुबह सोकर उठता हूं, तब उसे दफ्तर से आते हुए देखता हूं।'
फिल्में देखते हुए गुजर जाती रात
अर्जुन कपूर जब फिल्मों में नहीं आए थे तब सोने के लिए सुबह 8 बजे बिस्तर पर जाते थे। अब पूरी रात वे करते क्या थे? तो जनाब अर्जुन साहब पूरी रात फिल्में देखा करते थे और सुबह 8 बजे सोते थे। अर्जुन की फिल्मों के प्रति दीवानगी का यह आलम था कि वह रात-रात भर फिल्में देखा करते थे। सिनेमा हॉल से ज्यादा घर पर पूरी रात अलग-अलग तरह की फिल्में देखना उनका शौक था। यही फिल्में देखकर अर्जुन ने निर्देशक बनने का मन बनाया था और कुछ समय सहनिर्देशक भी रहे थे।
अर्जुन ने अपनी आने वाली फ़िल्म 'की एंड का' के प्रचार के दौरान कहा कि "मैं बहुत फिल्में देखा करता था। पूरी रात जागकर फिल्में देखता और सुबह 8 बजे सोने जाता था।"
धारावाहिकों के लिए कड़ी मेहनत की एकता कपूर ने
अर्जुन के अलावा एकता कपूर भी पूरी-पूरी रात जागती थीं। खास तौर पर उस दौर में जब वे डेली सोप की क्वीन थीं और उस समय में जब उनके 20-20 धारावाहिक चलते थे। एकता उस समय पूरी रात काम करती थीं। सभी धारावाहिकों के शूट किए हुए टेप देखती थीं, कहानियां सुनती थीं और योजनाएं बनाती थीं। एक बार एकता के पिता जीतेन्द्र ने एक इंटरव्यू में कहा था कि 'एकता की सफलता के पीछे उसकी बड़ी मेहनत है। वह पूरी रात काम करती है। मैं जब सुबह सोकर उठता हूं, तब उसे दफ्तर से आते हुए देखता हूं।'
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