फिल्म उड़ता पंजाब से पहली बार दिलजीत ने रखा है बॉलीवुड में कदम
खास बातें
- शाहरुख खान ने दिलजीत दोसांझ से अपनी फिल्म देखने की अपील
- दिलजीत ने भी शाहरुख खान को कहा, 'ट्रॉलियां भर कर जाएंगे'
- फिल्म उड़ता पंजाब से बॉलीवुड में आए हैं दिलजीत दोसांझ
नई दिल्ली: शाहरुख खान की फिल्म 'रईस' बुधवार को रिलीज हो चुकी है लेकिन अभी भी शाहरुख ने अपनी फिल्म के प्रमोशन में कोई कमी नहीं की है. शाहरुख अब पंजाब के सिंगर दिलजीत से भी अपनी फिल्म देखने की अपील करते हुए दिखे हैं. शाहुरख ने इसके लिए तरीका भी संगीत के रूप में चुना है. शाहरुख खान ने बुधवार को दिलजीज दोसांझ के गाने की धुन पर ही पंजाबी में उनसे अपील की कि वह फिल्म 'रईस' देखने जाएं. पंजाबी एक्टर दिलजीत दोसांझ ने पिछले साल अनुराग कश्यप की फिल्म 'उड़ता पंजाब' से बॉलीवुड में कदम रखा है.
दिलजीत को फिल्म 'उड़ता पंजाब' के लिए इस साल का फिल्मफेयर का बेस्ट डेब्यू एक्टर का अवॉर्ड भी मिला है. इस फिल्म में दिलजीत ने एक गाने 'एक कुड़ी' में भी अपनी आवाज दी है. शाहरुख ने इस गाने की धुन पर अपनी बात कहते हुए एक दिलचस्प वीडियो अपने सोशल एकाउंट पर शेयर किया. इस वीडियो में शाहरुख दिलजीत के गाये गाने को अपनी आवाज में गाते हैं और कहते हैं, 'एक मुंडा जिदा नाम दिलजीत है कूल है कूल है बहुत कूल है.' उन्होंने इस वीडियो के साथ एक कैप्शन भी दिया. शाहरुख की ओर से अपलोड किया गया यह वीडियो सोशल मीडिया पर खूब शेयर किया जा रहा है. इस वीडियो में शाहरुख ने दिलजीत से अपनी फिल्म देखने की अपील कर रहे हैं.
लेकिन सिर्फ शाहरुख ही नहीं बल्कि दिलजीत ने भी शाहरुख की इस अपील का काफी अच्छे अंदाज में जवाब दिया है. दिलीजत ने शाहरुख के इस प्यार के जवाब में पंजाबी में ही जवाब दिया, ' ओह वाहेगुरू वाहेगुरू, बहुत बहुत प्यार ते सत्कार सर. रईस ता अपन ट्रॉलियां भरकर देखने जाएंगे.'
बता दें कि इस साल का फिल्मफेयर का बेस्ट डेब्यू एक्टर का अवॉर्ड दिलजीत को मिलने पर अनिल कपूर के बेटे एक्टर हर्षवर्धन कपूर काफी खफा हो गए थे और उन्होंने इसके विरोध में ट्विटर पर भी लिखा. दिलजीत दोसांझ को यह पुरस्कार मिलने पर हर्षवर्धन का कहना है कि यह पंजाबी अभिनेता पहले भी एक हिन्दी फिल्म और कई अन्य क्षेत्रीय फिल्मों में नजर आ चुके हैं. लेकिन
दिलजीत दोसांझ ने हर्षवर्धन की टिप्पणी पर नाराजगी जताने की बजाए कहा कि हर्षवर्धन और उनके पिता उन्हें बहुत अच्छे लगते हैं और वह उनकी बातों से आहत या दुखी नहीं है.