
करिश्मा कपूर का फाइल फोटो
नई दिल्ली:
बॉलीवुड अदाकारा करिश्मा कपूर को लगता है कि उनके फिल्मोद्योग से बाहर जाने से हुई खाली जगह को उनकी बहन करीना कपूर ने भर दिया। उन्होंने करीना के अपने चचेरे भाई रणबीर के साथ परिवार की अभिनय परंपरा को आगे बढ़ाने पर खुशी भी जाहिर की।
वर्ष 2003 में शादी के बाद से अभिनय छोड़ देने वाली करिश्मा ने एक साक्षात्कार के दौरान बताया, मैं अपने फैसले पर अफसोस नहीं करती। मैं कह सकती हूं कि मेरी खाली जगह को करीना ने भर दिया है। मेरा चचेरा भाई रणबीर भी अच्छा काम कर रहा है। मैं खुश हूं कि परंपरा जारी है।
'राजा हिंदुस्तानी' और 'बीवी नंबर वन' जैसी फिल्में करने वाली करिश्मा अपने बच्चों समेयरा (8) और कियान (3)की परवरिश के लिए फिल्मों से दूर हुई थीं।
करिश्मा ने 2012 में 'डेंजरस इश्क' से बॉलीवुड में वापसी की लेकिन फिल्म सफल नहीं हो पाई। अभी भी बच्चे ही करिश्मा की पहली प्राथमिकता हैं।
'फिजा' और 'जुबैदा' जैसी गैर-व्यवसायिक फिल्में करने वाली करिश्मा कहती हैं, "काम ना करने का फैसला मैंने सोच समझ कर किया था। मैं बच्चों के शुरुआती समय में उनके साथ रहना चाहती थी। अब मैं घर से बाहर जाती हूं लेकिन बच्चे मेरी पहली प्राथमिकता हैं।"
उनके स्टार दर्जे पर बच्चों की कैसी प्रतिक्रिया है, इस बात पर करिश्मा कहती हैं, मेरी बेटी मुझे लेकर बहुत सहज है। उसके लिए मैं सिर्फ उसकी मां हूं। पहले मैं मां हूं, कलाकार तो उसके बाद आता है।
करिश्मा सख्त नहीं बल्कि अनुशासिनप्रिय मां हैं। उन्होंने कहा, मैं यह नहीं कहूंगी कि मैं सख्त मां हूं, लेकिन अनुशासन महत्वपूर्ण है। बच्चों के लिए समय और दिनचर्या महत्वपूर्ण है। करिश्मा अपने बच्चों को चकाचौंध से बचाए रखना चाहती हैं।
उन्होंने कहा, मैं बच्चों को सार्वजिनक चकाचौंध से बचाने का प्रयास करती हूं। मैं उन्हें सामान्य बचपन देना चाहती हूं जैसा हमारा था। हम स्कूल बस से स्कूल जाते थे, स्कूल में खाना खाते थे। हमारे लिए कुछ विशेष नहीं किया गया।
करिश्मा ने हाल ही में गर्भावस्था और मातृत्व संबंधी अपनी किताब 'माई यम्मी मम्मी गाइड' का विमोचन किया है।
वर्ष 2003 में शादी के बाद से अभिनय छोड़ देने वाली करिश्मा ने एक साक्षात्कार के दौरान बताया, मैं अपने फैसले पर अफसोस नहीं करती। मैं कह सकती हूं कि मेरी खाली जगह को करीना ने भर दिया है। मेरा चचेरा भाई रणबीर भी अच्छा काम कर रहा है। मैं खुश हूं कि परंपरा जारी है।
'राजा हिंदुस्तानी' और 'बीवी नंबर वन' जैसी फिल्में करने वाली करिश्मा अपने बच्चों समेयरा (8) और कियान (3)की परवरिश के लिए फिल्मों से दूर हुई थीं।
करिश्मा ने 2012 में 'डेंजरस इश्क' से बॉलीवुड में वापसी की लेकिन फिल्म सफल नहीं हो पाई। अभी भी बच्चे ही करिश्मा की पहली प्राथमिकता हैं।
'फिजा' और 'जुबैदा' जैसी गैर-व्यवसायिक फिल्में करने वाली करिश्मा कहती हैं, "काम ना करने का फैसला मैंने सोच समझ कर किया था। मैं बच्चों के शुरुआती समय में उनके साथ रहना चाहती थी। अब मैं घर से बाहर जाती हूं लेकिन बच्चे मेरी पहली प्राथमिकता हैं।"
उनके स्टार दर्जे पर बच्चों की कैसी प्रतिक्रिया है, इस बात पर करिश्मा कहती हैं, मेरी बेटी मुझे लेकर बहुत सहज है। उसके लिए मैं सिर्फ उसकी मां हूं। पहले मैं मां हूं, कलाकार तो उसके बाद आता है।
करिश्मा सख्त नहीं बल्कि अनुशासिनप्रिय मां हैं। उन्होंने कहा, मैं यह नहीं कहूंगी कि मैं सख्त मां हूं, लेकिन अनुशासन महत्वपूर्ण है। बच्चों के लिए समय और दिनचर्या महत्वपूर्ण है। करिश्मा अपने बच्चों को चकाचौंध से बचाए रखना चाहती हैं।
उन्होंने कहा, मैं बच्चों को सार्वजिनक चकाचौंध से बचाने का प्रयास करती हूं। मैं उन्हें सामान्य बचपन देना चाहती हूं जैसा हमारा था। हम स्कूल बस से स्कूल जाते थे, स्कूल में खाना खाते थे। हमारे लिए कुछ विशेष नहीं किया गया।
करिश्मा ने हाल ही में गर्भावस्था और मातृत्व संबंधी अपनी किताब 'माई यम्मी मम्मी गाइड' का विमोचन किया है।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं