नई दिल्ली:
क्रिस्टोफर नोलन की नई फिल्म 'डनकर्क' का ट्रेलर रिलीज हो गया है. इसके आते ही सोशल मीडिया पर इसे देखने की, शेयर करने की और इसके बारे में बात करने की हलचल सी मच गई है. दो दिनों के अंदर इस ट्रेलर को 8 लाख से ऊपर लोगों ने देखा है. गौरतलब है कि इस ट्रेलर को 14 दिसंबर को यूट्यूब पर जारी किया गया था. समकालीन सिनेमा में क्रिस्टोफर नोलान वह नाम है जिसके सिनेमा का इंतजार दर्शक से अधिक फिल्मकार करते हैं.
इन्होंने अपनी कला से अपने प्रशंसकों में इंतजार का धैर्य भी पैदा कर दिया है. नोलन ऐसे फिल्मकार हैं, जो सिनेमा की मुख्य धारा में ऐसी फिल्म बनाते हैं जो लोकप्रियता के साथ गंभीर बहस भी अर्जित करती हैं. उनकी फिल्मों के रिलीज होने से पहले से लेकर रिलीज होने के बाद तब तक बहस चलती है जब तक अगली फिल्म ना आ जाए. 2014 में आई उनकी पिछली फिल्म 'इंटरस्टेलर' पर चर्चा अभी थमी नहीं थी कि आने उनकी वाली फिल्म ‘डनकर्क’ के ट्रेलर पर चर्चा शुरू हो गई है.
क्रिस्टोफर नोलन ने अपने करियर में एक से एक माइलस्टोन फिल्में बनाई हैं. उनकी फिल्मों से भारतीय फिल्में ने भी प्रेरणा ली है. उनकी फिल्म ‘मंमेंटो’ पर तमिल और हिंदी में ‘गजनी’ जैसी सुपरहिट फिल्में बनी थी. ‘प्रेस्टिज’ उनकी एक ऐसी फिल्म है जो जादू की दुनिया के अंदर के खेल और व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा व ईर्ष्या को सामने लाता है. इसकी एक झलक हिंदी में ‘गुजारिश’ और थोडी सी नकल ‘धूम 3’ में देखी जा सकती है. नोलान की 'डार्क नाइट' सीरीज की फिल्मों ने बौद्धिक दुनिया में एक बहस छेड़ी थी. बैटमैन की काल्पनिक दुनिया रच कर एक तरफ सुपरहीरो सिनेमा का पैटर्न ही बदल दिया. दूसरी तरफ ये दिखाया कि गैर यथार्थवादी फिल्मों से भी यथार्थ की कितनी महीन और दार्शनिक पड़ताल की जा सकती है.
इन फिल्मों के खलनायक जोकर और बेन हमारी दुनिया के लिए एक आइने की तरह हैं. जोकर के किरदार ने अभिनेता हीथ लेजर को अमर कर दिया. ‘इंसेप्शन’ में वे एक अजीबोगरीब और न समझ में आने की हद तक लेकिन दिलचस्प सी मानवीय स्वप्न की तहों के भीतर उतरने की कोशिश थी. पिछली फिल्म ‘इंटरस्टेलर’ में स्पेस यात्रा के जरिए समय और आयाम के संबंधों के साथ मानव के अतीत और भविष्य की तलाश में निकले थे. नोलन कल्पना, फैंटेसी और विज्ञान की कहानी कहते हुए भी उन बुनियादी मानविय प्रश्नों से जुड़े रहते हैं, जिससे मानव की दुनिया चलती है. 'डनकर्क' वार सिनेमा है. 'डनकर्क' में दूसरे विश्वयुद्ध समय की वह घटना घटी थी, जिसे ब्रिटेन के तत्कालीन प्रधानमंत्री विंस्टन चर्चिल ने चमत्कार कहा था.
डनकर्क के पास ब्रिटेन और फ्रांस की सेना को जर्मनी ने फंसा दिया था. सैनिकों को सुरक्षित निकालने के लिए ऑपरेशन डायनेमो चलाया गया था. इन सैनिकों को पहले छोटे नावों से बड़े जहाज में लाया गया और फिर उनको बचाया गया. हिटलर ने डराने की रणनीति अपनाई थी, लेकिन यह उसकी बड़ी रणनीतिक भूल साबित हुई. ‘इंटरस्टेलर’ ने स्टैनली क्यूब्रिक की ‘स्पेस ओडिसी’ की याद दिलाई थी. डनकर्क में ट्रेलर के शॉट्स स्टीवन स्पीलबर्ग की सेविंग प्राइवेट रेयान की याद दिलाती है. शुरू में एक सैनिक हाथ में आकाश से आया एक पर्चा पकड़ता है जिस पर लिखा है ‘यू आर सराउंडेड’. यह दूसरे विश्व युद्ध का समय है ‘जिसने हमारी आज की दुनिया रची’. चार लाख सैनिकों को बचा कर निकलाना है.
कमाल के कैमरावर्क, संगीत और संपादन से हम भय, हताशा, हिंसा को उभारने के साथ साथ नोलन ट्रेलर को उम्मीद शब्द के साथ समाप्त करते हैं. ‘जिसमें उम्मीद ही हथियार है’ और ‘जीवत रहना ही जीत है’. नोलन फिल्म के लिए कौतुहल जगाने में भी कामयाब हैं. क्रिस्टोफर अपने सिनेमा में अभिनेताओं को दोहराते हैं. 'डनकर्क' में भी टॉम हार्डी (इंसेप्शन, डार्क नाइट राइजेज), और सिलियन मरफी (इंसेप्सन, डार्क नाइट सिरिज) दिख रहे हैं. उनके प्रिय कलाकार माइकल केन इस फिल्म में नहीं हैं, लेकिन ‘ब्रिज ऑफ द स्पाई’ से चर्चित मार्क रेलेंस इस फिल्म में दिख रहे हैं.
पॉप गायक हैरी स्टाइल इस फिल्म से अपना सिनेमा करियर शुरू कर रहे हैं. नोलन की फिल्मों में आख्यान को समांतर तरीके से मजबूती देने वाला तत्व रहता है बैकग्राउंड संगीत. हैंस जिमर का संगीत एक बार फिर है जो उनके साथ पिछली कई फिल्मों में थे. इस फिल्म को लेकर की गई तैयारी भी जबरदस्त है. फिल्म को रियल लोकेशन यानि उस जगह शूट किया गया है, जहां घटना घटी थी. पर्दे पर जीवंतता के लिए आईमैक्स और 70 एमएम में फिल्माया गया है.
ट्रेलर में दिख रहे छोटे नावों, लड़ाकू विमानों को भी उस समय का दिखाने के लिए मेहनत की गई है. नोलन वैसे फिल्मकार हैं बताते हैं कि सिनेमा जादू बड़े पर्दे पर ही है और इस जादू को बनाए रखने के लिए क्या किया जाना चाहिए जिससे दर्शक सिनेमा घरों तक लौटे. उनकी पिछली फिल्मों में गजब का विजुअल अनुभव था. इस ट्रेलर को देखकर आप भी महसूस करेंगे कि वार्नर ब्रदर्स की प्रोड्यूस की यह फिल्म 2017 की आपकी सूचि में होनी चाहिए.
अब देखिए, इस फिल्म का ट्रेलर-
इन्होंने अपनी कला से अपने प्रशंसकों में इंतजार का धैर्य भी पैदा कर दिया है. नोलन ऐसे फिल्मकार हैं, जो सिनेमा की मुख्य धारा में ऐसी फिल्म बनाते हैं जो लोकप्रियता के साथ गंभीर बहस भी अर्जित करती हैं. उनकी फिल्मों के रिलीज होने से पहले से लेकर रिलीज होने के बाद तब तक बहस चलती है जब तक अगली फिल्म ना आ जाए. 2014 में आई उनकी पिछली फिल्म 'इंटरस्टेलर' पर चर्चा अभी थमी नहीं थी कि आने उनकी वाली फिल्म ‘डनकर्क’ के ट्रेलर पर चर्चा शुरू हो गई है.
क्रिस्टोफर नोलन ने अपने करियर में एक से एक माइलस्टोन फिल्में बनाई हैं. उनकी फिल्मों से भारतीय फिल्में ने भी प्रेरणा ली है. उनकी फिल्म ‘मंमेंटो’ पर तमिल और हिंदी में ‘गजनी’ जैसी सुपरहिट फिल्में बनी थी. ‘प्रेस्टिज’ उनकी एक ऐसी फिल्म है जो जादू की दुनिया के अंदर के खेल और व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा व ईर्ष्या को सामने लाता है. इसकी एक झलक हिंदी में ‘गुजारिश’ और थोडी सी नकल ‘धूम 3’ में देखी जा सकती है. नोलान की 'डार्क नाइट' सीरीज की फिल्मों ने बौद्धिक दुनिया में एक बहस छेड़ी थी. बैटमैन की काल्पनिक दुनिया रच कर एक तरफ सुपरहीरो सिनेमा का पैटर्न ही बदल दिया. दूसरी तरफ ये दिखाया कि गैर यथार्थवादी फिल्मों से भी यथार्थ की कितनी महीन और दार्शनिक पड़ताल की जा सकती है.
इन फिल्मों के खलनायक जोकर और बेन हमारी दुनिया के लिए एक आइने की तरह हैं. जोकर के किरदार ने अभिनेता हीथ लेजर को अमर कर दिया. ‘इंसेप्शन’ में वे एक अजीबोगरीब और न समझ में आने की हद तक लेकिन दिलचस्प सी मानवीय स्वप्न की तहों के भीतर उतरने की कोशिश थी. पिछली फिल्म ‘इंटरस्टेलर’ में स्पेस यात्रा के जरिए समय और आयाम के संबंधों के साथ मानव के अतीत और भविष्य की तलाश में निकले थे. नोलन कल्पना, फैंटेसी और विज्ञान की कहानी कहते हुए भी उन बुनियादी मानविय प्रश्नों से जुड़े रहते हैं, जिससे मानव की दुनिया चलती है. 'डनकर्क' वार सिनेमा है. 'डनकर्क' में दूसरे विश्वयुद्ध समय की वह घटना घटी थी, जिसे ब्रिटेन के तत्कालीन प्रधानमंत्री विंस्टन चर्चिल ने चमत्कार कहा था.
डनकर्क के पास ब्रिटेन और फ्रांस की सेना को जर्मनी ने फंसा दिया था. सैनिकों को सुरक्षित निकालने के लिए ऑपरेशन डायनेमो चलाया गया था. इन सैनिकों को पहले छोटे नावों से बड़े जहाज में लाया गया और फिर उनको बचाया गया. हिटलर ने डराने की रणनीति अपनाई थी, लेकिन यह उसकी बड़ी रणनीतिक भूल साबित हुई. ‘इंटरस्टेलर’ ने स्टैनली क्यूब्रिक की ‘स्पेस ओडिसी’ की याद दिलाई थी. डनकर्क में ट्रेलर के शॉट्स स्टीवन स्पीलबर्ग की सेविंग प्राइवेट रेयान की याद दिलाती है. शुरू में एक सैनिक हाथ में आकाश से आया एक पर्चा पकड़ता है जिस पर लिखा है ‘यू आर सराउंडेड’. यह दूसरे विश्व युद्ध का समय है ‘जिसने हमारी आज की दुनिया रची’. चार लाख सैनिकों को बचा कर निकलाना है.
कमाल के कैमरावर्क, संगीत और संपादन से हम भय, हताशा, हिंसा को उभारने के साथ साथ नोलन ट्रेलर को उम्मीद शब्द के साथ समाप्त करते हैं. ‘जिसमें उम्मीद ही हथियार है’ और ‘जीवत रहना ही जीत है’. नोलन फिल्म के लिए कौतुहल जगाने में भी कामयाब हैं. क्रिस्टोफर अपने सिनेमा में अभिनेताओं को दोहराते हैं. 'डनकर्क' में भी टॉम हार्डी (इंसेप्शन, डार्क नाइट राइजेज), और सिलियन मरफी (इंसेप्सन, डार्क नाइट सिरिज) दिख रहे हैं. उनके प्रिय कलाकार माइकल केन इस फिल्म में नहीं हैं, लेकिन ‘ब्रिज ऑफ द स्पाई’ से चर्चित मार्क रेलेंस इस फिल्म में दिख रहे हैं.
पॉप गायक हैरी स्टाइल इस फिल्म से अपना सिनेमा करियर शुरू कर रहे हैं. नोलन की फिल्मों में आख्यान को समांतर तरीके से मजबूती देने वाला तत्व रहता है बैकग्राउंड संगीत. हैंस जिमर का संगीत एक बार फिर है जो उनके साथ पिछली कई फिल्मों में थे. इस फिल्म को लेकर की गई तैयारी भी जबरदस्त है. फिल्म को रियल लोकेशन यानि उस जगह शूट किया गया है, जहां घटना घटी थी. पर्दे पर जीवंतता के लिए आईमैक्स और 70 एमएम में फिल्माया गया है.
ट्रेलर में दिख रहे छोटे नावों, लड़ाकू विमानों को भी उस समय का दिखाने के लिए मेहनत की गई है. नोलन वैसे फिल्मकार हैं बताते हैं कि सिनेमा जादू बड़े पर्दे पर ही है और इस जादू को बनाए रखने के लिए क्या किया जाना चाहिए जिससे दर्शक सिनेमा घरों तक लौटे. उनकी पिछली फिल्मों में गजब का विजुअल अनुभव था. इस ट्रेलर को देखकर आप भी महसूस करेंगे कि वार्नर ब्रदर्स की प्रोड्यूस की यह फिल्म 2017 की आपकी सूचि में होनी चाहिए.
अब देखिए, इस फिल्म का ट्रेलर-