मुंबई:
’बंदूक’ कहानी है भोला केवत की, जिसका किरदार निभाया है, आदित्य ओम ने, जिन्होंने फिल्म लिखी भी है और निर्देशित भी की है। फिल्म की कहानी शुरू होती है, भोला केवत पर अत्याचार से और फिर कहानी में दिखता है कि कैसे वह बहुत बड़ा अपराधी बनकर राजनीति के दिग्गजों के हाथ की कठपुतली बन जाता है।
बिहार के पृष्ठभूमि पर बनी इस फिल्म के कलाकार ज्यादा जाने-पहचाने नहीं हैं, पर फिल्म की कहानी जरूर जानी-पहचानी है, इसलिए इसमें कोई नयापन नहीं दिखता। वैसे फिल्म के कुछ सीन्स आपको रोककर रख सकते हैं।
यह एक कम बजट की फिल्म है और इसे फिल्माने में भी बजट की कमी नजर आती है। आदित्य ओम ने भी काम ठीक ही किया है, पर कहानी का पुरानापन फिल्म को कमजोर बनाता है। पूरी फिल्म आप सिर्फ खून-खराबे के लिए कैसे देख सकते हैं इसलिए इस फिल्म को डेढ़ स्टार्स।
बिहार के पृष्ठभूमि पर बनी इस फिल्म के कलाकार ज्यादा जाने-पहचाने नहीं हैं, पर फिल्म की कहानी जरूर जानी-पहचानी है, इसलिए इसमें कोई नयापन नहीं दिखता। वैसे फिल्म के कुछ सीन्स आपको रोककर रख सकते हैं।
यह एक कम बजट की फिल्म है और इसे फिल्माने में भी बजट की कमी नजर आती है। आदित्य ओम ने भी काम ठीक ही किया है, पर कहानी का पुरानापन फिल्म को कमजोर बनाता है। पूरी फिल्म आप सिर्फ खून-खराबे के लिए कैसे देख सकते हैं इसलिए इस फिल्म को डेढ़ स्टार्स।
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