नई दिल्ली:
शाहरुख खान का कहना है कि वानखेड़े स्टेडियम में उन पर सांप्रदायिक टिप्पणी की गई थी जिसके बाद ही उन्हें गुस्सा आया। शाहरुख ने यह भी बताया कि हंगामे के बाद उनके बेटे ने उनसे क्या कहा। एनडीटीवी की ग्रुप एडिटर बरखा दत्त से शाह रुख़ ने विशेष बातचीत में तमाम बातें बताईं।
बातचीत के कुछ अंश प्रस्तुत हैं-
बरखा- शाहरुख आपसे क्या कहा गया था।
शाहरुख− जो मुझे बोला गया वो बात मैंने अपने बच्चों को नहीं बताई मैंने उसमें से सांप्रदायिक बात को हटाकर घटना बताई क्योंकि मैं बच्चों से धर्म वगैरह के बारे में इस तरह की बात करना पसंद नहीं करता।
बरखा− इसका मतलब जो कहा गया वो सांप्रदायिक टिप्पणी थी।
शाहरुख− हां, वो अच्छा नहीं था। मैं बात का बतंगड़ नहीं बनाना चाहता।
बरखा−अभी तक आपने नहीं कहा था कि आप पर सांप्रदायिक टिप्पणी की गई।
शाहरुख− मैंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में सांप्रदायिक शब्द का इस्तेमाल किया था।
बरखा− आप हमें क्यों नहीं बता रहे हैं।
शाहरुख−मैं सांप्रदायिक मुद्दा पर बोलना पसंद नहीं करता।
बरखा−आपके देशप्रेम पर सवाल उठाया था।
शाहरुख− नहीं, उसने जो कहा वह पहले मैं सही तरीके से समझ नहीं पाया क्योंकि मैं दिल्ली से हूं। मैंने पहले कुछ और समझा जबकि उसने कुछ और कहा था। किसी ने मुझे बताया तो मुझे गुस्सा आया।
मुझे काफी बुरा लगा क्योंकि मेरे बच्चों ने मुझे इससे पहले कभी झगड़ा करते नहीं देखा था। आमतौर पर मैं ऐसा नहीं करता बच्चों को सफाई देने के बाद मेरे बेटे ने कहा कि अच्छा हुआ आपने किसी पर हाथ नहीं उठाया नहीं तो मैं आपको रोक लेता किसी को मारने नहीं देता। उसने मुझसे कहा कि आपने ऐसा क्यों किया। आपको ऐसा व्यवहार नहीं करना चाहिए। मुझे शर्मिंदगी महसूस हुई कि मेरे बच्चे मुझे सिखा रहे हैं कि मैं कैसा व्यवहार करूं जबकि उनकी उम्र ऐसी है कि मुझे यह सब सिखाना चाहिए।
बातचीत के कुछ अंश प्रस्तुत हैं-
बरखा- शाहरुख आपसे क्या कहा गया था।
शाहरुख− जो मुझे बोला गया वो बात मैंने अपने बच्चों को नहीं बताई मैंने उसमें से सांप्रदायिक बात को हटाकर घटना बताई क्योंकि मैं बच्चों से धर्म वगैरह के बारे में इस तरह की बात करना पसंद नहीं करता।
बरखा− इसका मतलब जो कहा गया वो सांप्रदायिक टिप्पणी थी।
शाहरुख− हां, वो अच्छा नहीं था। मैं बात का बतंगड़ नहीं बनाना चाहता।
बरखा−अभी तक आपने नहीं कहा था कि आप पर सांप्रदायिक टिप्पणी की गई।
शाहरुख− मैंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में सांप्रदायिक शब्द का इस्तेमाल किया था।
बरखा− आप हमें क्यों नहीं बता रहे हैं।
शाहरुख−मैं सांप्रदायिक मुद्दा पर बोलना पसंद नहीं करता।
बरखा−आपके देशप्रेम पर सवाल उठाया था।
शाहरुख− नहीं, उसने जो कहा वह पहले मैं सही तरीके से समझ नहीं पाया क्योंकि मैं दिल्ली से हूं। मैंने पहले कुछ और समझा जबकि उसने कुछ और कहा था। किसी ने मुझे बताया तो मुझे गुस्सा आया।
मुझे काफी बुरा लगा क्योंकि मेरे बच्चों ने मुझे इससे पहले कभी झगड़ा करते नहीं देखा था। आमतौर पर मैं ऐसा नहीं करता बच्चों को सफाई देने के बाद मेरे बेटे ने कहा कि अच्छा हुआ आपने किसी पर हाथ नहीं उठाया नहीं तो मैं आपको रोक लेता किसी को मारने नहीं देता। उसने मुझसे कहा कि आपने ऐसा क्यों किया। आपको ऐसा व्यवहार नहीं करना चाहिए। मुझे शर्मिंदगी महसूस हुई कि मेरे बच्चे मुझे सिखा रहे हैं कि मैं कैसा व्यवहार करूं जबकि उनकी उम्र ऐसी है कि मुझे यह सब सिखाना चाहिए।
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Shah Rukh Khan On Wankhede Episode, वानखेड़े मामले पर शाहरुख खान, Shahrukh With NDTV, एनडीटीवी पर शाहरुख