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This Article is From Feb 06, 2015

फिल्म रिव्यू : सोचने पर मजबूर करती मनोरंजक 'शमिताभ'

मुंबई : आखिरकार लंबे इंतज़ार के बाद अमिताभ बच्चन की फिल्म 'शमिताभ' रिलीज़ हो चुकी है, और एक तरफ जहां अमिताभ बच्चन की दमदार एक्टिंग की हर तरफ चर्चाएं हैं, वहीं धनुष और अक्षरा हासन का अभिनय भी सराहा जा रहा है। 'शमिताभ' का निर्देशन किया है आर बाल्की ने, जो इससे पहले 'चीनी कम' और 'पा' जैसी फिल्में बना चुके हैं। फिल्म की कहानी दानिश, यानि धनुष के बारे में है, जो बोल नहीं सकते, लेकिन उनका सपना फिल्मों में हीरो बनने का है। उनका यह जुनून उन्हें मुंबई तो ले आता है, लेकिन उनका न बोल पाना सपने के आड़े आ जाता है। ऐसे में उन्हें मिलती है अमिताभ सिन्हा, यानि अमिताभ बच्चन की आवाज़। कहानी को इससे ज़्यादा समझने और जानने के लिए आपको 'शमिताभ' देखनी पड़ेगी।

अब पहले बात करते हैं, 'शमिताभ' की खामियों की... फिल्म छोटी होती तो अच्छा होता। कहानी को ढाई घंटे तक खींचने के कारण फिल्म लंबी लगने लगती है। फिल्म के कई सीन बोरिंग हो जाते हैं। 'पिडली...' गाने को छोड़कर बाकी गानों का असर कुछ खास नहीं दिखा। बाकी गाने फिल्म की गति धीमी करते हैं।

'शमिताभ' में बिग बी का किरदार ज़्यादातर नशे में रहता है, इसलिए उन्होंने डायलॉग डिलीवरी का नया तरीका अख़्तियार किया है, जिसके कारण कई बार शायद आप डायलॉग ठीक से न सुन पाएं। मुझे लगता है कि निर्देशक आर बाल्की फिल्म की कहानी को कसी हुई स्क्रिप्ट और स्क्रीनप्ले में तब्दील नहीं कर पाए, और इसके अलावा क्लाइमेक्स भी मुझे दमदार नहीं लगा।

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वीडियो रिव्यू : 'शमिताभ' को 3.5 स्टार...

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लेकिन फिल्म में सिर्फ खामियां ही नहीं, खूबियां भी काफी हैं। फिल्म का आइडिया मुझे कमाल का लगा, और आर बाल्की ने काफी हद तक आइडिया को फैलाया भी अच्छे तरीके से है, लेकिन फिर भी अगर फिल्म कुछ छोटी होती तो बेहतर हो सकती थी। अमिताभ बच्चन अपने लुक से लेकर अभिनय तक पर्दे पर बेहतरीन दिखते हैं। धनुष और अमिताभ के किरदारों को खूबसूरती से पेश किया गया है। फिल्म आपको कई जगह हंसाएगी भी।

धनुष भी कई सीन्स में उम्दा अभिनय करते दिखे हैं, और अक्षरा हासन का अभिनय भी अच्छा है। आर बाल्की ने फिल्म में फिल्मकारों पर भी कई जगह चुटकी ली है, जो शायद आपको हंसाए। फिल्म का नैरेशन, यानि कहानी कहने का तरीका भी मुझे अच्छा लगा। फिल्म के डायलॉग असरदार हैं। मनोरंजन के साथ-साथ फिल्म आपको सोचने पर भी मजबूर कर सकती है। खैर, अब आप खुद फिल्म देखें और फैसला करें। मेरी ओर से फिल्म की रेटिंग है - 3.5 स्टार...

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