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This Article is From Aug 23, 2016

ऑस्कर में फॉरेन फिल्म के रूप में जाने वाली भारतीय फिल्म चुनेंगे केतन मेहता

ऑस्कर में फॉरेन फिल्म के रूप में जाने वाली भारतीय फिल्म चुनेंगे केतन मेहता
नई दिल्ली: वर्ष 2017 में होने वाले प्रतिष्ठित ऑस्कर अवार्ड्स की 'फॉरेन फिल्म कैटेगरी' में मुकाबला करने के लिए भारतीय फिल्मोद्योग से कौन-सी फिल्म भेजी जाएगी, इसका फैसला फिल्मकार केतन मेहता की अध्यक्षता वाली फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया की जूरी करेगी.

फिल्म का नाम भेजने की अंतिम तारीख 1 अक्टूबर, 2016 है, और 17-सदस्यीय जूरी को देशभर से पहुंचीं अलग-अलग भाषाओं की फिल्मों को परखकर एक फिल्म को चुनना होगा. वही फिल्म भारत की तरफ से 89वें अकादमी अवार्ड में भेजी जाएगी. फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया के मुताबिक केतन मेहता को जूरी की अध्यक्षता करने के लिए न्योता भेजा गया है.

बहरहाल, ऑस्कर के लिए फिल्म चयन करने वाली जूरी की अध्यक्षता और फिल्मों के चयन पर केतन मेहता ने कहा, "जब तक मैं औपचारिक तौर पर कार्यभार नहीं संभाल लेता, कुछ नहीं कह सकता...''

पिछले साल अमोल पालेकर की अध्यक्षता में फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया ने चैतन्य तम्हाणे की मराठी फिल्म 'कोर्ट' को ऑस्कर में भारत की तरफ से फॉरेन लैंग्वेज केटेगरी में भेजा था. ऑस्कर में फॉरेन फिल्म पुरस्कार कैटेगरी वर्ष 1956 में शुरू हुई थी, और तब से सिर्फ तीन भारतीय फिल्में ऑस्कर के अंतिम नॉमिनेशन तक पहुंच पाई हैं, जिनमें 1957 में 'मदर इंडिया', 1988 में 'सलाम बॉम्बे' और 2001 में 'लगान', लेकिन कोई भी भारतीय फिल्म बेस्ट फॉरेन फिल्म का ऑस्कर नहीं जीत पाई.

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