शर्मिला टैगोर
कोलकाता:
मशहूर अदाकारा शर्मिला टैगोर का मानना है कि आजकल अभिनेत्रियों को फिल्मों में दमदार किरदार निभाने के लिए मिलना अच्छी बात है, लेकिन पुरुष और महिलाओं के पारिश्रमिक में मौजूद असमानता पर भी गौर किया जाना चाहिए।
शर्मिला ने कहा, ‘‘पुरुष और महिलाओं के वेतन में कोई समानता नहीं है। अभिनेत्रियों को उनके काम के लिए कम पैसे अदा किए जाते हैं जो अब बदलना चाहिए। शर्मिला ने ‘कहानी’, ‘पीकू’ और जोया अख्तर की ‘दिल धड़कने दो’ जैसी फिल्मों की सराहना भी की। उन्होंने कहा कि भारतीय सिनेमा में महिलाओं के प्रति नजरिया बदला है।
शर्मिला कोलकाता फिल्म उत्सव में अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता की ज्यूरी की अध्यक्ष हैं।
शर्मिला ने कहा, ‘‘पुरुष और महिलाओं के वेतन में कोई समानता नहीं है। अभिनेत्रियों को उनके काम के लिए कम पैसे अदा किए जाते हैं जो अब बदलना चाहिए। शर्मिला ने ‘कहानी’, ‘पीकू’ और जोया अख्तर की ‘दिल धड़कने दो’ जैसी फिल्मों की सराहना भी की। उन्होंने कहा कि भारतीय सिनेमा में महिलाओं के प्रति नजरिया बदला है।
शर्मिला कोलकाता फिल्म उत्सव में अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता की ज्यूरी की अध्यक्ष हैं।
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