
'ट्यूबलाइट' के प्रमोशन के दौरान सलमान खान.
- जंग की बात करने वालों को बंदूक देकर मोर्चे पर भेज दें : सलमान खान
- युद्ध नकारात्मक है, कोई भी इसका समर्थन नहीं करेगा : सोहेल खान
- 'ट्यूबलाइट' की कहानी 1962 में हुए भारत-चीन युद्ध के आस-पास गढ़ी गई है
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कबीर खान निर्देशित फिल्म के बारे में सलमान ने बताया, "हमने फिल्म में भारत-चीन युद्ध की पृष्ठभूमि का इस्तेमाल किया है. हमने सिर्फ इस बिंदु को छुआ है कि जंग जल्द खत्म होनी चाहिए ताकि हमारे सैनिक अपने घर और उनके सैनिक अपने घर जा सकें. जब भी जंग होती है, दोनों तरफ के फौजी मरते हैं. कितने ही परिवार बिना बाप बिना बेटे के हो जाते हैं."
फिल्म में सैनिक की भूमिका निभा रहे उनके भाई सोहेल खान ने कहा, "अगर आप किसी से भी पूछें कि युद्ध सही है या गलत तो कोई भी इसे सही नहीं ठहराएगा. जो भी संघर्ष है, टेबल पर हल होना चाहिए. युद्ध नकारात्मक है. कोई भी इसका समर्थन नहीं करेगा. लेकिन यह हो रहा है और कोई नहीं जानता क्यों हो रहा है."
बता दें कि, फिल्म 'ट्यूबलाइट' में सलमान के कैरेक्टर का नाम लक्ष्मण है, जिसे सब ट्यूबलाइट कहकर बुलाते हैं. वह अपने खोए हुए भाई (सोहेल खान) को ढूंढ़ने की कोशिश करता है. 'ट्यूबलाइट' एक वॉर ड्रामा है, जिसमे चाइल्ड आर्टिस्ट मार्टिन रे और चीनी एक्ट्रेस झूझू भी अहम रोल में होंगे. सलमान खान की इस फिल्म में बरसों बाद शाहरुख खान भी नजर आएंगे. फिल्म में शाहरुख खान ने कैमियो किया है. फिल्म 25 जून को सिनेमाघरों में उतरेगी.
(इनपुट आईएएनएस से भी)
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