अभिनेत्री परिणीती चोपड़ा का कहना है कि अपनी पहली फिल्म में संभवत: उनका वजना थोड़ा ज्यादा रहा होगा, लेकिन अब लगातार कड़ी मेहनत और वर्कआउट से उनकी काया छरहरी हो गई है।
परिणीती ने बताया, जब मैं फिल्म नगरी में आई थी तब मैं थोड़ी मोटी थी और मैं अपने आप को इस नगरी के लिए ढालने और फिट रखने के लिए कड़ी मेहनत कर रही थी। अब मुझे लगता है कि अब मैं वैसी नहीं रही, क्योंकि मैंने अपना काफी वजन घटा लिया है और मैं पहले से काफी बेहतर हो गई हूं। मैं अब उस श्रेणी में वापस नहीं जाना चाहती। छरहरे बने रहने के लिए मैं कड़ी मेहनत कर रही हूं। हालांकि बॉलीवुड में सारी अभिनेत्रियां अपने आप को छरहरा बनाने की होड़ में नहीं हैं। सोनाक्षी सिन्हा, हुमा कुरैशी और विद्या बालन जैसी अभिनेत्रियां अपने वास्तविक रूप में ही सहज हैं।
परिणीती का हालांकि कहना है कि वे हमेशा ही अपने बढ़े वजन को लेकर असहज महसूस करती थीं।
उन्होंने कहा, वे अभिनेत्रियां खुद को जैसे देखना चाहती हैं, वे उसमें सहज हैं, लेकिन मैं हमेशा खुद को असहज महसूस करती थी। मैं दृश्य संचार माध्यम का हिस्सा हूं और मुझे अच्छी दिखने वाली अभिनेत्रियों से प्रतिस्पर्धा करने में खुद को सक्षम बनाना चाहिए। उन्होंने कहा, अपने शारीरिक बनावट के कारण मैं अपना मनपसंद परिधान नहीं पहन सकती थी। मैं बिना बाजू के पोशाक नहीं पहन पाती, क्योंकि उनमें मैं मोटी दिखती थी। मैं और वजन घटाना चाहती हूं ताकि मैं वास्तविक जीवन में अच्छी दिखूं। पर्दे पर यदि मुझे किसी दृश्य के लिए शॉर्ट्स (छोटे कपड़े) या बिकनी पहनना पड़े तो इसके लिए मुझे खुद को उसके लायक छरहरा बनाना ही होगा।
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