दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस के लिए जाते गुरमीत राम रहीम.
नई दिल्ली:
डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह इंसान का कहना है कि धर्मगुरुओं के लिए किसी तरह का खास परिधान पहनना जरूरी नहीं है. बस मन साफ होना चाहिए. डेरा सच्चा सौदा एक आध्यात्मिक पंथ है जो मांसाहार और नशे के खिलाफ जागरुकता फैलाने का काम करता है. गुरमीत राम रहीम के अनुसार देशभर में करीब पांच करोड़ लोग उनके पंथ का पालन करते हैं.
उन्होंने कहा, 'मैंने धार्मिक ग्रंथ पढ़े, रिसर्च किया लेकिन कहीं भी यह नहीं लिखा है कि धर्मगुरुओं को कैसे कपड़े पहनने चाहिए. अगर आपका मन साफ है तो आप पैंट-शर्ट पहन कर भी भगवान को पा सकते हैं.'
लोगों को सही रास्ते पर चलने के लिए प्रेरित करने के अलावा गुरमीत राम रहीम का एक और पैशन है- बॉलीवुड. वह जल्द ही अपनी फिल्म फ्रेंचाइज़ 'मैसेंजर ऑफ गॉड' का तीसरा पार्ट लेकर आ रहे हैं. इसका नाम "एमएसजी - द वॉरियर लॉयन हार्ट" होगा. इस फिल्म में गुरमीत एक सीक्रेट एजेंट का किरदार निभाने वाले हैं जो अपनी शक्तियों से एलियन और यूएफओ के खिलाफ लड़ाई करेंगे.
आलोचकों की मानें तो ये फिल्में सच्चा सौदा डेरा के प्रचार के लिए बनाई गई हैं. इस बात का राम रहीम विरोध भी नहीं करते. पत्रकारों से बातचीत में राम रहीम ने बताया कि वह फिल्म स्टार बनने की कोशिश नहीं कर रहे हैं बल्कि वह इसके जरिए भारतीय संस्कृति और मानवीय मूल्यों का प्रचार करना चाहते हैं.
उन्होंने कहा, "फिल्म में आप देखेंगे कि जो तकनीक एलियन लेकर आ रहे हैं उन्हें हमारे पूर्वज पहले ही अपना चुके हैं. इसीलिए फिल्म के दृश्य लार्जन दैन लाइफ लगते हैं." पिछली दो फिल्मों में राम रहीम ने जादुई शक्तियां जानने वाले गुरु की भूमिका निभाई थी जो लिंगभेद और नशे के खिलाफ लोगों को जागरुक करते हैं, इस फिल्म में वह एक योद्धा की भूमिका निभा रहे हैं जो भारत का सीक्रेट एजेंट भी है.
30 कैटेगिरी में क्रेडिट
राम रहीम अपनी फिल्म के निर्माण के दौरान हर चीज़ का ध्यान रखते हैं. शायद यही वजह है कि 'एमएसजी 3' में डायलॉग राइटर, कोरियोग्राफर, फिल्म एडिटर, स्टंट और मेकअप आर्टिस्ट समेत 30 कैटेगिरी में क्रेडिट दिया गया है.
उन्होंने कहा, 'मैंने धार्मिक ग्रंथ पढ़े, रिसर्च किया लेकिन कहीं भी यह नहीं लिखा है कि धर्मगुरुओं को कैसे कपड़े पहनने चाहिए. अगर आपका मन साफ है तो आप पैंट-शर्ट पहन कर भी भगवान को पा सकते हैं.'
लोगों को सही रास्ते पर चलने के लिए प्रेरित करने के अलावा गुरमीत राम रहीम का एक और पैशन है- बॉलीवुड. वह जल्द ही अपनी फिल्म फ्रेंचाइज़ 'मैसेंजर ऑफ गॉड' का तीसरा पार्ट लेकर आ रहे हैं. इसका नाम "एमएसजी - द वॉरियर लॉयन हार्ट" होगा. इस फिल्म में गुरमीत एक सीक्रेट एजेंट का किरदार निभाने वाले हैं जो अपनी शक्तियों से एलियन और यूएफओ के खिलाफ लड़ाई करेंगे.
आलोचकों की मानें तो ये फिल्में सच्चा सौदा डेरा के प्रचार के लिए बनाई गई हैं. इस बात का राम रहीम विरोध भी नहीं करते. पत्रकारों से बातचीत में राम रहीम ने बताया कि वह फिल्म स्टार बनने की कोशिश नहीं कर रहे हैं बल्कि वह इसके जरिए भारतीय संस्कृति और मानवीय मूल्यों का प्रचार करना चाहते हैं.
उन्होंने कहा, "फिल्म में आप देखेंगे कि जो तकनीक एलियन लेकर आ रहे हैं उन्हें हमारे पूर्वज पहले ही अपना चुके हैं. इसीलिए फिल्म के दृश्य लार्जन दैन लाइफ लगते हैं." पिछली दो फिल्मों में राम रहीम ने जादुई शक्तियां जानने वाले गुरु की भूमिका निभाई थी जो लिंगभेद और नशे के खिलाफ लोगों को जागरुक करते हैं, इस फिल्म में वह एक योद्धा की भूमिका निभा रहे हैं जो भारत का सीक्रेट एजेंट भी है.
30 कैटेगिरी में क्रेडिट
राम रहीम अपनी फिल्म के निर्माण के दौरान हर चीज़ का ध्यान रखते हैं. शायद यही वजह है कि 'एमएसजी 3' में डायलॉग राइटर, कोरियोग्राफर, फिल्म एडिटर, स्टंट और मेकअप आर्टिस्ट समेत 30 कैटेगिरी में क्रेडिट दिया गया है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
डेरा सच्चा सौदा, गुरमीत राम रहीम, गुरमीत राम रहीम सिंह इंसान, मैसेंजर ऑफ गॉड, एमएसजी, Dera Sachcha Sauda, Gurmit Ram Rahim, Messenger Of God, MSG