चेन्नई:
अभिनेता एवं निर्देशक कमल हासन की फिल्म 'विश्वरूपम' के प्रदर्शन को अदालत ने सोमवार तक के लिए रोक दिया है।
इससे पहले, हासन ने मुस्लिम संगठनों के विरोध के बाद उनकी फिल्म 'विश्वरूपम' के प्रदर्शन पर तमिलनाडु सरकार द्वारा लगाए गए प्रतिबंध के खिलाफ मद्रास हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी।
कमल हासन ने एक बयान में कहा, अपना राजनीतिक कद बढ़ाने की फिराक में लगे छोटे संगठनों ने निर्ममता से मेरा उपयोग एक जरिये के रूप में किया है। जब आप स्वयं से कुछ हासिल नहीं कर पाते, तब स्वयं को लोगों की नजर में लाने के लिए किसी हस्ती को निशाना बनाना एक बड़ा तरीका बन जाता है। यह बार-बार हो रहा है। कोई भी तटस्थ एवं देशभक्त मुसलमान मेरी फिल्म को देखकर गर्व महसूस करेगा। यह इसी उद्देश्य के लिए बनाई गई है।
हाल ही में मुस्लिम प्रतिनिधियों को इस फिल्म का विशेष प्रदर्शन कर चुके अभिनेता ने कहा कि अपनी फिल्म के पक्ष में स्वर सुनकर उन्हें बहुत अच्छा लगा था, लेकिन जिस तरह से इसे मुसलमान भाइयों के खिलाफ बताया जा रहा है, उससे उन्हें बहुत दुख है। उन्होंने कहा, एक समुदाय को नीचा दिखाने के इन आरोपों से न केवल मुझे दुख हुआ है, बल्कि मेरी संवेदनाएं अपमानित हुई है। अब मैं कानून एवं तर्क का सहारा लूंगा। इस तरह के सांस्कृतिक आतंकवाद को अवश्य ही रोकना पड़ेगा।
गौरतलब है कि तमिलनाडु सरकार ने कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए बुधवार रात सभी जिला प्रशासनों को करीब दो सप्ताह तक के लिए इस फिल्म के प्रदर्शन पर रोक लगाने का निर्देश दिया। कई मुस्लिम संगठनों के विरोध के बाद यह प्रतिबंध लगाया गया। इन संगठनों ने फिल्म में मुसलमानों को नकारात्मक ढंग से पेश करने का आरोप लगाया हैं। फिल्म इसी शुक्रवार को रिलीज होनी थी। हासन बड़े बजट वाली अपनी इस फिल्म को थियेटरों में रिलीज करने से पहले डीटीएच पर रिलीज करने के अपने फैसले से पहले ही विवाद खड़ा कर चुके हैं। सिनेमाघर मालिक उनके इस फैसले के खिलाफ एकजुट हो गए थे।
इससे पहले, हासन ने मुस्लिम संगठनों के विरोध के बाद उनकी फिल्म 'विश्वरूपम' के प्रदर्शन पर तमिलनाडु सरकार द्वारा लगाए गए प्रतिबंध के खिलाफ मद्रास हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी।
कमल हासन ने एक बयान में कहा, अपना राजनीतिक कद बढ़ाने की फिराक में लगे छोटे संगठनों ने निर्ममता से मेरा उपयोग एक जरिये के रूप में किया है। जब आप स्वयं से कुछ हासिल नहीं कर पाते, तब स्वयं को लोगों की नजर में लाने के लिए किसी हस्ती को निशाना बनाना एक बड़ा तरीका बन जाता है। यह बार-बार हो रहा है। कोई भी तटस्थ एवं देशभक्त मुसलमान मेरी फिल्म को देखकर गर्व महसूस करेगा। यह इसी उद्देश्य के लिए बनाई गई है।
हाल ही में मुस्लिम प्रतिनिधियों को इस फिल्म का विशेष प्रदर्शन कर चुके अभिनेता ने कहा कि अपनी फिल्म के पक्ष में स्वर सुनकर उन्हें बहुत अच्छा लगा था, लेकिन जिस तरह से इसे मुसलमान भाइयों के खिलाफ बताया जा रहा है, उससे उन्हें बहुत दुख है। उन्होंने कहा, एक समुदाय को नीचा दिखाने के इन आरोपों से न केवल मुझे दुख हुआ है, बल्कि मेरी संवेदनाएं अपमानित हुई है। अब मैं कानून एवं तर्क का सहारा लूंगा। इस तरह के सांस्कृतिक आतंकवाद को अवश्य ही रोकना पड़ेगा।
गौरतलब है कि तमिलनाडु सरकार ने कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए बुधवार रात सभी जिला प्रशासनों को करीब दो सप्ताह तक के लिए इस फिल्म के प्रदर्शन पर रोक लगाने का निर्देश दिया। कई मुस्लिम संगठनों के विरोध के बाद यह प्रतिबंध लगाया गया। इन संगठनों ने फिल्म में मुसलमानों को नकारात्मक ढंग से पेश करने का आरोप लगाया हैं। फिल्म इसी शुक्रवार को रिलीज होनी थी। हासन बड़े बजट वाली अपनी इस फिल्म को थियेटरों में रिलीज करने से पहले डीटीएच पर रिलीज करने के अपने फैसले से पहले ही विवाद खड़ा कर चुके हैं। सिनेमाघर मालिक उनके इस फैसले के खिलाफ एकजुट हो गए थे।
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